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डेनमार्क कैसे बना रहा है EU को सुरक्षित और अमीर? जानें पूरी रणनीति!

डेनमार्क की वो चुपके-चुपके चाल जो EU को बना रही है मजबूत… और अमीर!

अरे भाई, EU के नक्शे पर एक छोटा सा देश डेनमार्क इन दिनों क्या खेल खेल रहा है, वो देखने लायक है! सच कहूं तो मुझे भी पहले यकीन नहीं हुआ कि ये छोटा सा देश इतना बड़ा गेम-चेंजर साबित होगा। लेकिन हाल ही में उन्होंने जो प्लान पेश किया है, वो EU की सुरक्षा से लेकर अर्थव्यवस्था तक को रीडिफाइन कर सकता है। और सबसे मजेदार बात? ये सब वो बिना शोर-शराबे के कर रहा है। ऊर्जा से लेकर टेक्नोलॉजी तक, डेनमार्क ने जिस तरह से EU को नया रास्ता दिखाया है, वो किसी मास्टरस्ट्रोक से कम नहीं। तो चलिए, आज इसी पर गप्पें मारते हैं!

डेनमार्क: EU का वो अनसुना हीरो जिसे सब नजरअंदाज करते रहे

देखिए न, डेनमार्क तो वैसे भी ऊर्जा और पर्यावरण के मामले में हमेशा आगे रहा है। लेकिन असली टर्निंग प्वाइंट आया रूस-यूक्रेन वॉर के बाद। जब पूरा EU रूसी गैस पर निर्भरता को लेकर परेशान था, तब डेनमार्क ने अपने हरित ऊर्जा प्रोजेक्ट्स को और तेज कर दिया। और यहां मजा ये कि उन्होंने ये सब एक दिन में नहीं किया। पिछले 10 साल से चुपचाप इन्वेस्टमेंट कर रहे थे। अब फल मिल रहा है। क्या आप जानते हैं? आज डेनमार्क न सिर्फ खुद के लिए बल्कि पड़ोसी देशों के लिए भी ऊर्जा का एक विश्वसनीय स्रोत बन चुका है। सोचिए, छोटा सा देश लेकिन कितना बड़ा इम्पैक्ट!

डेनमार्क का ‘तीन तीर’ फॉर्मूला जिसने EU को हैरान कर दिया

अब बात करते हैं उनकी रणनीति की, जो मुझे तो बिल्कुल महाभारत के ‘तीन बाणों वाले’ फॉर्मूले जैसी लगी। पहला तीर – ऊर्जा सुरक्षा। पवन ऊर्जा और हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी में उनका जुनून देखने लायक है। दूसरा – सैन्य सहयोग। NATO में उनकी भूमिका EU को रातोंरात सुरक्षित नहीं बना देगी, लेकिन धीरे-धीरे जरूर मजबूती दे रही है। और तीसरा सबसे जबरदस्त – आर्थिक नीतियां। स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देकर और टैक्स सिस्टम को सरल बनाकर उन्होंने जो किया, वो तो किसी सिलिकॉन वैली से कम नहीं। सच में।

तारीफ भी, आलोचना भी – पर डेनमार्क अपने रास्ते पर!

अब सवाल ये कि EU के बाकी देश इस पर क्या सोचते हैं? ज्यादातर नेताओं ने तो इसे ‘यूरोप का भविष्य’ तक कह डाला। लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि डेनमार्क का मॉडल सिर्फ छोटे देशों के लिए काम करेगा। मसलन, जर्मनी या फ्रांस जैसे बड़े देशों के लिए ये रणनीति उतनी प्रैक्टिकल नहीं। पर डेनिश PM का जवाब साफ है – “ये कोई वन-साइज-फिट-ऑल नहीं है, बल्कि एक फिलॉसफी है जिसे हर देश अपने हिसाब से अपना सकता है।” और सच कहूं तो मैं उनकी बात से सहमत हूं।

आगे क्या? डेनमार्क का मॉडल क्या बनेगा EU का नया मंत्र?

