भारत के Su-30MKI को मिलेगा रूस का ‘खतरनाक’ R-37M मिसाइल! PL-15 को देगा टक्कर?
अरे वाह! भारतीय वायुसेना की मुट्ठी में अब एक और जबरदस्त हथियार आने वाला है। सुना है न? रूस की वो धमाकेदार R-37M हाइपरसोनिक मिसाइल जो अब हमारे Su-30MKI पर लगेगी। सच कहूं तो ये कोई आम मिसाइल नहीं है भाई – 300 किमी की रेंज और Mach 6 की स्पीड! मतलब दुश्मन के विमान को देखते ही… छू मंतर! और सबसे मजेदार बात? ये चीन की PL-15 को पीछे छोड़ देगी। क्या बात है न?
प्लॉट ट्विस्ट: PL-15 ने ही खुद अपनी मुसीबत बुलाई!
असल में कहानी शुरू होती है पाकिस्तान से। उन्होंने चीन से PL-15E मिसाइलें खरीद लीं – जो 200-250 किमी तक मार कर सकती हैं। अब सवाल यह था कि भारत क्या जवाब देगा? तो हमने रूस से R-37M लेने का फैसला किया। और ये तो पाक-चीन को सच में सिरदर्द दे देगी! क्यों? क्योंकि हमारी मिसाइल न सिर्फ ज्यादा दूर तक मार सकती है (300 किमी), बल्कि स्पीड भी इतनी कि दुश्मन को भागने का मौका ही न मिले। एक तरफ तो PL-15… दूसरी तरफ हमारी R-37M। कमाल का कॉन्ट्रास्ट है न?
R-37M: सुपरहीरो की तरह आ रही है ये मिसाइल
अब थोड़ा टेक्निकल चर्चा कर लेते हैं। ये R-37M सच में कुछ खास है – जैसे कोई सुपरहीरो! पहला, रेंज तो आप समझ ही गए। दूसरा, स्पीड… Mach 6 का मतलब? दिल्ली से मुंबई जाने में जितना वक्त लगता है, उससे भी कम! तीसरा, ये स्टील्थ विमानों को भी पकड़ लेती है। मतलब चीन के J-20 की भी चलती नहीं। सच कहूं तो ये मिसाइल हमारी वायुसेना के लिए गेम-चेंजर साबित होगी।
Su-30MKI का नया अवतार: और भी ‘घातक’ बन रहे हैं हमारे लड़ाकू
हमारे पास तो पहले से ही 270+ Su-30MKI हैं। अब इनपर R-37M लगेगी तो क्या हाल होगा? जैसे बॉलीवुड हीरो को सुपरहीरो बना दिया जाए! ये विमान पहले से ही ‘बीट ऑफ द इंडियन एयरफोर्स’ थे, अब तो और भी खतरनाक हो जाएंगे। चीन-पाकिस्तान वालों की नींद उड़ जाएगी शायद!
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे? चीन चुप, पाकिस्तान परेशान!
हमारे देश के डिफेंस एक्सपर्ट्स तो खुशी से झूम रहे हैं। उनका कहना है – “ये मिसाइल हमें एयर डोमिनेंस देगी।” चीन? वो अभी तक चुप्पी साधे हुए है। लेकिन उनका मीडिया इसे ‘भारत की बढ़ती ताकत’ बता रहा है। और पाकिस्तान? वहां के विश्लेषकों की चिंता देखकर लगता है उन्हें नींद नहीं आ रही होगी!
आगे क्या? भारत-रूस की जोड़ी और मजबूत!
ये डील सिर्फ एक मिसाइल की बात नहीं है। भारत और रूस के रिश्ते और गहरे होंगे। पहले S-400, अब R-37M… क्या कॉम्बिनेशन है! और हां, इससे पूरे साउथ एशिया का पावर बैलेंस बदल जाएगा। चीन-पाक को नई स्ट्रैटेजी बनानी पड़ेगी। हमारी वायुसेना तो अब और भी मॉडर्न हथियार लाएगी। सीधे शब्दों में कहूं तो – गेम सेट और मैच हमारा!
तो ये थी R-37M की कहानी। एक मिसाइल जो सिर्फ हथियार नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती सैन्य ताकत का प्रतीक है। क्या सोचते हैं आप? कमेंट में बताइएगा जरूर!
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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com