कपिल शर्मा को धमकी से लेकर छात्रा के आत्मदाह तक – आज के बड़े मुद्दे जो देश हिला रहे हैं!
सुबह-सुबह जब मैं न्यूज़ फीड चेक कर रहा था, तीन खबरों ने मुझे झटके से जगा दिया। सच कहूं तो, ये वो किस्से हैं जिन पर चर्चा तो पूरे देश में हो रही है, लेकिन असली सवाल यह है – क्या हम सिर्फ बहस करके छोड़ देंगे या कुछ सीखेंगे भी? एक तरफ कपिल शर्मा जैसे मशहूर कॉमेडियन को धमकियां मिल रही हैं, दूसरी तरफ दिल्ली की एक छात्रा ने परीक्षा के तनाव में खुद को आग लगा ली। और बीच में हमारे विदेश मंत्री जयशंकर चीन में दो-टूक बातचीत कर रहे हैं। तीन अलग मामले, एक ही सवाल – हम किस दिशा में जा रहे हैं?
पूरा माजरा क्या है?
कपिल वाला केस तो सीधा सा है – पन्नू नाम का कोई शख्स सोशल मीडिया पर गाली-गलौज कर रहा था। लेकिन यहां सवाल बड़ा है – क्या हमारे सेलेब्स की सुरक्षा का कोई सिस्टम है? वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी की वो बेचारी छात्रा… ईमानदारी से कहूं तो ये सुनकर दिल दहल जाता है। परीक्षा के नतीजे से निराश होकर पेट्रोल छिड़ककर खुद को जलाना? ये कैसी शिक्षा प्रणाली है जहां नंबर ज़िंदगी से भी ज़्यादा अहम हो गए? और हां, जयशंकर जी का चीन दौरा… देखते हैं क्या होता है। पिछले कुछ सालों में तो ये रिश्ता बिल्कुल ढीला-ढाला हो गया था।
अभी तक क्या हुआ?
अच्छी खबर ये कि मुंबई पुलिस ने पन्नू को पकड़ लिया। लेकिन सच पूछो तो, क्या सिर्फ एक आदमी को पकड़ लेने से समस्या हल हो जाएगी? दिल्ली वाली छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है – हालत गंभीर है। यूनिवर्सिटी वाले अब जाकर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू करने की बात कर रहे हैं। भई, दुर्घटना के बाद तो हर कोई डॉक्टर बन जाता है! जहां तक चीन वाली बात है, जयशंकर जी की इस यात्रा को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी उम्मीदें हैं। पर क्या वाकई कुछ ठोस निकलेगा? वक्त बताएगा।
लोग क्या कह रहे हैं?
सोशल मीडिया पर तो #WeStandWithKapil ट्रेंड कर रहा है। अच्छी बात है, पर क्या ये ट्रेंडिंग हैशटैग असल ज़िंदगी में भी काम आएंगे? छात्रा के परिजनों का कहना है कि अगर समय पर मार्गदर्शन मिलता तो ये हादसा न होता। सही कह रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या सिर्फ दुर्घटना के बाद ही हमें याद आता है कि students के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए? राजनीतिक पार्टियां चीन मुद्दे पर एक स्वर में बोल रही हैं – ये कम से कम अच्छी बात तो है!
अब आगे क्या?
कपिल केस में तो अब कोर्ट-कचहरी का सिलसिला शुरू होगा। दिल्ली यूनिवर्सिटी वाले कह रहे हैं कि वो मानसिक स्वास्थ्य पर काम करेंगे – देखते हैं कितना कर पाते हैं। जयशंकर जी की चीन यात्रा के नतीजे अगले कुछ दिनों में साफ होंगे। एक बात तो तय है – ये तीनों मामले हमें याद दिलाते हैं कि हमारे समाज में कितनी परतें हैं जहां सुधार की ज़रूरत है। सुरक्षा हो, शिक्षा हो या अंतरराष्ट्रीय संबंध – हर जगह बदलाव की दरकार है। पर सवाल वही – क्या हम सिर्फ बहस करेंगे या कुछ करेंगे भी?
अभी के लिए इतना ही। कोई नई जानकारी मिलते ही आप तक पहुंचेंगे। और हां, इन मुद्दों पर आपकी क्या राय है? कमेंट में ज़रूर बताइएगा। क्योंकि अंततः, ये सब हमारे ही समाज के सवाल हैं ना?
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कपिल शर्मा और पन्नू विवाद पर वो सारे सवाल जो आप पूछना चाहते हैं!
1. भईया, ये कपिल और पन्नू वाला झगड़ा है क्या बला?
देखिए, सारा माजरा शुरू हुआ एक social media पोस्ट से। पन्नू ने कपिल को कुछ ऐसा लिख दिया जो धमकी जैसा लगा। और फिर… बात और बिगड़ गई जब एक बेचारी छात्रा ने खुद को आग लगा ली। सच कहूं तो, ये वाकया किसी सस्ते ड्रामा से कम नहीं लगता!
2. अरे भगवान! उस लड़की ने ऐसा क्यों किया?
ईमानदारी से कहूं तो, ये सवाल सबसे ज्यादा परेशान करने वाला है। Reports के मुताबिक तो वो इस पूरे विवाद से इतनी emotional हो गई कि… लेकिन सच्चाई? वो अभी तक सामने नहीं आई है। एक तरफ तो social media पर लोग तरह-तरह के theories दे रहे हैं, दूसरी तरफ पुलिस जांच कर रही है।
3. वाह! इसमें जयशंकर के चीन दौरे का क्या लेना-देना?
अरे नहीं यार! ये तो बिल्कुल अलग मामला है। जयशंकर जी का चीन दौरा तो India-China relations से जुड़ा है। पर कुछ लोगों ने इसे इस विवाद के साथ जोड़कर दिखाया – शायद TRP के चक्कर में। असल में, दोनों मामलों का आपस में कोई connection नहीं है। सच्चाई यही है!
4. अच्छा, तो अब तक इस केस में क्या-क्या हुआ है?
Update तो रोज बदल रहा है भाई! अभी तक की latest खबर ये है कि:
– पुलिस जांच में जुट गई है
– कपिल-पन्नू की लड़ाई social media पर तूफान बन चुकी है
– वो बेचारी छात्रा अभी भी इलाज करवा रही है
और हां, जयशंकर जी के चीन दौरे को लेकर भी नई खबरें आने वाली हैं। देखते हैं आगे क्या होता है!
एक बात तो तय है – ये मामला साधारण social media झगड़े से कहीं आगे निकल चुका है। क्या आपको नहीं लगता?
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com