अमेरिका का 500% टैरिफ वाला बिल? जयशंकर ने कह दी बात, अब क्या होगा?
देखिए, अमेरिका वालों ने फिर कुछ नया ढूंढ़ निकाला है – एक बिल जिसमें भारत जैसे देशों पर 500% टैरिफ लगाने की बात है। लेकिन हमारे विदेश मंत्री जयशंकर जी ने इसे लेकर साफ़ कर दिया – “हम नहीं झुकेंगे।” सच कहूँ तो, ये बयान उनकी पुरानी स्टाइल को दिखाता है – सीधा और बिना लाग-लपेट के।
पूरा मामला यूक्रेन वॉर से जुड़ा है ना। अमेरिका और उसके दोस्तों ने रूस पर सारे प्रतिबंध लगा दिए। पर हमारा देश? हमने अपने फ़ायदे की बात सोची। सस्ता तेल मिल रहा था, तो क्यों न खरीदें? लेकिन अब अमेरिकी संसद वाले बिल लेकर आ गए हैं। 500% टैरिफ! ये सुनकर ही डर लगता है।
जयशंकर जी ने एकदम सही बात कही – “हमारी ऊर्जा सुरक्षा सबसे ज़्यादा ज़रूरी है।” सच भी तो है। आखिरकार, पेट्रोल-डीज़ल के दाम आसमान पर होंगे तो आम आदमी का क्या होगा? हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत का रास्ता खुला है। समझदारी की बात है।
अब राजनीति वालों की बात करें तो… कुछ विपक्षी नेता सरकार के साथ खड़े हैं, तो कुछ डरा रहे हैं कि अमेरिका नाराज़ हो जाएगा। उधर, हमारे उद्योगपति भी चिंतित हैं – अगर ये टैरिफ लगा तो निर्यात पर बुरा असर पड़ेगा। पर एक बात तो तय है – भारत अब वो देश नहीं रहा जो दबाव में आ जाए।
तो अब क्या? मेरी समझ से तो ये मामला बातचीत से ही सुलझेगा। हो सकता है हम यूरोप या मिडिल ईस्ट को ज़्यादा सामान बेचने लगें। या फिर कोई नया रास्ता निकले। पर जयशंकर जी ने जो कहा, वो दिल को छू गया – “हमारे लोग पहले।” बस, यही तो असली बात है ना?
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विदेश मंत्री जयशंकर का यह बयान साफ संदेश देता है – भारत अमेरिका के उस 500% टैरिफ बिल से डरने वाला नहीं है। और सच कहूं तो, डरना भी नहीं चाहिए! देखा जाए तो यह कोई नई बात नहीं – पिछले कुछ सालों में भारत ने अपने हितों की रक्षा के लिए कितनी दृढ़ता दिखाई है।
अब सवाल यह है कि क्या वाकई भारत के पास इतनी ताकत है? असल में, हमारी आर्थिक स्थिरता और वैश्विक साझेदारियों का मजबूत नेटवर्क ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। यह उतना ही सच है जितना कि दिल्ली की गर्मी में AC का होना!
और इस घटना ने तो एक बार फिर साबित कर दिया – भारत अब वो नहीं रहा जो दबाव में झुक जाए। बिल्कुल नहीं। हालांकि, यहां यह भी समझना जरूरी है कि सख्त रुख अपनाना और जिद्दी होना दो अलग बातें हैं। जयशंकर जी ने यह अंतर बखूबी समझाया है।
एक तरफ तो हमारी foreign policy में दृढ़ता दिख रही है, वहीं दूसरी तरफ हमारी diplomacy भी smart तरीके से काम कर रही है। यही तो असली बात है!
अमेरिका का वो 500% वाला टैरिफ बिल: भारत क्या करेगा? आपके सवाल, हमारे जवाब
1. ये 500% टैरिफ बिल है क्या बला? और भारत के लिए मुसीबत या मौका?
सुनकर हैरानी होगी – अमेरिका वालों ने भारतीय सामानों पर 500% तक का import duty लगाने का प्रस्ताव रख दिया है! सीधे-सीधे कहें तो steel और aluminum जैसे सेक्टरों को झटका लग सकता है। लेकिन सच कहूं तो भारत अब वो देश नहीं रहा जो ऐसे दबावों में घुटने टेक दे। देखिए न, सरकार तो बिल्कुल नहीं घबराई है।
2. जयशंकर साहब ने तो जैसे अमेरिका को सीधा जवाब दे दिया?
बिल्कुल! हमारे विदेश मंत्री का स्टाइल ही अलग है न। उन्होंने साफ़ कहा – “डरने वालों की कोई जगह नहीं”। और सिर्फ़ बातें ही नहीं कीं, diplomatic चैनल्स पर भी पूरी तैयारी दिखाई। एक तरफ़ तो अमेरिका दबाव बना रहा है, लेकिन दूसरी तरफ़ भारत भी अपने हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह alert है।
3. क्या सिर्फ़ बयानबाजी है या कोई एक्शन भी लिया है भारत ने?
अरे भई, हमारी सरकार सिर्फ़ बातें ही नहीं करती! दो कदम तो उठा ही लिए हैं – पहला, WTO में मामला उठाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाया। दूसरा, अमेरिका के साथ direct talks की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। थोड़ा समय तो लगेगा ही, पर शुरुआत अच्छी है।
4. अच्छा, economy पर क्या असर पड़ेगा इसका? सच-सच बताइए
ईमानदारी से? शॉर्ट टर्म में दर्द तो होगा – खासकर जिन सेक्टर्स पर सीधा असर पड़ेगा। लेकिन याद रखिए, भारत की economy अब बच्चा नहीं रही! हमने पहले भी ऐसे झटके झेले हैं। Long term में देखें तो ये मौका भी हो सकता है – नए markets खोजने का, exports diversify करने का। जैसे हमारे दादाजी कहते थे – “आफत में ही अवसर छुपा होता है”।
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