ईरान का गायब यूरेनियम: क्या वांस का दावा सच में सही है?
क्या हुआ है असल में?
पिछले कुछ दिनों से एक खबर जोरों पर है – ईरान के पास मौजूद 60% समृद्ध यूरेनियम अचानक गायब हो गया है! अमेरिकी हमलों से पहले तक यहाँ लगभग 900 पाउंड यूरेनियम होने की बात कही जा रही थी। अब वांस नाम की एक संस्था ने ये चौंकाने वाला दावा किया है। देखा जाए तो ये मामला सिर्फ ईरान तक सीमित नहीं, पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। आज हम इसी पूरे मामले को समझने की कोशिश करेंगे।
ईरान के यूरेनियम का सफर
2015 का वो अहम समझौता
2015 में ईरान और दुनिया की बड़ी ताकतों के बीच JCPOA नाम का समझौता हुआ था। इसके तहत ईरान ने अपना यूरेनियम समृद्धिकरण कार्यक्रम रोक दिया था और IAEA को निगरानी की इजाजत दी थी। लेकिन 2018 में अमेरिका ने इस डील से हाथ खींच लिया, और फिर ईरान ने भी अपने परमाणु कार्यक्रम फिर से शुरू कर दिए।
हाल के दिनों में क्या बदला?
पिछले कुछ सालों में ईरान ने 60% समृद्ध यूरेनियम बनाना शुरू कर दिया है – ये वो लेवल है जिससे परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं। IAEA की रिपोर्ट्स कहती हैं कि ईरान के पास इस लेवल का यूरेनियम अब काफी मात्रा में जमा हो चुका है।
वांस का दावा: सच्चाई या अफवाह?
क्या कह रही है वांस?
वांस का दावा है कि ईरान का 900 पाउंड यूरेनियम अचानक गायब हो गया है। ये खबर आते ही अमेरिकी सरकार और उसकी खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये यूरेनियम गया कहाँ? कहीं ये किसी गुप्त जगह तो नहीं ले जाया गया?
क्या कहते हैं Experts?
IAEA के डेटा के मुताबिक ईरान के यूरेनियम भंडार में कमी जरूर दर्ज हुई है, लेकिन ईरान सरकार इन दावों को झूठ बता रही है। कई Experts का मानना है कि अभी इस मामले में पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन ये मामला गंभीर जरूर है।
दुनिया की क्या प्रतिक्रिया है?
अमेरिका और यूरोप का रुख
अमेरिका और कई यूरोपीय देश ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। NATO और European Union भी इस मामले में एक्टिव हो गए हैं।
ईरान के दोस्त देश क्या कहते हैं?
वहीं Russia और China जैसे देश ईरान का समर्थन कर रहे हैं। मध्य पूर्व में तो इस मामले ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
आगे क्या हो सकता है?
NPT पर क्या असर पड़ेगा?
ये मामला NPT (Non-Proliferation Treaty) के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। अगर ईरान वाकई में यूरेनियम का गलत इस्तेमाल कर रहा है, तो दुनिया को नई डील की जरूरत पड़ सकती है।
मध्य पूर्व की सुरक्षा पर क्या असर?
इससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने का खतरा है, खासकर Israel और Saudi Arabia की प्रतिक्रिया देखने लायक होगी।
तो क्या निष्कर्ष निकालें?
वांस के दावे की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन ये मामला हल्के में लेने वाला नहीं है। ईरान की परमाणु गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले में सतर्क रहना होगा।
आपकी क्या राय है?
आपको क्या लगता है? क्या सच में ईरान का यूरेनियम गायब हुआ है? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें और ऐसी ही दिलचस्प जानकारियों के लिए हमसे जुड़े रहें!
Source: NY Post – World News | Secondary News Source: Pulsivic.com