इंदौर ने फिर मारी बाज़ी! 8वीं बार ‘स्वच्छता का खिताब’ हासिल, सूरत को देना पड़ा दूसरा स्थान
क्या आपको याद है पिछले साल जब इंदौर ने सातवीं बार स्वच्छता का खिताब जीता था? अब 2024 के Swachh Survekshan Awards में यह शहर फिर चमका है – और इस बार भी पहले नंबर पर! असल में देखा जाए तो इंदौर ने यह कारनामा लगातार आठवीं बार कर दिखाया है। मध्य प्रदेश का यह शहर अब स्वच्छता के मामले में किंग बन चुका है। गुजरात का सूरत? वो इस बार भी दूसरे नंबर पर रहा। और तीसरे पायदान पर नवी मुंबई को जगह मिली।
अब सवाल यह है कि आखिर इंदौर यह कमाल कैसे कर लेता है? दरअसल, यह अवॉर्ड सिर्फ सड़कें साफ़ दिखने से नहीं मिलता। इसमें कचरा प्रबंधन, sewage system, solid waste management जैसे technical पहलुओं के साथ-साथ आम लोगों की भागीदारी भी check की जाती है। और इंदौर ने इन सभी मापदंडों पर बाज़ी मारी है।
एक दिलचस्प बात – इस बार इंदौर को 100 में से 98.5 अंक मिले! सूरत 98.2 अंकों के साथ बस थोड़ा ही पीछे रह गया। नवी मुंबई 97.8 अंक लेकर तीसरे स्थान पर। ये आंकड़े बताते हैं कि टॉप शहरों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। और हैरानी की बात ये कि पूरे देश के 4,500 से ज़्यादा शहरों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया।
इंदौर के मेयर का कहना है, “यह जीत हमारे हर नागरिक की मेहनत की देन है।” सच कहूं तो यह सिर्फ नगर निगम की सफलता नहीं, बल्कि पूरे शहर की जीत है। वहीं सूरत के अधिकारियों ने अगले साल पहला स्थान हासिल करने का संकल्प लिया है। देखते हैं क्या वो इंदौर के इस राज को चुनौती दे पाते हैं!
अब तो इंदौर को ‘स्वच्छता की राजधानी’ कहना ग़लत नहीं होगा। लेकिन यहां एक चेतावनी भी है – अगले साल से स्वच्छ सर्वेक्षण के मानक और सख्त होने वाले हैं। मतलब साफ़ है – अब और मेहनत करनी होगी। पर अच्छी बात ये है कि इंदौर की यह सफलता दूसरे शहरों के लिए प्रेरणा बन रही है। आखिरकार, स्वच्छता सिर्फ सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि हम सभी की साझा ज़िम्मेदारी है। है न?
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com