बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना… और पैसे न होने पर क्या हुआ? सुनिए एक ऐसी कहानी जो दिल छू लेगी!
आज केरल की एक छोटी सी कहानी पूरे सोशल मीडिया पर छाई हुई है। सुनकर लगता है जैसे कोई फिल्मी कहानी हो, लेकिन असल ज़िंदगी की यह घटना है। एक पिता जिसने अपने बेटे के लिए इंजीनियरिंग का सपना देखा, पैसों की कमी ने उसे तोड़ने की कोशिश की… लेकिन अंत क्या हुआ? यही तो सबसे दिलचस्प हिस्सा है!
जब पैसा नहीं, पर हौसला था
केरल के एक छोटे से शहर में रहने वाले इस परिवार की कहानी सुनिए। पिता एक छोटी सी नौकरी करते थे – महीने के आखिर तक गुज़ारा करना ही मुश्किल होता था। लेकिन उनका बेटा? अरे वाह! पढ़ाई में इतना तेज कि इंजीनियरिंग की एंट्रेंस परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली। पर यहाँ आकर कहानी में ट्विस्ट आता है – कॉलेज की फीस का सवाल। बैंक से लोन लेने की कोशिश की, लेकिन कागज़ात न होने के कारण मना कर दिया। अब क्या? तो इस पिता ने जो किया, वही तो इस कहानी को खास बनाता है।
जब सारे दरवाज़े बंद हो गए…
सच कहूँ तो, जब कोई रास्ता नहीं बचता, तब इंसान क्या-क्या नहीं करता! इस पिता ने अपनी पुरानी गाड़ी बेची, घर का कुछ सामान बेचा… लेकिन फिर भी पैसे कम पड़ रहे थे। तब उन्होंने वह किया जो आजकल का ट्रेंड है – सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर की। और यहाँ से कहानी का मोड़ बदल गया। लोगों ने देखा कि यह कोई मामूली अपील नहीं, बल्कि एक पिता का अपने बेटे के लिए संघर्ष है। कुछ ही दिनों में इतने पैसे जमा हो गए कि फीस का इंतज़ाम हो गया! एक एनजीओ ने तो आगे बढ़कर पूरी पढ़ाई का खर्च उठाने का ऐलान कर दिया। आज वह लड़का एक अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहा है – सपना सच होते देखना कितना अच्छा लगता है न?
लोगों ने क्या कहा?
इस कहानी ने तो जैसे पूरे समाज को हिला दिया। परिवार वाले कहते हैं – “हमें खुद पर यकीन नहीं हो रहा। इतने लोगों ने प्यार दिया, मदद की…” स्थानीय नेताओं ने भी इसकी तारीफ की। सोशल मीडिया पर तो लोगों के कमेंट्स पढ़कर आँखें नम हो जाती हैं। किसी ने सही कहा है – जब समाज साथ दे, तो कोई सपना अधूरा नहीं रहता।
आगे की राह क्या है?
इस घटना ने सिर्फ एक परिवार की ज़िंदगी ही नहीं बदली, बल्कि पूरे सिस्टम को सोचने पर मजबूर कर दिया। अब स्थानीय प्रशासन गरीब मेधावी छात्रों के लिए नई स्कॉलरशिप योजनाएँ बना रहा है। कई एनजीओ ने भी ऐसे ही परिवारों को ढूँढने का अभियान शुरू किया है। और सबसे बड़ी बात? वह लड़का अब सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए पढ़ रहा है। उसका कहना है कि वह पढ़-लिखकर दूसरों की मदद करेगा। सच में, यही तो असली सफलता है!
कहानी से सीख? ज़िंदगी में कितनी भी मुश्किलें आएँ, हार मत मानो। कभी-कभी थोड़ी सी मदद, थोड़ा सा सहारा… किसी का सपना सच कर सकता है। और हाँ, अच्छे लोग अभी भी इस दुनिया में हैं – बस थोड़ा ढूँढने पड़ते हैं!
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बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना – कुछ ज़रूरी सवाल और उनके जवाब
1. पैसे न होने पर बेटे को इंजीनियर कैसे बनाएं? (हां, ये मुमकिन है!)
देखिए, इस कहानी में पिता ने जो किया वो सच में काबिले-तारीफ है। Scholarships, part-time jobs, education loans – इन सबका इस्तेमाल किया। पर असल बात ये थी कि उन्होंने बेटे को मेहनत का महत्व समझाया। वो भीख में डिग्री नहीं चाहते थे, है न? और सच कहूं तो, जब इरादे मजबूत हों तो रास्ते खुद-ब-खुद निकल आते हैं।
2. क्या पैसे के बिना engineering की पढ़ाई हो सकती है? सच-सच बताइए!
अरे भई, हां! मेरा एक दोस्त तो दिन में क्लासेस लेता था और रात को call center में काम करता था। Government colleges की fees कम होती है, scholarships मिल जाएं तो सोने पर सुहागा। Bank loans लेने में घबराएं नहीं – अगर आपको यकीन है कि बच्चा पढ़ेगा, तो ये investment है, खर्च नहीं।
3. इस कहानी से क्या सीख मिलती है? (सिर्फ पैसे की बात नहीं है)
ईमानदारी से कहूं तो, ये कहानी सिर्फ पैसों के बारे में नहीं है। देखा जाए तो ये हिम्मत, हौसले और थोड़ी सी चालाकी (positive वाली!) की कहानी है। मुश्किलें तो हर किसी की life में आती हैं, लेकिन जो लोग हार नहीं मानते… वही आगे निकल जाते हैं। सच कहूं? मेहनत और लगन से बड़ा कोई investment नहीं होता।
4. Engineering के लिए पैसे कहां से जुटाएं? (Practical tips)
अब ये सवाल जरूरी है! Government schemes जैसे Vidyalakshmi Portal तो है ही, पर क्या आप जानते हैं कि कई NGOs भी मदद करती हैं? Local community groups, religious organizations – इनसे भी संपर्क करें। Bank loans के अलावा, कई colleges अपने खुद के aid programs भी चलाते हैं। एक तरफ तो options कम लगते हैं, लेकिन दूसरी तरफ देखें तो… विकल्पों की कमी नहीं है। बस थोड़ी research करनी पड़ती है।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com