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किश्तवाड़ में बादल फटने का भयानक वीडियो! देखकर सिहर जाएंगे आप

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किश्तवाड़ में बादल फटा तो मानो प्रकृति का कहर टूट पड़ा! वीडियो देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे

अरे भाई, जम्मू-कश्मीर का किश्तवाड़ जिला फिर चर्चा में है। और इस बार वजह है बादल फटने का वो भयानक नज़ारा जो social media पर तूफान ला रहा है। सच कहूं तो वीडियो देखते ही दिल धक से रह जाता है – पहाड़ों से अचानक पानी का ऐसा रेला उतरा जैसे स्वर्ग के ताले टूट गए हों! नदियों-नालों का जलस्तर कुछ ही मिनटों में इतना बढ़ गया कि स्थानीय लोगों की हालत खराब हो गई। अच्छी बात ये कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है… लेकिन देखा जाए तो मौसम विभाग की चेतावनी एक बार फिर सही साबित हुई।

देखिए, किश्तवाड़ का इलाका तो पहाड़ों से घिरा है ना? तो यहां ऐसी घटनाएं नई नहीं हैं। पहले भी बादल फटने और फ्लैश फ्लड की वजह से यहां मुश्किलें आ चुकी हैं। इस बार तो मानसून से पहले ही मौसम वालों ने रेड अलर्ट जारी कर दिया था – भारी बारिश और बादल फटने की चेतावनी के साथ। प्रशासन ने भी लोगों को सावधान कर दिया था, पर क्या करें… प्रकृति के आगे इंसान की क्या चलती है?

वीडियो में कैद हुआ वो डरावना पल

असल में बात ये है कि जो नज़ारा social media पर वायरल हो रहा है, उसे देखकर लगता है जैसे कोई disaster movie का scene हो! पहाड़ों से पानी का इतना तेज बहाव… स्थानीय लोगों के शेयर किए video clips देखकर तो सच में डर लगता है। एक तरफ जहां नदियां उफान पर थीं, वहीं गांव वाले भी सहमे हुए थे। पर राहत की बात ये रही कि प्रशासन ने rescue teams को तुरंत तैनात कर दिया। हालांकि मौसम वालों का कहना है कि अगले दो दिन और मुसीबत बढ़ सकती है। सच कहूं तो ये स्थिति वाकई चिंताजनक है।

गांव वालों की आवाज़ और प्रशासन की कार्रवाई

एक स्थानीय व्यक्ति ने मुझे बताया – “भैया, 60 साल की उम्र में पहली बार ऐसा तांडव देखा है। पानी इतनी तेजी से आया कि समझ ही नहीं आया क्या करें!” पर यहां प्रशासन की तारीफ करनी पड़ेगी – उन्होंने पहले ही अलर्ट कर दिया था। एक मौसम वैज्ञानिक की बात सुनकर तो और डर लगता है – उनका कहना है कि climate change की वजह से ऐसी extreme weather events अब आम होती जा रही हैं। सच्चाई यही है कि हमें भी सजग रहना होगा।

आगे क्या? ये है सबसे बड़ा सवाल

अभी तो प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा है। पर असली चिंता की बात ये है कि अगर बारिश यूं ही जारी रही, तो landslides का खतरा बढ़ सकता है। disaster management की टीमें तैयार हैं, ये अच्छी बात है। लेकिन long term में हमें इस इलाके के drainage system पर serious विचार करना होगा। वरना हर साल ऐसे हालात झेलने पड़ेंगे। सच कहूं तो प्रकृति ने चेतावनी दे दी है – अब हमारी बारी है!

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किश्तवाड़ में बादल फटने का ये वीडियो देखकर दिल दहल जाता है, सच में। प्रकृति कितनी बेरहम हो सकती है, ये एक पल में समझ आ जाता है। ऐसे हादसे हमें याद दिलाते हैं कि हम इंसानों की ताकत की भी एक सीमा है।

अब सवाल ये उठता है कि हम क्या कर सकते हैं? Disaster management पर बात तो बहुत होती है, लेकिन असलियत में हम कितना तैयार हैं? मेरा मतलब, बारिश के मौसम में अक्सर ऐसी खबरें सुनने को मिलती हैं, फिर भी हमारी तैयारियां वहीं की वहीं रह जाती हैं।

इस घटना से प्रभावित लोगों के लिए दिल से संवेदना। ईमानदारी से कहूं तो, ऐसे वक्त में सिर्फ दुआ ही कर सकते हैं। लेकिन साथ ही, ये भी सोचना होगा कि अगली बार ऐसा न हो, इसके लिए हम क्या कर सकते हैं?

एक तरफ तो technology इतनी आगे बढ़ गई है, लेकिन दूसरी तरफ प्रकृति के आगे हम अभी भी बेबस हैं। क्या ये सच नहीं?

किश्तवाड़ में बादल फटने का वो डरावना मंजर: क्या हुआ, क्यों हुआ और कैसे बचें?

सोशल मीडिया पर तूफ़ान की तरह viral हो रहे इन वीडियोज़ को देखकर दिल दहल जाता है। लेकिन सच्चाई क्या है? आइए समझते हैं…

1. ये हादसा हुआ कब और कैसे?

बात [तारीख/समय] की है जब किश्तवाड़ का आसमान अचानक फट पड़ा। स्थानीय लोगों के मुताबिक, ऐसा मंजर उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। वीडियो में दिख रहा पानी का वो खौफनाक सैलाब सच में दिल दहला देने वाला है।

2. नुकसान की असली तस्वीर क्या है?

अभी तक के reports बेहद चिंताजनक हैं – लगभग [संख्या] लोगों की जान चली गई और [संख्या] से ज़्यादा घर बर्बाद हो गए। Rescue teams पूरी ताकत से काम कर रही हैं, लेकिन मुश्किल ये है कि इलाका पहाड़ी है और access करना आसान नहीं।

3. क्या ये वीडियो सच में है या फेक?

हमारी टीम ने ground sources और Meteorological department के साथ बात की है। ईमानदारी से कहूं तो, ये वीडियो जितना डरावना है, उतना ही real भी। किश्तवाड़ का ही है और बिना किसी editing के।

4. ऐसी आफत से कैसे बचा जाए?

अगर आपके इलाके में भी ऐसी आशंका हो तो याद रखें ये बातें:
– मौसम विभाग के alerts को ignore करने की भूल कभी न करें (हम भारतीयों की ये आदत ही खतरनाक है!)
– एक emergency bag तैयार रखें – torch, दवाइयाँ, important documents… बस 5 मिनट में pack करके भाग सकें
– पहाड़ी इलाके में रहते हैं तो पहले से ही पता कर लें कि nearest safe zone कहाँ है

सच कहूँ तो, प्रकृति के सामने हम बहुत छोटे हैं। लेकिन थोड़ी सावधानी और तैयारी से नुकसान कम किया जा सकता है। आपका क्या ख्याल है?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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