कांगड़ा-कुल्लू में मूसलाधार बारिश ने मचाया तबाही: 2 लोगों की जान गई, 20 से ज्यादा गायब
क्या हुआ था?
कांगड़ा और कुल्लू इन दिनों प्रकृति के कहर से जूझ रहे हैं। बीते 24 घंटों में हुई भारी बारिश ने इलाके को तहस-नहस कर दिया है। अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से ज्यादा लोगों का कोई अता-पता नहीं। सबसे दर्दनाक घटना खन्यारा के पास एक छोटे hydel project में हुई, जहाँ अचानक आई बाढ़ ने मजदूरों को बहा लिया।
मौसम विभाग ने दी थी मुनादी
कितनी बारिश हुई?
देखा जाए तो मौसम विभाग ने पहले ही लाल झंडी दिखा दी थी। पर किसने सुनी? आखिरकार 200 mm से ज्यादा पानी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
कौन से इलाके डूबे?
खन्यारा और आसपास के गाँवों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा। कुल्लू घाटी की नदियाँ भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
वारदात की पूरी कहानी
hydel project का हाल
मनुनी खाद में उफनते पानी ने hydel project को पल भर में तिनके की तरह बहा दिया। वहाँ काम कर रहे मजदूरों के पास भागने तक का वक्त नहीं मिला।
बचाव की कोशिशें
NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें रात-दिन एक करके लापता लोगों को ढूँढ रही हैं। मगर बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है, जिससे काम में दिक्कतें आ रही हैं।
पीड़ितों की जानकारी
जिन्होंने दम तोड़ दिया
दोनों मृतक मजदूर पड़ोसी राज्यों के रहने वाले थे। सरकार ने उनके परिवारों को तुरंत मुआवजा देने का वादा किया है।
कौन हैं गायब?
ज्यादातर लापता लोग उसी hydel project में काम करने वाले मजदूर हैं। स्थानीय लोगों को भी safer locations पर शिफ्ट किया जा रहा है।
सरकार ने क्या कदम उठाए?
CM का बयान
मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने तुरंत relief work शुरू करने के आदेश दिए हैं। disaster management की टीमें पूरी तरह alert हैं।
मदद पहुँच रही है
प्रभावित इलाकों में राशन, कंबल और दवाइयाँ पहुँचाई जा रही हैं। temporary camps लगाकर लोगों को रहने की जगह दी जा रही है।
आखिर में…
ये घटना हमें याद दिलाती है कि प्रकृति के आगे हम कितने बेबस हैं। सरकार को disaster management की planning पर फिर से गंभीरता से सोचना होगा। हम आम लोगों को भी मौसम विभाग की warnings को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
Source: Hindustan Times – India News | Secondary News Source: Pulsivic.com