चीन-पाकिस्तान की जोड़ी को भारत ने दिया करारा जवाब! अमेरिका भी हैरान!
अरे भाई, क्या बताऊं… भारत ने तो हाल ही में एक ऐसा चाल चला है जिसने सबको हैरान कर दिया! चीन और पाकिस्तान मिलकर जो खेल खेल रहे थे, उसके बीच भारत ने चुपके से चीन के साथ रिश्ते सुधारने की पहल शुरू कर दी। सोचो ना, कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो गई है, और direct flights भी जल्द शुरू होने वाली हैं। अब सवाल यह है कि जब चीन-पाकिस्तान की जोड़ी भारत के लिए सिरदर्द बनी हुई है, तो यह मूव क्यों? अमेरिका तो इस पर अपना सिर खुजा रहा है!
पूरा माजरा समझिए: CPEC से लेकर गलवान तक की कहानी
देखिए ना, CPEC (China–Pakistan Economic Corridor) वाला मामला तो हमेशा से ही भारत के गले की हड्डी बना हुआ है। यह तो सीधे PoK से गुजरता है – और हम सब जानते हैं कि PoK हमारा ही हिस्सा है। वहीं दूसरी तरफ, गलवान घाटी की झड़पों के बाद LAC पर तनाव तो बना ही हुआ था। लेकिन यहां मजेदार बात यह है कि पिछले कुछ महीनों में भारत ने चीन के साथ बातचीत का रास्ता खुला रखा। क्या यह कोई नई रणनीति है? शायद हां। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कभी-कभी दुश्मन के साथ भी हाथ मिलाना पड़ता है। सच कहूं तो यह बहुत ही स्मार्ट मूव लग रहा है!
ताजा अपडेट: कैलाश यात्रा से लेकर व्यापार तक
अब बात करते हैं ताजा घटनाक्रम की। भारत ने चीन के साथ रिश्ते सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं:
– कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू – धर्म और संस्कृति का जोड़ तो बनता ही है
– Direct flights पर चर्चा – पर्यटन और business दोनों को फायदा
– चीनी निवेश (Chinese investment) में थोड़ी ढील – लेकिन सुरक्षा पर नजर बरकरार
अमेरिकी विदेश विभाग वाले तो इस पर खुलेआम हैरान हैं। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि भारत यह क्यों कर रहा है जबकि वे खुद चीन को लेकर इतने सतर्क हैं। मजेदार बात यह है कि यह सब हो रहा है तब जब चीन-पाकिस्तान CPEC पर जोर-शोर से काम कर रहे हैं!
दुनिया की प्रतिक्रिया: कौन क्या बोला?
अब सबसे मजेदार हिस्सा – प्रतिक्रियाएं!
– भारत का कहना है: “हमें अपने हितों को देखना है, बैलेंस बनाकर चलना है”
– चीन मुस्कुरा रहा है: “हम तो दोस्ती बढ़ाना चाहते हैं”
– अमेरिकी विश्लेषक खुसुर-पुसुर में: “यह कोई चाल हो सकती है”
– पाकिस्तानी मीडिया परेशान: “हमारे CPEC का क्या होगा?”
सच कहूं तो हर कोई अपने-अपने तरीके से इस मूव को समझने की कोशिश कर रहा है। पर यह तो समय ही बताएगा कि असल में क्या होने वाला है।
भविष्य क्या छिपाए है? एशिया की राजनीति में भूचाल!
अब सोचिए… अगर भारत और चीन के रिश्ते सच में सुधर गए तो?
– पाकिस्तान को चीन का साथ कम मिलेगा – उनकी मुश्किल बढ़ेगी
– अमेरिका और QUAD वाले इस पर नजर रखेंगे – क्योंकि यह उनकी रणनीति को भी प्रभावित कर सकता है
– LAC पर स्थिति में सुधार हो सकता है – पर पूरी तरह विश्वास करना मुश्किल
एक तरफ तो यह बहुत बड़ा अवसर है, लेकिन दूसरी तरफ खतरा भी कम नहीं। भारत ने जैसे शतरंज का एक बहुत ही सोचा-समझा चाल चला है। अब देखना यह है कि यह game किसके पक्ष में जाता है। आपको क्या लगता है? कमेंट में जरूर बताइएगा!
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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com