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एयर इंडिया क्रैश के बाद FAA ने बोइंग 787 के फ्यूल कंट्रोल यूनिट में कोई मैकेनिकल खराबी नहीं पाई

एयर इंडिया क्रैश: FAA की रिपोर्ट आई सामने, लेकिन असली सवाल तो अभी बाकी है!

अरे भई, अमेरिकी FAA वालों ने तो एयर इंडिया के बोइंग 787 के फ्यूल कंट्रोल यूनिट को खंगाल डाला। और हैरानी की बात? उनकी रिपोर्ट कहती है कि मशीन में कोई खराबी नहीं! मतलब साफ है – कोई गड़बड़ नहीं मिली। पर सवाल ये है कि फिर हादसा हुआ क्यों? क्योंकि ये तो वही विमान है जिसने पिछले महीने इमरजेंसी लैंडिंग करवा दी थी। और हां, पायलट्स ने तो फ्यूल सिस्टम में दिक्कत बताई थी। तो अब क्या?

असल में, ये बोइंग 787 ड्रीमलाइनर तो पहले से ही चर्चा में रहा है। कभी बैटरी गर्म हो जाती है, कभी कुछ और। अब इस नए केस ने तो सारे विमानन वालों की नींद हराम कर दी है। FAA वालों ने जांच की, तीन बड़ी बातें निकलकर आईं:

1. मैकेनिकल खराबी? नहीं, बिल्कुल नहीं।
2. समस्या हो सकती है सॉफ्टवेयर में या फिर… हो सकता है ऑपरेटर ने कुछ गलत किया हो?
3. एयर इंडिया ने तो बाकी 787 विमानों की एक्स्ट्रा जांच शुरू कर दी है – समझदारी की बात!

अब सबकी राय अलग-अलग। एयर इंडिया वाले कह रहे हैं – “हम रिपोर्ट देख रहे हैं, जो करना होगा करेंगे।” विमानन एक्सपर्ट डॉ. राजीव मेहरा का कहना है कि “अगर मशीन ठीक है तो फिर ट्रेनिंग या सॉफ्टवेयर पर ध्यान दो!” और बोइंग? वो तो बस इतना कह रहे हैं – “हम सबके साथ मिलकर काम कर रहे हैं।” स्टैंडर्ड जवाब, है न?

तो अब आगे क्या? देखिए, FAA और हमारे DGCA वाले मिलकर और गहराई से जांच करेंगे। एयर इंडिया शायद पायलट्स के लिए खास ट्रेनिंग शुरू करे। बोइंग वाले शायद सॉफ्टवेयर अपडेट भेजें। पर सच तो ये है कि अभी पूरी तस्वीर साफ नहीं हुई है। इंतज़ार करना पड़ेगा कुछ और दिन। एक बात तो तय है – ये केस विमानन सेफ्टी के नए मानक तय करेगा। उम्मीद है अच्छे के लिए!

क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे मामलों में पारदर्शिता बेहद ज़रूरी है? आखिर यात्रियों की सुरक्षा सबसे ऊपर तो होनी चाहिए!

Source: Hindustan Times – India News | Secondary News Source: Pulsivic.com

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