लालू यादव परिवार में आग लगी! BJP नेता का बड़ा खुलासा, राजनीति हिल गई
क्या हुआ असल में?
बिहार की राजनीति में लालू यादव का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। लेकिन पिछले कुछ समय से उनके अपने ही घर में आग लगी हुई है। और अब तो BJP के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद ने ऐसा बम फोड़ा है कि पूरा गणित बिगड़ गया। उन्होंने दावा किया है कि चारा घोटाले में लालू जी को जेल भिजवाने वाली याचिका उन्होंने ही दाखिल की थी। देखना दिलचस्प होगा कि इससे आने वाले चुनावों का समीकरण कैसे बदलता है।
परिवार में क्यों चल रही है लड़ाई?
भाई-भाई में दुश्मनी
ये कोई नई बात नहीं कि लालू परिवार में दरार पड़ी है। तेजस्वी और तेज प्रताप – दोनों भाइयों की लड़ाई तो अब खुलेआम होने लगी है। तेजस्वी जहाँ RJD का मुखिया बना हुआ है, वहीं तेज प्रताप खुद को अलग साबित करने में जुटे हैं। मीडिया को तो इनकी कहासुनी से रोज का मसाला मिल जाता है। और तो और, लालू जी की पत्नी राबड़ी देवी और बेटियाँ भी इस जंग में कूद पड़ी हैं।
असली वजह क्या है?
देखा जाए तो इस झगड़े के दो कारण हैं। एक तो पार्टी का नेतृत्व लेकर मतभेद, दूसरा हर किसी की अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाएँ। तेज प्रताप बार-बार अपने बड़े भाई के फैसलों पर सवाल उठाते रहते हैं, जिससे पार्टी के अंदर ही आग लगी रहती है।
रविशंकर प्रसाद ने क्या बताया?
चौंकाने वाला दावा
BJP के बड़े नेता रविशंकर प्रसाद ने तो बवाल मचा दिया। एक Press Conference में उन्होंने कहा कि चारा घोटाले में लालू जी को जेल भिजवाने का काम उन्होंने ही किया था। उनका कहना है कि ये पूरा केस सबूतों पर आधारित था, राजनीति नहीं। लेकिन Political Experts की मानें तो ये BJP की चाल हो सकती है जिससे RJD को नुकसान पहुँचाया जा सके।
बिहार की सियासत पर असर
इस एक बयान ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। BJP और RJD के बीच पहले से ही तनाव चल रहा था, अब ये नया मुद्दा आग में घी का काम करेगा। आने वाले चुनावों में ये Election Issue बन सकता है, खासकर तब जब लालू परिवार पहले ही बिखराव का शिकार है।
लालू परिवार ने क्या जवाब दिया?
तेजस्वी का पलटवार
RJD के युवा नेता तेजस्वी यादव ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने इन आरोपों को “झूठा प्रोपेगैंडा” बताया और कहा कि BJP डर के मारे ऐसे हथकंडे अपना रही है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने की सलाह दी और कहा कि वो हर चुनौती का मुकाबला करेंगे।
बाकी परिवार क्या कहता है?
दिलचस्प बात ये है कि तेज प्रताप ने अभी तक कोई राय नहीं दी। Political Analysts का मानना है कि वो इस मौके का फायदा उठाकर खुद को स्थापित करने की कोशिश कर सकते हैं। परिवार के दूसरे लोग एकता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन असलियत क्या है, ये तो वक्त ही बताएगा।
आखिर में…
लालू परिवार की ये कहानी और रविशंकर प्रसाद के बयान ने बिहार की सियासत को नया मोड़ दे दिया है। अब देखना ये है कि RJD इस तूफान में टूटती है या और मजबूत होकर निकलती है। Political Experts की मानें तो अगर परिवार ने एक साथ नहीं खड़े होना सीखा, तो आने वाले दिनों में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आपको क्या लगता है? क्या लालू परिवार की ये लड़ाई उनकी राजनीतिक विरासत को तबाह कर देगी?
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com