LAC के पास NH-913 हाइवे: क्या यह भारत का चीन को जवाब है? BRO ने शुरू कर दिया काम!
अरे भाई, अब तो BRO ने बिल्कुल जोश दिखा दिया है! भारतीय सीमा सड़क संगठन (BRO) वालों ने फिर एक बार अपनी ताकत साबित कर दी है। LAC के बिल्कुल पास NH-913 हाइवे बनाने का काम शुरू हो गया है – और सच कहूं तो, यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि चीन को भेजा गया एक मजबूत मैसेज है। आप सोच रहे होंगे कि यह इतना बड़ा डील क्यों है? देखिए न, यह हाइवे पूरा होते ही हमारे जवानों को सीमा पर मूव करने में कितनी आसानी होगी। मानो किसी ने उनके पंख लगा दिए हों!
पीछे की कहानी: BRO का सफर
बात 1960 की है, जब देश को पूर्वोत्तर और उत्तर में मजबूत infrastructure की जरूरत थी। तब शुरू हुआ था BRO का सफर – पहले “प्रोजेक्ट टसकर” (अब वर्तक) के साथ, फिर “प्रोजेक्ट बीकॉन” के साथ। आज? सालों की मेहनत का नतीजा है कि लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक, BRO की 11 बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। और NH-913? यह तो जैसे चेरी ऑन द केक है!
असल में, पिछले कुछ सालों में LAC पर जो तनाव बढ़ा है, उसने इस हाइवे को और भी जरूरी बना दिया है। सोचिए – एक तरफ तो यह हमारे जवानों के लिए लाइफलाइन होगा, दूसरी तरफ सीमा के गांवों के लिए विकास की नई राह। दोनों हाथों में लड्डू, है न?
ताजा अपडेट: क्या चल रहा है?
अभी हाल में BRO ने काम की रफ्तार तेज कर दी है। अरुणाचल और लद्दाख को जोड़ने वाली यह हाइवे सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि पूरी एक सिस्टम है – पुल, सुरंगें, और हां, बर्फबारी से बचाव के खास इंतजाम भी! सरकार ने भी पैसे की कंजूसी नहीं की है, खास budget आवंटित किया गया है।
लेकिन सच्चाई यह है कि यहां काम करना कोई आसान नहीं। -40°C का तापमान, ऑक्सीजन की कमी… BRO के engineers और workers को तो जैसे हर दिन नई चुनौती मिलती है। फिर भी, हौसला देखिए – टाइमलाइन पर काम पूरा करने का टारगेट!
लोग क्या कह रहे हैं?
Defense experts तो मानो खुशी से उछल पड़े हैं। एक expert ने कहा, “यह हाइवे चीन को साफ संदेश देगा – भारत अब पहले जैसा नहीं रहा!” स्थानीय लोगों की बात करें तो एक ग्रामीण भाई ने मुझे बताया, “साहब, इससे हमारे बच्चों को नौकरी मिलेगी, गांव का विकास होगा।”
चीन की तरफ से? अभी तक चुप्पी। पर हम जानते हैं न, उन्हें यह पसंद नहीं आएगा। पहले भी तो LAC पर हमारे infrastructure पर उन्हें एतराज रहा है।
आगे का गेम प्लान
जब यह हाइवे पूरा हो जाएगा, तो क्या होगा? सीधी बात – हमारी सुरक्षा और मजबूत होगी। Emergency में supplies पहुंचाना, जवानों की movement – सब आसान। यह तो game changer साबित हो सकता है!
और तो और, BRO शायद ऐसी और परियोजनाएं लाए। सोचिए – सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ वहां के लोगों की जिंदगी भी बदले। सचमुच, यह ‘विकास के साथ सुरक्षा’ वाली बात को सच कर दिखाएगा। क्या आपको नहीं लगता?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com