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“MUDA करप्‍शन केस में सिद्दारमैया पर संकट! HC ने CM की पत्‍नी को भेजा नोटिस, कांग्रेस की बड़ी चिंता”

MUDA करप्शन केस: सिद्दारमैया के लिए मुश्किलें बढ़ीं, HC का बड़ा झटका!

अरे भई, कर्नाटक के CM सिद्दारमैया के लिए तो मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है! कल ही कर्नाटक हाईकोर्ट ने MUDA ज़मीन घोटाले में CM की धर्मपत्नी परमेश्वरी को नोटिस भेज दिया है। सच कहूं तो, यह कोई छोटी बात नहीं है। अब तो राजनीति गरमाने के सारे इंडिकेटर ऑन हो गए हैं। और जब BJP जैसी पार्टी पहले से ही इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही थी, तो अब तो कांग्रेस के लिए स्थिति और भी टाइट हो गई है।

MUDA घोटाला: पूरा माजरा क्या है?

देखिए, यह केस कोई नया नहीं है। पिछले साल से ही यह सुर्खियों में है, लेकिन असल में इसकी जड़ें 2021 तक जाती हैं। बात यह है कि CM पत्नी ने अपनी पैतृक ज़मीन के बदले मैसूरु के प्राइम लोकेशन पर प्लॉट्स मांगे थे। और यहीं से शुरू हुई थी पूरी उलझन। आरोप तो यहां तक है कि MUDA ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हें फायदा पहुंचाया। अब आप ही बताइए, जब सरकारी खजाने का करोड़ों का नुकसान हो, तो विपक्ष चुप कैसे बैठता? BJP ने तो इस मौके को हाथोंहाथ लिया और मामला कोर्ट तक पहुंचा दिया।

हाईकोर्ट का फैसला: अब तक क्या-क्या हुआ?

अब यहां मजा आ गया है! हाईकोर्ट ने सिर्फ CM पत्नी को ही नोटिस नहीं भेजा है, बल्कि MUDA के कई बड़े अधिकारियों को भी कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है। और तो और, कोर्ट ने पूरी ज़मीन आवंटन प्रक्रिया की जांच का भी आदेश दे दिया है। सच कहूं तो, यह फैसला आते ही राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया। BJP वाले तो मानो दिवाली मना रहे हों – CM के इस्तीफे की मांग करने लगे। वहीं कांग्रेस वालों का कहना है कि यह सब राजनीति है। पर सवाल यह है कि आम जनता किसकी बात मानेगी?

राजनीतिक हलचल: कौन क्या बोल रहा?

इस मामले ने तो पूरे कर्नाटक को दो हिस्सों में बांट दिया है। BJP के विजयेंद्र तो बिल्कुल सीधे मुद्दे पर आ गए – “यह भ्रष्टाचार है, CM को इस्तीफा देना चाहिए।” वहीं कांग्रेस वाले अपनी पुरानी रट लगा रहे हैं – “यह सब झूठा केस है, BJP की साजिश है।” पर असल में दिलचस्प बात यह है कि अब आम जनता और सामाजिक संगठन भी इस मामले में दखल दे रहे हैं। सबकी एक ही मांग – पारदर्शी जांच।

आगे क्या? अगला मोड़ कब आएगा?

अब सबकी नजरें अगली सुनवाई पर हैं। कोर्ट MUDA के सारे रिकॉर्ड्स की जांच करेगा। और अगर… मतलब अगर CM परिवार के खिलाफ कोई ठोस सबूत मिल गया, तो? फिर तो कर्नाटक की राजनीति में भूचाल आ जाएगा! 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी इसका असर पड़ना तय है। खासकर दक्षिण कर्नाटक में, जहां कांग्रेस और BJP की लड़ाई पहले से ही गरम है।

अंत में बस इतना ही कि यह मामला अब सिर्फ एक कानूनी केस नहीं रहा, बल्कि पूरी तरह राजनीतिक युद्ध का मैदान बन चुका है। BJP अपना हमला जारी रखेगी, कांग्रेस को नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ेगी। और हम सब? हम तो बस पॉपकॉर्न लेकर बैठ जाइए, क्योंकि यह ड्रामा अभी और रोचक होने वाला है!

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MUDA घोटाला क्या है? और CM सिद्दारमैया का इसमें क्या रोल?

देखिए, MUDA यानी मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी का ये केस कोई नया नहीं है। असल में, ये एक ज़मीन बंदरबांट का मामला है जिसमें नियमों को ताक पर रखकर प्लॉट बांटे गए। अब सवाल ये उठता है कि सिद्दारमैया जी की पत्नी को कैसे मिला ये आवंटन? क्या सब कुछ ठीक-ठाक हुआ या फिर…? सच तो ये है कि विपक्ष तो यही कह रहा है कि यहां सीधे-सीधे भ्रष्टाचार हुआ है।

हाईकोर्ट ने नोटिस क्यों भेजा? क्या ये सिर्फ़ फॉर्मैलिटी है?

अब यहां दिलचस्प बात ये है कि हाईकोर्ट ने सीधे CM की पत्नी को नोटिस भेजा है। मतलब साफ है – कोर्ट को लगता है कि जांच में कुछ गड़बड़झाला मिला है। पर सवाल ये भी कि क्या ये सिर्फ़ एक रूटीन नोटिस है या फिर…? एक तरफ तो सरकार कह रही है कि सब कुछ ट्रांसपेरेंट है, लेकिन दूसरी तरफ कोर्ट की नज़र में शायद कुछ और ही चल रहा है।

क्या ये केस कांग्रेस के लिए बवाल बन सकता है?

ईमानदारी से कहूं तो… हां! क्योंकि सिद्दारमैया सिर्फ़ एक नेता नहीं, बल्कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं। और जब CM पर सवाल उठते हैं, तो पूरी पार्टी की छवि दांव पर लग जाती है। BJP तो मानो जैसे दीवाली मना रही हो – उन्हें तो बस ऐसे मौके चाहिए! लेकिन सच्चाई ये भी है कि अभी कुछ भी साबित नहीं हुआ है।

अब आगे क्या? क्या होगा अगला मूव?

तो अब स्थिति ये है कि कोर्ट रिस्पॉन्स का इंतज़ार कर रहा है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो ये केस और बड़ा रूप ले सकता है। वैसे तो राजनीति में ये आम बात है – आज आप पर केस, कल मेरे पर। लेकिन इस बार मामला थोड़ा गंभीर लग रहा है। क्योंकि जब हाईकोर्ट सीधे CM फैमिली को नोटिस भेजे, तो समझिए कि मामला हल्का नहीं है।

फिलहाल तो बस इतना ही… देखते हैं आगे पानी किधर जाता है। क्योंकि राजनीति में तो कुछ भी अनपेक्षित हो सकता है। है न?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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