Site icon surkhiya.com

“IAS अधिकारी ने परीक्षा में छात्र को मारे थप्पड़! बचाव में कहा – ‘हीट ऑफ मोमेंट’ | MP कांड”

ias officer slaps student during exam mp controversy 20250712220446922989

IAS अधिकारी ने परीक्षा में छात्र को थप्पड़ मारा – ‘Heat of Moment’ का बचाव या बहाना? | MP का ये कांड क्या कहता है?

मध्य प्रदेश में एक आईएएस अधिकारी का ये कृत्य सचमुच हैरान करने वाला है। संजीव श्रीवास्तव नाम के इस वरिष्ठ अधिकारी पर एक परीक्षार्थी को थप्पड़ मारने का आरोप है – और ये कोई छोटा-मोटा झापड़ नहीं था। असल में, पीड़ित छात्र रोहित (नाम बदला हुआ) का कहना है कि थप्पड़ इतना ज़ोरदार था कि उसके कान पर असर पड़ा है। सोचिए, एक सरकारी परीक्षा केंद्र पर, जहां आईएएस अधिकारी निरीक्षक थे, ये सब हुआ! अब तो पूरा मध्य प्रदेश इसी बात पर बहस कर रहा है।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर हुआ क्या था? देखिए, संजीव श्रीवास्तव MP प्रशासनिक सेवा के बड़े अधिकारी हैं – परीक्षा केंद्र की निगरानी की ज़िम्मेदारी उन पर थी। वहीं रोहित? बस एक सामान्य छात्र जो प्रतियोगी परीक्षा देने आया था। अचानक क्या हुआ कि तनाव बढ़ा और ये नौबत आ गई? रोहित तो यही कह रहा है कि उसने कुछ गलत किया ही नहीं था। लेकिन फिर भी थप्पड़ खाना पड़ा। है ना हैरानी की बात?

अब मामले के नए अपडेट्स और भी चौंकाने वाले हैं। रोहित ने मीडिया को बताया कि आईएएस का पद देखकर वो उनके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा पाया। और अधिकारी महोदय? उन्होंने NDTV को दिए इंटरव्यू में इसे “Heat of Moment” का मामला बताया है। मतलब गुस्से में हो गया, समझ लीजिए। उनका कहना है कि छात्र को नुकसान पहुंचाना उनका इरादा नहीं था। हालांकि, प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है – अधिकारी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

इस पूरे मामले पर अलग-अलग लोगों की क्या राय है? रोहित का कहना साफ है – “मैंने कुछ गलत नहीं किया, फिर भी मार खाई। अगर ये आईएएस न होते तो मैं ज़रूर विरोध करता।” वहीं संजीव श्रीवास्तव ने कहा – “ये अनियंत्रित पल था। अगर छात्र को तकलीफ हुई तो मैं माफी मांगता हूं।” स्थानीय संगठन भी पीछे नहीं हैं – उनका कहना है कि अधिकारियों को ऐसी हिंसक प्रतिक्रियाओं से बचना चाहिए। और सच कहूं तो, ये बात तो सही लगती है न?

तो अब बड़ा सवाल ये है कि आगे क्या होगा? देखिए, अगर जांच में अधिकारी की गलती साबित होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। रोहित ने कानूनी रास्ता भी खुला रखा है। और लंबे समय में देखें तो, इस घटना के बाद शायद सरकारी परीक्षाओं में अधिकारियों के व्यवहार को लेकर नए नियम बनें।

अंत में बस इतना कहूंगा – ये घटना एक बार फिर वो दिखा देती है कि सरकारी अधिकारियों और आम जनता के बीच का तनाव कितना गहरा है। अब देखना ये है कि जांच क्या नतीजे देती है। और ये मामला क्या वाकई प्रशासनिक व्यवस्था में कोई बदलाव ला पाएगा? वक्त ही बताएगा।

यह भी पढ़ें:

IAS अधिकारी और थप्पड़ कांड: क्या सच में गुस्सा जायज था?

1. IAS अधिकारी ने छात्र को थप्पड़ मारा… पर क्यों?

देखिए, अब यहां दोनों तरफ की कहानी है। IAS साहब का कहना है कि ये ‘हीट ऑफ मोमेंट’ में हुआ, एक तरह का emotional reaction। मतलब? छात्र ने परीक्षा हॉल में rules तोड़े, और वो गुस्से में आ गए। लेकिन सवाल ये है – क्या किसी गलती की सजा थप्पड़ होनी चाहिए? ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है नहीं।

2. वाकया हुआ कहाँ? MP के इस शहर में!

पूरा मामला Madhya Pradesh (MP) के एक examination center का है। जहां आमतौर पर शांति रहती है, वहां ये हंगामा। और हैरानी की बात? जिस IAS अधिकारी को system संभालना था, वही विवाद में फंस गए।

3. कानूनन क्या हो सकता है? जानिए पूरी बात

अभी तक तो कोई official case दर्ज नहीं हुआ। लेकिन स्थिति बदल सकती है अगर छात्र का परिवार complaint करे। और भई, physical assault तो physical assault होता है – IPC की relevant sections apply हो सकती हैं। पर क्या वाकई ऐसा होगा? क्योंकि हम जानते हैं कि यहां ‘पावर’ कैसे काम करता है।

4. सोशल मीडिया पर तूफान – किसकी हुई जीत?

अरे भई, सोशल मीडिया तो अपना काम कर ही रहा है! एक तरफ कुछ लोग IAS अधिकारी को हीरो बना रहे हैं – “डिसिप्लिन जरूरी है भाई!” वहीं दूसरी तरफ, ज्यादातर लोगों की राय साफ है – चाहे जो भी हो, थप्पड़ मारना गलत। और कुछ तो strict action की मांग कर रहे हैं। सच कहूं? मेरे ख्याल से ये debate लंबी चलने वाली है।

Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version