मिडिल ईस्ट का हंगामा होने के बाद भी गर्मियों में गैस के दाम क्यों गिरे?
शुरुआत
गर्मियों में गैस के दामों का कम होना कोई नई बात नहीं है। लेकिन इस बार की कहानी दिलचस्प है – मिडिल ईस्ट में इतना तनाव के बावजूद दाम गिरे हैं! आज हम जानेंगे कि ये कमाल कैसे हुआ और ये हमारी जेब पर क्या असर डाल रहा है।
गैस सस्ती होने के 3 बड़े कारण
1. मांग-आपूर्ति का खेल
गर्मियों में गैस की खपत खुद-ब-खुद कम हो जाती है। इसके अलावा, अमेरिका और यूरोप ने अपने storage tanks भर लिए हैं। एक और बात – solar और wind energy का चलन बढ़ने से भी गैस की डिमांड पर असर पड़ा है।
2. मिडिल ईस्ट का कम असर
युद्ध और तनाव के बावजूद तेल की सप्लाई चेन पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। क्यों? क्योंकि अमेरिका और रूस ने अपने exports बढ़ा दिए हैं। इंटरनेशनल मार्केट में competition बढ़ने से भी दाम कंट्रोल में हैं।
3. सरकारों ने दी राहत
कई देशों ने fuel पर टैक्स कम कर दिए हैं। सरकारी subsidies भी जारी हैं। इंटरनेशनल लेवल पर नए energy deals हुए हैं – इन सबका फायदा हमें मिल रहा है।
सस्ती गैस का हम पर क्या असर?
1. महंगाई पर लगाम
गैस सस्ती हुई तो ट्रांसपोर्ट और प्रोडक्शन cost कम हुआ। नतीजा? महंगाई थोड़ी काबू में आई है। Experts कह रहे हैं कि ये ग्लोबल इकॉनमी के लिए अच्छा संकेत है।
2. जेब पर राहत
सीधा फायदा ये हुआ कि घर का gas cylinder और electricity bill हल्का हुआ है। ट्रैवल करना भी थोड़ा सस्ता हो गया है। आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है।
3. बिजनेस को फायदा
फैक्ट्रियों का खर्च कम हुआ तो प्रॉफिट बढ़ा। एक्सपोर्टर्स को भी फायदा हुआ – अब वो इंटरनेशनल मार्केट में और competitive प्राइस दे पा रहे हैं। Industry experts का मानना है कि इससे इकॉनमिक ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।
आगे क्या होगा?
1. दामों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा
भविष्य में गैस के दाम लगातार डगमगाते रहेंगे। मिडिल ईस्ट की स्थिति और जियो-पॉलिटिकल घटनाओं का असर तो रहेगा ही। सर्दियों में डिमांड बढ़ने पर दाम फिर चढ़ सकते हैं।
2. ग्रीन एनर्जी का ट्रेंड
अब दुनिया solar और wind energy की तरफ भाग रही है। clean energy के बढ़ते इस्तेमाल से लॉन्ग टर्म में गैस की डिमांड पर असर पड़ेगा। कई देश तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
आखिरी बात
गैस के दाम गिरने के पीछे कई वजहें हैं – मार्केट का बैलेंस, सरकारी पॉलिसी और ग्लोबल कंडीशन्स। ये आम आदमी और इकॉनमी दोनों के लिए अच्छी खबर है। लेकिन आगे भी एनर्जी सेक्टर को स्थिर रखने के लिए सही कदम उठाने होंगे। आज हमने समझा कि मिडिल ईस्ट में हंगामे के बावजूद गैस कैसे सस्ती हुई।
Source: WSJ – US Business | Secondary News Source: Pulsivic.com