तो अब बड़ा सवाल – आगे का गेम क्या है? एक्सपर्ट्स की मानें तो डेनमार्क का ये मॉडल धीरे-धीरे पूरे EU में अपनाया जा सकता है। खासकर ऊर्जा के मामले में। और अगर ऐसा हुआ तो? फिर तो EU रूस और चीन जैसे दिग्गजों के सामने और भी मजबूती से खड़ा हो सकेगा। पर ये सब होगा धीरे-धीरे। रातोंरात नहीं। एक तरह से देखा जाए तो डेनमार्क ने जो बीज बोया है, वो आने वाले सालों में पूरे यूरोप के लिए छायादार वृक्ष बन सकता है। बस देखना ये है कि कौन-कौन इसकी छांव तले आता है!

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डेनमार्क की बात करें तो सच में यूरोप का एक अनोखा देश है। देखा जाए तो उनकी नीतियाँ सिर्फ कागज़ों पर प्रगतिशील नहीं हैं, बल्कि असल ज़िंदगी में काम कर रही हैं। EU के साथ उनका सहयोग? एकदम ज़बरदस्त। सच में। सुरक्षा हो या आर्थिक मोर्चा, दोनों ही मामलों में वो कुछ अलग कर रहे हैं।

अब renewable energy की बात करें तो… वाह! क्या बात है। Innovation और strategic partnerships के चलते उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, वो किसी मिसाल से कम नहीं। सोचिए अगर बाकी देश भी इन तरीकों को अपनाएँ? EU का भविष्य तो और भी चमकदार हो जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या वाकई सबके लिए यह संभव है? ईमानदारी से कहूँ तो, डेनमार्क जैसा मॉडल बनाने में वक्त लगेगा। फिर भी, सीखने को तो बहुत कुछ है!

डेनमार्क और EU की सुरक्षा व अमीरी की रणनीति – जानिए सबकुछ!

1. डेनमार्क EU को सुरक्षित बनाने के लिए क्या कर रहा है?

देखिए, डेनमार्क सिर्फ पैसा खर्च नहीं कर रहा – वो smart तरीके से काम कर रहा है। advanced technology और cybersecurity पर invest तो कर ही रहा है, लेकिन असल मजा तो उनकी policies में है। terrorism और cyber attacks से निपटने के लिए EU के साथ मिलकर जो strategies बना रहे हैं, वो काफी practical हैं। सच कहूं तो, हमें भी कुछ सीखना चाहिए!

2. डेनमार्क की economy EU को अमीर बनाने में कैसे help कर रही है?

अरे भई, ये छोटा सा देश बड़े-बड़े lessons दे रहा है! renewable energy और green technology में तो ये boss है ही, लेकिन असली बात ये है कि इनके sustainable business models ने EU की economy को नया जीवन दिया है। exports की बात करें तो… एकदम ज़बरदस्त। सच में।

3. डेनमार्क EU के साथ कौन-से important agreements पर काम कर रहा है?

तो अब सवाल यह उठता है कि ये सब कैसे हो रहा है? असल में डेनमार्क trade से लेकर defense तक, और climate change से लेकर digital infrastructure तक – हर मोर्चे पर EU के साथ जुड़ा हुआ है। खास बात? green energy projects में इनकी partnership तो देखने लायक है।

4. क्या डेनमार्क EU की security में military support भी देता है?

हालांकि डेनमार्क छोटा देश है, लेकिन NATO का सदस्य होने के नाते इसकी भूमिका बिल्कुल light नहीं है। joint military exercises से लेकर intelligence sharing तक – हर जगह active है। मतलब साफ है – सुरक्षा के मामले में डेनमार्क पूरी तरह committed है।

Source: Financial Times – Companies | Secondary News Source: Pulsivic.com

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