गडकरी साहब का धमाकेदार ट्वीट! NHAI अधिकारी के साथ हिमाचल में क्या हुआ जिसने मंत्री जी को गुस्सा दिला दिया?
अरे भई, हिमाचल में तो जैसे राजनीतिक स्टोव गर्म हो गया है! मामला क्या है? NHAI के अधिकारी अचल जिंदल और स्थानीय पंचायती राज मंत्री के बीच कुछ ऐसी नोकझोंक हुई कि अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक को ट्विटर (अब X) पर आना पड़ा। और सच कहूं तो गडकरी जी ने जो पोस्ट किया, वह तो एकदम फायर की तरह वायरल हो रहा है!
पूरा किस्सा किन्नौर जिले का है, जहां NHAI अधिकारी सड़क प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने गए थे। अब यहां से कहानी दिलचस्प होती है – स्थानीय मंत्री जी को लगा कि प्रोजेक्ट में देरी हो रही है, और उन्होंने अधिकारी पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। बात यहीं तक होती तो ठीक था, लेकिन जब मंत्री के समर्थक भी मैदान में कूद पड़े… तो सीन कुछ ऐसा बना कि अधिकारी की मुश्किल हो गई। सच कहूं तो ये सिर्फ एक विवाद नहीं, बल्कि सवाल है कि हमारे सिस्टम में अधिकारियों को काम करने का माहौल मिल पा रहा है या नहीं?
अब अचल जिंदल ने तो तुरंत शिकायत दर्ज करा दी, लेकिन असली बम तो तब फटा जब गडकरी साहब ने ट्विटर पर धमाकेदार ट्वीट किया। उन्होंने साफ-साफ कह दिया – “NHAI अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!” और हिमाचल सरकार से जांच की मांग भी कर डाली। क्या बात है न?
अब सवाल ये उठता है कि आगे क्या होगा? क्योंकि देखिए न:
– एक तरफ तो NHAI अधिकारी कह रहे हैं कि वे पूरी ईमानदारी से काम कर रहे थे
– दूसरी ओर गडकरी जी ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है
– लेकिन हैरानी की बात ये कि हिमाचल सरकार अभी तक चुप्पी साधे हुए है!
मेरी नजर में तो ये केस सिर्फ एक विवाद से कहीं बड़ा है। ये तो पूछ रहा है कि हमारे सिस्टम में काम करने वाले प्रोफेशनल्स को कितना सम्मान मिल पा रहा है? और सबसे बड़ा सवाल – क्या इस घटना के बाद अधिकारियों और नेताओं के बीच का रिश्ता बदलेगा? वक्त ही बताएगा।
फिलहाल तो बस इतना ही – अगर आपको लगता है कि ये मामला सिर्फ हिमाचल तक सीमित है, तो शायद आप गलत हैं। क्योंकि जब केंद्रीय मंत्री खुद मैदान में उतर आएं… तो समझ लीजिए गेम बदलने वाला है!
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गडकरी का गुस्सा और NHAI विवाद – क्या है पूरा मामला?
अरे भाई, आजकल सोशल मीडिया पर गडकरी जी का NHAI वाला वीडियो ही छाया हुआ है न? तो सोचा, चलो इस पूरे मसले को थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। क्या आपने भी देखा है वो वायरल क्लिप जहां वो अधिकारियों को खरी-खोटी सुना रहे हैं? असल में बात कुछ और है…
1. गडकरी जी का गुस्सा – सिर्फ़ देरी की वजह से?
सुनिए, मामला सिर्फ़ project के delay तक सीमित नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो गडकरी जी को quality compromise बिल्कुल पसंद नहीं। हिमाचल के उन पहाड़ी इलाकों में तो सड़कें जानलेवा भी हो सकती हैं अगर ठीक से न बनें। और सच कहूं? Twitter पर उनका वो पोस्ट तो बस शुरुआत थी!
2. हिमाचल वाला NHAI प्रोजेक्ट – कहां हुई चूक?
देखा जाए तो समस्या दोहरी है। एक तरफ तो काम की रफ्तार स्लो थी – जैसे कोई स्कूल का बच्चा होमवर्क कर रहा हो। लेकिन दूसरी तरफ, quality issues? यही तो मुख्य मुद्दा है! कुछ जगहों पर construction ऐसा कि… छोड़िए, बुरा लगेगा सुनकर। गडकरी जी ने तो बस सही समय पर ब्रेक लगा दिया।
3. वो वायरल ट्वीट – क्या था असल में?
अरे भई, वो तो एकदम फायरपोस्ट था! X (पहले का Twitter) पर गडकरी जी ने सीधे-सीधे NHAI को टारगेट किया। कोई राजनीतिक शब्दजाल नहीं, बस साफ़-साफ़ कहा – “लापरवाही बर्दाश्त नहीं”। और action? तुरंत चाहिए था। सच कहूं तो यही तो असली leadership होती है न?
4. NHAI पर क्या पड़ेगा असर? सिर्फ़ दिखावा या असली बदलाव?
हालांकि अभी तक सिर्फ़ verbal warning ही है, लेकिन pressure तो बन ही गया है। अब NHAI वालों को दोहरी मार पड़ेगी – एक तो deadlines meet करनी होंगी, दूसरा quality भी maintain। वरना… वरना गडकरी जी का अगला ट्वीट तो तैयार ही होगा! आपको क्या लगता है – इस बार सच में कुछ बदलाव आएगा?
एक बात और – ये सिर्फ़ हिमाचल तक सीमित नहीं रहेगा। पूरे देश के NHAI projects पर अब नज़र रहेगी। सच कहूं? यही तो चाहिए भी। जनता के पैसे से चलने वाले projects में accountability होनी ही चाहिए न? कमेंट में बताइए आपका क्या ख्याल है!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com