भारत-ब्रिटेन FTA: किसे मिलेगा सबसे ज़्यादा फायदा? आइए समझते हैं!
अरे भाई, बड़ी खबर है! भारत और ब्रिटेन ने आखिरकार उस ऐतिहासिक FTA पर दस्तखत कर दिए हैं – जिसे वो CETA का फैंसी नाम दे रहे हैं। सच कहूं तो, ये समझौता हमारे देश के लिए किसी गोल्डन टिकट से कम नहीं। सोचो न, अब हमारे देश के उत्पाद ब्रिटेन में बिना किसी टैरिफ के पहुंचेंगे! लेकिन सवाल यह है कि असल में किन सेक्टर्स को इसका सबसे ज़्यादा फायदा मिलेगा? चलिए, बात करते हैं।
पीछे की कहानी: ब्रेक्जिट से बढ़ी स्पीड
देखिए, ये FTA कोई रातों-रात तो हुआ नहीं। सालों से चल रही बातचीत थी। पर ब्रेक्जिट के बाद तो ब्रिटेन को हमारी याद सताने लगी! यूरोपीय यूनियन से अलग होने के बाद उन्हें नए दोस्त चाहिए थे – और हम उनकी टॉप प्रायोरिटी लिस्ट में थे। ईमानदारी से कहूं तो, हमारे लिए भी ये बड़ा मौका है। साल 2022-23 में हमारा बाइलेटरल ट्रेड 20.36 अरब डॉलर का था – और अब तो ये और बढ़ने वाला है। एकदम ज़बरदस्त!
किन सेक्टर्स की बंपर सेल लगेगी?
अब बात करते हैं मज़ेदार हिस्से की। ये समझौता किस-किस के लिए जैकपॉट साबित होगा:
• कृषि वालों के लिए तो लॉटरी निकल गई! चावल, मसाले, समुद्री उत्पाद – ब्रिटेन इन सब पर ‘वेलकम’ बोर्ड लगा रहा है।
• टेक्सटाइल इंडस्ट्री? बस एक शब्द में – चमक गए! अब हमारे कपड़े वहां बिना टैरिफ के बिकेंगे।
• ऑटो पार्ट्स और इंजीनियरिंग सेक्टर वालों के लिए भी अच्छी खबर है। हाई क्वालिटी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट बढ़ेगा।
• फार्मा कंपनियां? उनके लिए तो ब्रिटेन ने रेड कार्पेट बिछा दिया है – आसान अप्रूवल्स और मार्केट एक्सेस।
• सर्विस सेक्टर वालों को भी मौका मिलेगा – IT, हेल्थकेयर, एजुकेशन में नए दरवाज़े खुलेंगे।
कौन खुश, कौन नाराज़?
सरकार तो जैसे गदगद है! वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल इसे ‘गेम-चेंजर’ बता रहे हैं। FICCI और CII जैसी संस्थाएं भी खुश हैं – रोजगार बढ़ेगा, निवेश आएगा। ब्रिटिश PM तो इसे ‘विन-विन’ डील बता रहे हैं। लेकिन…हमेशा एक ‘लेकिन’ तो होता ही है न? कुछ एक्सपर्ट्स की चिंता है कि छोटे उद्योगों पर ब्रिटिश कंपनियों का दबाव बढ़ सकता है। पर ये तो टाइम ही बताएगा।
आगे क्या? भविष्य की संभावनाएं
अब सवाल यह कि लॉन्ग टर्म में क्या होगा? विश्लेषकों का कहना है कि अगले 5 साल में भारत-ब्रिटेन ट्रेड 50% तक बढ़ सकता है! हमारे एक्सपोर्टर्स को ब्रिटेन में पैर जमाने का मौका मिलेगा, वहीं ब्रिटिश कंपनियां हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक सेक्टर में निवेश करेंगी। सच कहूं तो, ये सिर्फ एक ट्रेड डील नहीं – ये तो हमारे रिश्तों को नई दिशा देने वाला है। क्या पता, आगे चलकर ये और भी बड़े समझौतों का रास्ता खोले!
तो क्या आपको लगता है ये डील भारत के लिए फायदेमंद साबित होगी? कमेंट में बताइएगा ज़रूर!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com