H-1B वाले भाइयों, सावधान! अमेरिका से 60 दिन बाहर रहा तो होगा बवाल
ये खबर सुनकर मेरे जैसे कई लोगों की नींद उड़ गई होगी। अमेरिकी सरकार ने H-1B वीजा वालों के लिए एक नया गजब का नियम लाया है – अगर आप 60 दिन से ज्यादा अमेरिका से बाहर रहे, तो बाय-बाय वीजा! और तो और, भविष्य में अमेरिका जाने पर भी रोक लग सकती है। सच कहूं तो ये नियम सीधे-सीधे हम भारतीय आईटी वालों को टारगेट कर रहा है। क्योंकि H-1B का सबसे ज्यादा इस्तेमाल तो हम ही करते हैं न!
पूरा माजरा क्या है?
असल में H-1B वीजा तो अमेरिका में काम करने का एक बेहतरीन जरिया रहा है। हम भारतीयों के लिए तो ये dream ticket जैसा था। पहले थोड़ी-बहुत छूट थी – project चल रहा हो या घर वालों की कोई जरूरत, तो लंबे समय तक बाहर रह लेते थे। लेकिन अब? 60 दिन की सख्त कटऑफ! मानो कोई expiry date वाला दूध हो। ये सब अमेरिका वालों की “हमारे लोग पहले” वाली नीति का हिस्सा है। पर सवाल ये है कि क्या ये न्यायसंगत है?
क्या-क्या बदल गया? समझिए पूरा गणित
तो देखिए, मुख्य बदलाव ये हैं:
1. 60 दिन से ज्यादा बाहर? वीजा कैंसिल!
2. Renewal के वक्त ज्यादा पूछताछ और rejection का डर
3. सबसे डरावना – permanent ban तक की नौबत!
अब सोचिए, अगर किसी के घर में इमरजेंसी हो या कोई लंबा प्रोजेक्ट चल रहा हो तो? मुश्किल हो जाएगा ना। एक तरफ तो अमेरिका हमारी मेहनत का फायदा उठाता है, दूसरी तरफ ऐसे नियम लाता है। थोड़ा unfair लगता है, है न?
लोग क्या कह रहे? सुनिए जनता की आवाज
सोशल मीडिया पर तो बवाल मचा हुआ है। कई लोग कह रहे हैं ये तो खुला भेदभाव है। मेरा एक दोस्त तो बिल्कुल सही कहता है – “ये ऐसा है जैसे किराएदार को घर से बाहर जाने पर रोक लगा दो।” वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इससे local jobs बढ़ेंगी। पर सच्चाई? अमेरिकी युवा तो वैसे भी IT की मेहनत वाली नौकरियों से कतराते हैं।
आगे क्या होगा? कुछ अंदाजा लगाइए
अब हालात देखकर तो यही लगता है:
– हर यात्रा को 60 दिन के अंदर पूरा करना होगा
– भारतीय कंपनियों को अपनी strategies बदलनी पड़ेंगी
– शायद कोर्ट में केस भी हो
एक बात तो तय है – अब हर H-1B वाले को अपनी ट्रैवल प्लानिंग बहुत ही सोच-समझकर करनी होगी। थोड़ी सी भी गड़बड़ हुई तो? पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। मेरी सलाह? किसी अच्छे immigration lawyer से जरूर बात करें। क्योंकि ये नियम तो ऐसे हैं जैसे चलते-चलते अचानक रास्ता बदल दिया गया हो!
आखिर में एक बात – अमेरिका की ये नई चाल से निपटने के लिए हमें और ज्यादा मेहनत और स्मार्ट प्लानिंग की जरूरत है। क्योंकि जहां चाह वहां राह… पर अब थोड़ी मुश्किल जरूर हो गई है!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com