-10°C में भी दिल गरम! कारगिल के हीरो जिन्होंने नामुमकिन को मात दे दी
याद है वो 1999 की गर्मियाँ? जब पूरा देश TV स्क्रीन्स से चिपका था और कारगिल की चोटियों पर हमारे जवानों ने इतिहास लिख दिया। सोचो तो – -10°C का तापमान, ऑक्सीजन की कमी, और ऊपर से दुश्मन की मजबूत पोजीशन। लेकिन क्या ये हमारे जवानों को रोक पाया? बिल्कुल नहीं! असल में तो ये चुनौतियाँ उनके जोश को और भड़का देती थीं।
वो मिशन जिसने ‘मिशन इम्पॉसिबल’ को शर्मिंदा कर दिया
एक मिनट रुकिए… 18,000 फीट की ऊंचाई पर लड़ाई का मतलब समझते हैं? वहाँ तो सामान्य इंसान को साँस लेने में दिक्कत होती है, और ये हमारे जवान वहाँ दुश्मन से लोहा ले रहे थे! पाकिस्तानी घुसपैठियों ने सोचा था कि ये जगह उनके कब्जे में रहेगी – है न मजेदार बात? उन्हें क्या पता था कि भारतीय फौजी तो चुनौतियों को न्योता देते हैं।
और हाँ, एक बात और – वहाँ चढ़ाई करना कितना खतरनाक था, ये तो वही जानते हैं जो वहाँ गए थे। बर्फीली चट्टानों पर रात के अंधेरे में चढ़ना… एक छोटी सी चूक और… खैर, आप समझ ही गए होंगे।
वो रात जब चुपके से लिख दिया इतिहास
कल्पना कीजिए – रात का अँधेरा, सन्नाटा, और बस बर्फ की खनखनाहट। हमारे जवान चुपचाप चढ़ रहे हैं, जबकि दुश्मन को कानोंकान खबर तक नहीं। और फिर वो पल आया… जब पाकिस्तानी सैनिकों ने आँखें खोलीं तो देखा कि हमारे जवान तो उनके ठीक ऊपर खड़े हैं! बस फिर क्या था – तिरंगा लहराने का वक्त आ गया था।
जब पूरा देश एक हो गया
ये सिर्फ एक लड़ाई नहीं थी दोस्तों… ये तो पूरे देश को जोड़ने वाला वो ग्लू था जिसकी आज भी जरूरत है। TV पर खबरें आती थीं और घर-घर में एक ही चर्चा – “हमारे जवान कैसे हैं?” सोशल मीडिया नहीं था तब, लेकिन #KargilHeroes की भावना हर दिल में थी।
आज भी जिंदा है वो जोश
क्या आप जानते हैं? कारगिल की इस जीत ने हमारी सेना को पूरी तरह बदल दिया। नई तकनीक, बेहतर ट्रेनिंग… पर सबसे बड़ा बदलाव था युवाओं के दिलों में फौज के प्रति प्यार। आज भी जब 26 जुलाई आता है, तो लगता है जैसे वो जोश ताजा हो जाता है।
सच कहूँ तो, कारगिल सिर्फ एक युद्ध नहीं था… ये तो हमारे जवानों ने दिखा दिया कि इंसान की हिम्मत के आगे प्रकृति भी घुटने टेल देती है। और याद रखिए – जब तक भारत में ऐसे दिल धड़कते रहेंगे, कोई हमें झुका नहीं सकता। जय हिंद!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com