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“नमकखोर बनने की आदत ने फैलाया महामारी जैसा खतरा! ICMR NIE की चौंकाने वाली रिपोर्ट”

क्या आप भी हैं नमक के नशेड़ी? ये आदत बन सकती है जानलेवा!

सच कहूं तो हम भारतीयों को नमक की लत सी हो गई है। और ये लत अब महामारी जैसी शक्ल ले रही है। ICMR-NIE की ताजा रिपोर्ट तो डरा देने वाली है – ज्यादा नमक सीधे हमारे दिल, किडनी और ब्लड प्रेशर पर वार कर रहा है। सोचिए, रोज का वो एक चुटकी ज्यादा नमक कैसे धीरे-धीरे हमारी सेहत को खोखला कर रहा है। अभी नहीं संभले तो आने वाले सालों में ये हमारे लिए बड़ी मुसीबत बन जाएगा।

पहचानिए अपने अंदर के ‘नमकीले’ शैतान को

अरे भाई, अगर आपको बार-बार पानी पीने का मन करता है या शाम को पैरों में सूजन दिखती है, तो समझ जाइए – आप नमक के ओवरडोज कर रहे हैं। कुछ लोगों को तो सिर दर्द और चक्कर भी आने लगते हैं। असल में ये सारे संकेत हमारे शरीर का SOS हैं कि “यार, नमक कम करो!”

मुख्य वजह? हमारी बिगड़ती लाइफस्टाइल। आजकल तो घर का खाना भी नमकीन हो गया है, उस पर चटपटा बाहर का खाना। फास्ट फूड, चाट-पकौड़े, पैक्ड फूड – सब में नमक का तूफान। और हम? मजे से चटखारे लेते हुए खा जाते हैं।

नमक कम करने के फंडे

एकदम से नमक छोड़ने की गलती मत करना! धीरे-धीरे कम करो। मेरी मम्मी का तरीका सुनो – नमक की जगह जीरा, धनिया, हल्दी जैसे मसाले डालो। स्वाद के लिए नींबू निचोड़ लो या पुदीना डाल दो। और हां, पानी खूब पीना – ये एक्स्ट्रा नमक को बाहर निकाल देगा।

खाने में ये चीजें जरूर शामिल करें

केला, पालक और शकरकंद जैसी चीजें खाओ – इनमें पोटैशियम होता है जो नमक के असर को काटता है। दलिया, ब्राउन राइस भी अच्छे ऑप्शन हैं। लेकिन भूलकर भी चिप्स, नमकीन और डिब्बाबंद सूप के पास मत भटकना – ये तो नमक के बम हैं!

डॉक्टर के पास कब भागें?

अगर ब्लड प्रेशर लगातार हाई रहे, सांस लेने में दिक्कत हो या शरीर सूजने लगे – तुरंत डॉक्टर के पास जाओ। किडनी या दिल की कोई तकलीफ हो तो तो बिल्कुल भी ना हिचकिचाओ। नमक कम करने के बाद भी अगर आराम न मिले, तो ये कोई गंभीर बात हो सकती है।

आखिर में एक बात – नमक कम करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। छोटे-छोटे बदलावों से बड़ा फर्क पड़ सकता है। तो क्या आज से ही अपनी थाली से एक चुटकी नमक कम करने का वादा करते हैं? सेहतमंद जिंदगी की तरफ पहला कदम यही तो है!

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ICMR NIE की ये रिपोर्ट तो सच में आंखें खोल देने वाली है! हम सब जानते हैं कि ज्यादा नमक खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कितना खतरनाक हो सकता है? सच कहूं तो ये एक छुपी हुई महामारी जैसा हो गया है।

अब सवाल ये उठता है कि हम क्या करें? सलूशन बहुत सिंपल है – अपने रोज़ के खाने में नमक कम करो। मतलब, अगर आप चाय के साथ नमकीन खाने के शौकीन हैं, तो थोड़ा कम कर दीजिए। छोटे-छोटे बदलाव… बड़े असर देते हैं।

और सच बात तो ये है कि ये सिर्फ आपकी सेहत की बात नहीं। पूरे परिवार की ज़िम्मेदारी है ये। थोड़ा सा अलर्ट रहकर हम सब मिलकर इस समस्या से लड़ सकते हैं। तो क्यों न आज से ही शुरुआत करें? बस एक छोटा सा संकल्प… सेहतमंद कल की ओर पहला कदम!

नमकखोर बनने की आदत – कुछ ज़रूरी सवाल और उनके जवाब

अरे भाई, क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो खाने के साथ अलग से नमक डालते हैं? मेरा मतलब, थाली में पराठा आया नहीं कि नमकदानी हाथ में आ जाती है? तो ये पोस्ट आपके लिए ही है!

1. ICMR NIE की रिपोर्ट ने नमकखोरी को लेकर क्या अलर्ट किया है?

देखिए, ये रिपोर्ट तो कुछ ऐसी ही है जैसे कोई आपके कान पकड़कर झिंझोड़ रहा हो। कह रही है कि भारत में नमक खाने की आदत अब महामारी जैसी होती जा रही है। और ये सिर्फ high BP की बात नहीं – heart disease से लेकर kidney problems तक, सबका invitation card है ये नमकखोरी। सच कहूं तो डर लगता है!

2. रोज़ कितना नमक खाना ठीक है? मतलब, कितना ‘चलता है’?

WHO वालों ने तो एकदम clear cut बताया है – 5 grams यानी 1 छोटा चम्मच। पर हमारे यहां? अरे भई, हम तो नाश्ते में ही इतना नमक खा जाते हैं! भारत में average consumption तो इससे दोगुना होगा। सोचिए जरा…

3. ज्यादा नमक = कौन-कौनसी मुसीबतें?

लिस्ट लंबी है, लेकिन संक्षेप में – hypertension (वो भी silent वाला), stroke का खतरा, heart attack, kidney stones जैसी पथरी वाली तकलीफ, osteoporosis और हां, stomach cancer तक। और तो और, शरीर में पानी भी जमा होने लगता है। एक तरफ तो हम पानी कम पीते हैं, दूसरी तरफ नमक ज्यादा खा लेते हैं। कैसी बेवकूफी है न?

4. नमक की आदत छुड़ाने के कुछ जाने-पहचाने (पर अनदेखे) तरीके

सुनिए, एकदम से नहीं होगा। धीरे-धीरे करना पड़ेगा:
– पहले तो ये processed foods… समोसे-चिप्स वगैरह… इनसे तो बचना ही पड़ेगा
– मसालों का जादू चलाइए! जीरा, धनिया, काली मिर्च – ये सब नमक की कमी पूरी कर देंगे
– टेबल पर नमकदानी रखना ही बंद कर दीजिए। आँख नहीं देखेगी, तो दिल नहीं करेगा
– और सबसे important – धीरे-धीरे कम करिए। एकदम से नहीं, वरना खाने का मजा ही चला जाएगा!

तो कैसा लगा आपको? अब नमकदानी को थोड़ा दूर रखने का मन तो बना ही न? 😉

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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