इंटेल का बड़ा मूव: पैसे तो बढ़े, पर यूरोप में कटौती का दर्द
क्या आपने सुना? इंटेल ने हाल ही में दो ऐसे फैसले किए हैं जो टेक दुनिया में बवाल मचा रहे हैं। एक तरफ तो कंपनी ने अपने revenue का टारगेट बढ़ा दिया है – यानी पैसा आ रहा है। लेकिन दूसरी तरफ यूरोप में अपने कुछ factories को बंद करने का ऐलान कर दिया है। अब सवाल यह है कि ये दोनों फैसले एक साथ कैसे चलेंगे? असल में, ये सब नए CEO पैट गेल्सिंगर की ‘इंटेल को फिर से टॉप पर ले जाओ’ वाली स्ट्रैटजी का हिस्सा है।
पीछे मुड़कर देखें तो…
भई साहब, इंटेल को पिछले कुछ सालों में कड़ी टक्कर मिल रही थी। TSMC और AMD जैसी कंपनियां तेजी से आगे निकल गई थीं। और हमारी इंटेल? टेक्नोलॉजी की रेस में पिछड़ती जा रही थी। नतीजा? मार्केट शेयर गिरा, पैसा कम हुआ। पर 2021 में जब पैट गेल्सिंगर आए, तो उन्होंने कहा – “बस, अब और नहीं!” और शुरू हो गई नई रणनीति की तैयारी। अभी जो हम देख रहे हैं, वो उसी का अगला चैप्टर है।
क्या बदल रहा है असल में?
अच्छी खबर यह कि इंटेल को चिप्स की डिमांड बढ़ने से फायदा हो रहा है। Revenue प्रोजेक्शन बढ़ाना तो बनता ही था। पर साथ ही… यूरोप में कुछ फैक्ट्रियां बंद होंगी। क्यों? सीधी बात – यूरोप में प्रोडक्शन महंगा पड़ता है। अब कंपनी का फोकस एशिया और अमेरिका पर होगा, जहां कॉस्ट कम आती है। समझदारी की बात है, है न?
किसको क्या लगा?
इस खबर पर रिएक्शन का कॉकटेल है। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं – “सही फैसला, लॉन्ग टर्म में फायदा होगा।” पर यूरोपीय देश? उनका मूड खराब है। आयरलैंड और जर्मनी तो मानो रोने लगे – “हमारी नौकरियां कहां जाएंगी?” शेयर मार्केट वालों को यह खबर पसंद आई – इंटेल के शेयर ऊपर चढ़ गए। कुल मिलाकर… हर कोई अपने-अपने नजरिए से देख रहा है।
आगे क्या?
अब देखना यह है कि यह सब काम करता है या नहीं। इंटेल का प्लान तो साफ है – एशिया और अमेरिका में नई फैक्ट्रियां, कम खर्च, ज्यादा मुनाफा। लेकिन यूरोपीय सरकारों को मनाना और वहां के लोगों की नौकरियों का इंतजाम करना… ये चुनौती तो रहेगी ही।
अंत में बात यह कि इंटेल ने एक बोल्ड मूव किया है। अगर यह प्लान सफल हुआ, तो कंपनी फिर से चिप इंडस्ट्री का बादशाह बन सकती है। पर साथ ही… यूरोप में जो नौकरियां जाएंगी, उसका असर भी तो होगा न? आने वाले वक्त में पता चलेगा कि यह फैसला सही था या नहीं। फिलहाल तो यह एक बेहद दिलचस्प केस स्टडी बन गई है!
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इंटेल की Revenue Growth और Europe में Manufacturing Cuts: क्या है पूरा माजरा?
भई, इंटेल ने तो हाल ही में कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जो चर्चा का विषय बने हुए हैं। तो आइए, बिना समय गंवाए समझते हैं कि ये सब क्या है और हमें क्यों परवाह करनी चाहिए!
इंटेल की Revenue Growth: असली राज़ क्या है?
देखिए, इंटेल ने पिछले कुछ समय में कमाल का काम किया है। पर सवाल यह है कि आखिर उन्होंने ये growth हासिल कैसे की? असल में, पूरी दुनिया में semiconductor chips की मांग आसमान छू रही है – और इंटेल इसका फायदा उठा रहा है। साथ ही, data center, AI और cloud computing सेक्टर में उनका परफॉरमेंस भी काबिले-तारीफ रहा है।
लेकिन यही नहीं! उन्होंने नए products लॉन्च करके भी दिखा दिया कि वो अभी पुराने खिलाड़ी नहीं बने बैठे हैं। बिल्कुल नए technologies पर focus करके उन्होंने अपनी जगह मजबूत की है। सच कहूं तो, ये सब मिलाकर एक जबरदस्त कॉम्बिनेशन बना है।
Europe में Manufacturing Cuts: क्या है वजह?
अब बात करते हैं Europe में manufacturing sites को लेकर हाल ही में हुए फैसले की। सुनकर थोड़ा अजीब लगता है ना? इतनी बड़ी कंपनी अचानक cuts की बात क्यों कर रही है?
दरअसल, मामला बिल्कुल साफ है – costs कम करना और efficiency बढ़ाना। Europe में operational costs काफी high हैं, और इंटेल अपनी global strategy के तहत competitive edge बनाए रखना चाहता है। थोड़ा कड़वा फैसला जरूर है, पर business है यार – कभी-कभी ऐसे steps लेने पड़ते हैं।
Employees और Customers पर क्या असर होगा?
सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि इसका असर किन-किन पर पड़ेगा। सच्चाई यह है कि कुछ employees को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। मगर अच्छी बात यह है कि इंटेल ने उनके लिए transition programs का ऐलान किया है।
Customers की बात करें तो short-term में supply chain में थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं। पर long-term में यह move कंपनी को और मजबूत बनाएगा – जिसका फायदा आखिरकार customers को ही मिलेगा। एक तरह से देखा जाए तो, दर्द तो है, पर इलाज जरूरी था।
क्या आगे और cuts की उम्मीद करें?
अभी के लिए तो इंटेल ने सिर्फ Europe पर ही focus किया है। लेकिन future में क्या होगा? सीधी सी बात है – यह पूरी तरह market conditions और कंपनी की financial health पर निर्भर करेगा।
हालांकि एक बात तय है – इंटेल जैसी कंपनियां बिना सोचे-समझे कोई कदम नहीं उठातीं। तो अगर future में और cuts आती भी हैं, तो समझिए वो भी पूरी प्लानिंग के साथ होंगी। बस, हमें wait and watch करना है!
तो यह थी इंटेल की recent moves पर हमारी छोटी सी चर्चा। कैसा लगा आपको? कमेंट्स में बताइएगा जरूर!
Source: Financial Times – Companies | Secondary News Source: Pulsivic.com