सरकारी योजना के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले पति-पत्नी गिरफ्तार – बड़ा खुलासा!

सरकारी योजना के नाम पर करोड़ों की ठगी! पति-पत्नी का पकड़ा जाना – क्या यह सिर्फ एक मामला है या बड़ी साजिश?

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसा केस क्रैक किया है जो सुनकर आपका दिमाग चकरा जाएगा। एक पति-पत्नी की जोड़ी, जिसने सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को ठगने का पूरा धंधा खड़ा कर लिया था। और ये कोई छोटी-मोटी रकम नहीं, बल्कि करोड़ों का खेल! अब सवाल यह है कि आखिर ये लोग इतने लंबे समय तक कैसे फलते-फूलते रहे?

कैसे चलता था यह धंधा?

सुनिए तो! ये आरोपी तीन साल से आवास योजना और किसान समर्थन निधि जैसे नामों पर लोगों को फंसा रहे थे। तरीका? बिल्कुल सीधा-सरल। पहले गारंटी देना कि सरकारी लाभ मिलेगा, फिर पैसा लेकर गायब हो जाना। लेकिन असल मजा तो तब आया जब पुलिस ने IPL ट्रैकिंग तकनीक (हां, वही जो क्रिकेट मैचों में इस्तेमाल होती है!) की मदद से इन्हें पकड़ा। तकनीक का सही इस्तेमाल, है न?

छापे में क्या-क्या मिला?

अब ये तो आप भी जानना चाहेंगे न कि पुलिस को क्या-क्या मिला? तो सुनिए:
– नकली सरकारी दस्तावेजों का ढेर (इतने कि शायद असली दफ्तर भी शरमा जाए)
– कई मोबाइल फोन (क्या ये लोग एक साथ कई भूमिकाएं निभा रहे थे?)
– बैंक पासबुक (जाहिर है, पैसा तो दिखना ही चाहिए!)

और रकम? लगभग 5 करोड़ रुपये! यानी इतने में तो कोई छोटी-मोटी फिल्म भी बन सकती है। है न?

पीड़ितों की कहानी – दिल दहला देने वाली

एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि उन्होंने आवास योजना के नाम पर अपनी जमा पूंजी के 2 लाख रुपये दे दिए। सोचा था घर मिलेगा, लेकिन… खैर, आप समझ ही गए होंगे। ईमानदारी से कहूं तो ऐसे मामले सुनकर गुस्सा तो आता ही है।

तो अब क्या होगा?

पुलिस तो अपना काम कर ही रही है, लेकिन असल सवाल यह है कि हम क्या सीखें? मेरी नजर में दो बातें:
1. सरकारी योजनाओं की जानकारी सिर्फ अधिकृत स्रोतों से लें
2. कोई भी ‘गारंटीड’ ऑफर मिले तो सतर्क हो जाएं (क्योंकि असल जिंदगी में गारंटी जैसी कोई चीज होती ही नहीं!)

आखिर में एक बात और – क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे मामलों में सजा और सख्त होनी चाहिए? मैं तो यही सोचता हूं। आपकी क्या राय है?

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सरकारी योजना ठगी केस – वो सारे सवाल जो आप पूछना चाहते हैं

1. भईया, ये जोड़ा किन-किन सरकारी योजनाओं के नाम पर लूट रहा था?

देखिए, पुलिस वालों की मानें तो इन्होंने तो पूरा मेनू ही बना रखा था! PMAY से लेकर किसान सम्मान निधि तक – जो स्कीम चल रही है, उसके नाम पर ठगी। असल में इनका तरीका सीधा था – fake कागजात दिखाओ, मीठी-मीठी बातें करो और पैसे लेकर भाग जाओ। बस।

2. अरे भाई, इतने बड़े scam में कितने लोग फंसे होंगे?

अभी तक तो 200 से ज्यादा लोगों के बारे में पता चला है। लेकिन यहाँ दिलचस्प बात ये है कि रकम का अंदाजा लगाइए – करोड़ों में! और हां, ये आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि जांच अभी जारी है। सच कहूँ तो पुलिस वाले खुद हैरान हैं कि ये कितने बड़े स्तर पर चल रहा था।

3. सुनो, क्या ये स्कैम सिर्फ एक राज्य में हो रहा था या पूरे देश में?

अरे नहीं भई! ये तो पूरी तरह inter-state ऑपरेशन था। आरोपी अलग-अलग राज्यों के लोगों को टारगेट कर रहे थे। और तरीका? ऑनलाइन भी, ऑफलाइन भी। अभी तक 3-4 राज्यों में केस दर्ज हुए हैं, लेकिन मुझे लगता है और सामने आएंगे।

4. भाई, मान लो मैं भी इसका शिकार हो गया हूँ, तो अब क्या करूं?

सबसे पहले तो घबराइए मत। तुरंत अपने इलाके के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराइए। और हां – सबूतों को संभालकर रखिए! बैंक स्टेटमेंट, मैसेजेस, कोई भी डॉक्यूमेंट जो आपके पास हो। एक तरह से कहें तो, जितने ज्यादा सबूत, उतनी ही मजबूत केस। सच कहूं तो इस स्थिति में समय रहते एक्शन लेना ही समझदारी है।

Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com

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