कुलगाम ऑपरेशन: पांच दिन बाद भी जारी है जंग, 4-5 आतंकियों की घेराबंदी… पर क्या यह इतना आसान है?
दोस्तों, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम का वही पुराना नज़ारा – घने जंगल, आतंकी और हमारे जवानों की बहादुरी। पांचवें दिन भी ऑपरेशन जारी है, और हालात बेहद गंभीर हैं। अखल देवसर के उन पहाड़ों में जहाँ पहुँचना भी मुश्किल है, वहाँ हमारे फौजियों ने 4-5 आतंकियों को घेर लिया है। लेकिन यह लड़ाई आसान नहीं… कल रात हुई भीषण गोलीबारी में 6 जवान जख्मी हो गए। सच कहूँ तो, यह खबर पढ़ते हुए दिल दहल जाता है।
पांच दिन से चल रही है यह ‘कैट एंड माउस’ गेम
सुनकर हैरानी होगी कि यह ऑपरेशन पूरे पांच दिन से चल रहा है! अब तक तीन आतंकी ढेर हो चुके हैं, लेकिन बाकी बचे लोगों से निपटना कोई मामूली बात नहीं। कुलगाम का यह इलाका तो मानो आतंकियों के लिए बना ही है – घने जंगल, दुर्गम रास्ते… ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने ही उन्हें छिपने की जगह दे दी हो। पहले भी यहाँ कई मुठभेड़ें हो चुकी हैं, मगर इस बार सुरक्षा बलों ने पूरी तैयारी के साथ हमला बोला है।
ताजा हालात: ड्रोन, गोलीबारी और एक रहस्य
अभी कुछ घंटे पहले मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकियों को पूरी तरह घेर लिया गया है। और हैरानी की बात यह कि इनमें कुछ विदेशी भी हो सकते हैं! कल रात की गोलीबारी तो जैसे किसी एक्शन मूवी का सीन थी – 6 जवान घायल, जिन्हें तुरंत military hospital ले जाया गया। अब तो ड्रोन्स और हाई-टेक गैजेट्स भी मैदान में आ गए हैं। पर सवाल यह है कि क्या यह तकनीक उन पहाड़ों और जंगलों में काम कर पाएगी?
ग्राउंड रिपोर्ट: क्या कह रहे हैं लोग?
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकी बड़ी मात्रा में हथियारों और explosives के साथ छिपे हैं। यानी स्थिति बेहद नाज़ुक। वहीं स्थानीय नेताओं ने इस ऑपरेशन की तारीफ की है, लेकिन आम लोगों की चिंता भी समझ आती है। लगातार जारी गोलीबारी से उनका डर बढ़ना तो लाज़मी है। एक स्थानीय युवक ने मुझसे कहा था – “भैया, यहाँ तो अब गोलियों की आवाज़ से नींद खुल जाती है।”
अगले दो दिन – सब कुछ तय कर देंगे
सूत्रों की मानें तो अगले 24 से 48 घंटे सबसे अहम होने वाले हैं। अगर यह ऑपरेशन सफल रहा, तो पूरे क्षेत्र में शायद कुछ समय के लिए शांति लौट आए। लेकिन intelligence inputs कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस इलाके में और भी आतंकी छिपे हो सकते हैं। यही वजह है कि सुरक्षा बलों ने अपनी चौकसी और बढ़ा दी है।
सच तो यह है कि कुलगाम का यह ऑपरेशन हमारे जवानों के लिए एक बड़ी परीक्षा है। लेकिन अब तक की सफलता देखकर लगता है कि आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई एक नए मोड़ पर पहुँच चुकी है। पूरा देश अपने जांबाज़ों की इस बहादुरी को सलाम करता है, और उनकी सुरक्षा की दुआ करता है। आखिरकार, यह हमारे ही भाई-बेटे हैं जो सीमा पर हमारी रक्षा के लिए खड़े हैं… है ना?
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कुलगाम ऑपरेशन – वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं (FAQ)
कुलगाम ऑपरेशन आखिर है क्या? और ये पूरा मामला क्यों चल रहा है?
देखिए, कुलगाम ऑपरेशन Jammu & Kashmir के उस इलाके में चल रही एक बड़ी सुरक्षा कार्रवाई है। असल में बात ये है कि यहां आतंकवादियों के छिपने के ठिकाने (hideouts) मिले थे। तो अब सवाल यह उठता है कि क्या करें? जवाब साफ है – इन्हें खत्म करना ही होगा। सेना और पुलिस मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं। बिल्कुल वैसे ही जैसे छिपे हुए सांप को उसके बिल से निकाला जाता है।
पांचवें दिन क्या हाल है? कोई नई जानकारी?
अभी तक की latest update तो ये है कि 4-5 आतंकवादियों को security forces ने घेर लिया है। हालांकि, ये लड़ाई आसान नहीं है। 6 जवान घायल हो चुके हैं – ये सुनकर दिल दुखता है। ऑपरेशन अभी चल रहा है, और हम सब नई खबरों का इंतज़ार कर रहे हैं। एकदम tense स्थिति है। सच में।
क्या आम लोगों को इससे कोई खतरा है?
सीधा जवाब – हां, थोड़ा बहुत तो प्रभाव पड़ ही रहा है। पूरे इलाके में curfew लगा हुआ है। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। कुछ areas तो पूरी तरह seal कर दिए गए हैं – ठीक वैसे ही जैसे exam hall में cheating रोकने के लिए किया जाता है। मकसद साफ है – कोई भी शातिर दिमाग वहां से फिसलकर न भाग जाए।
ये ऑपरेशन कौन चला रहा है? कौन सी फौजी टुकड़ियां लगी हैं?
इसमें Indian Army के वो जांबाज special forces शामिल हैं जिनके बारे में फिल्मों में देखते हैं। साथ ही J&K Police और CRPF की टीमें भी पूरी ताकत से लगी हुई हैं। सब मिलकर एक साथ काम कर रहे हैं – coordinated operation, जैसा कि official भाषा में कहते हैं। और हां, इनके पास latest weapons हैं – पर ये जानकारी हमें और क्या बताई जाएगी, ये तो वक्त ही बताएगा।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com