ITC शेयर Q1 रिजल्ट्स के बाद चढ़ा: खरीदें या बेचें? असली सवाल यह है!
आज सुबह जैसे ही मार्केट खुला, ITC के शेयर ने हल्की-सी छलांग लगाई। देखा जाए तो Q1 के मिश्रित नतीजों के बावजूद ये 1-2% ऊपर चढ़ गया। मजे की बात ये है कि निवेशकों के ग्रुप में अभी दो तरह की बातें चल रही हैं – कोई कह रहा है “अभी और ग्रोथ बाकी है”, तो कोई डरा हुआ है कि “होटल बिजनेस तो अभी भी लंगड़ा रहा है”। सच कहूं तो मैं भी कन्फ्यूज्ड हूँ। आप भी होंगे, है न?
असल में ITC की कहानी दिलचस्प है। एक तरफ तो इसका सिगरेट और FMCG का बिजनेस रॉकेट की तरह उड़ान भर रहा है (वैसे सिगरेट तो हेल्थ के लिए अच्छी नहीं, लेकिन शेयरहोल्डर्स के लिए ज़रूर फायदेमंद है!)। लेकिन दूसरी तरफ इसके होटल्स… अरे भई, वो तो कोरोना के बाद से ही सुस्त पड़े हैं। Q1 में प्रॉफिट ग्रोथ ठीक-ठाक रही, पर जितना एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था, उससे थोड़ी कम। यही वजह है कि मार्केट रिएक्शन भी ‘मध्यम’ रहा।
सुबह 10 बजे तक शेयर ₹XXX के लेवल पर पहुंच गया था। मतलब पिछले क्लोजिंग से X% ऊपर। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि राजस्व तो बढ़ा, मगर hospitality सेक्टर की हालत ने पूरे सेलिब्रेशन पर पानी फेर दिया। ब्रोकरेज हाउसेस की राय? वो तो आपस में ही लड़ रहे हैं! कुछ कह रहे हैं “खरीदो अभी!”, तो कुछ का कहना है “रुको… और देखो…”। ऐसा लगता है जैसे वो खुद नहीं जानते कि क्या सलाह दें!
निवेशकों की प्रतिक्रियाएं? बिल्कुल हमारे व्हाट्सएप्प ग्रुप जैसी – कोई बुलिश, कोई बेयरिश। कुछ लोग ITC को लॉन्ग-टर्म बेट मान रहे हैं, खासकर उसके FMCG डिवीजन को देखकर। वहीं दूसरों को लगता है कि अगर होटल्स सेक्टर नहीं संभला, तो और गिरावट आ सकती है। ABC ब्रोकरेज के राकेश जी (जो हमेशा कूल दिखते हैं) का कहना है – “FMCG तो टाइट है, पर होटल वाला पैर अभी भी लंगड़ा रहा है।” कंपनी वालों ने वादा किया है कि वो नए प्रोडक्ट्स और digital प्ले के जरिए ग्रोथ लाएंगे। पर हम सब जानते हैं न, वादे और नतीजे में फर्क होता है!
भविष्य क्या लाएगा? अगर ITC अपने मेन बिजनेस (सिगरेट+FMCG) में तो मजबूती दिखाता रहा और होटल्स भी संभल गए, तो शेयर छलांग मार सकता है। लेकिन याद रखिए, इकोनॉमी की हालत (महंगाई, टैक्स) और hospitality सेक्टर की सुस्त रिकवरी खेल बिगाड़ सकती है। मेरी निजी राय? अगले 2-3 क्वार्टर के रिजल्ट्स पर नजर रखें।
आखिरी बात: ITC अभी ‘मीडियम रिस्क’ वाला शेयर लगता है। अगर आपका दिल कहता है तो थोड़ा सा खरीद लें, लेकिन पूरी जमा-पूंजी न लगाएं। और हां, अपने financial advisor से बात जरूर करें – वो हमसे ज्यादा जानते हैं (कम से कम वो तो ऐसा ही कहेंगे!)
Source: Livemint – Markets | Secondary News Source: Pulsivic.com