बूथ को 10 लाख, पूजा पंडाल को 1.1 लाख… ममता बनर्जी का बंगाल में ‘खेल’, BJP बौखलाई!
अरे भाई, पश्चिम बंगाल की राजनीति में तो मजा आ गया! ममता दीदी ने एक ऐसा बम फोड़ा है कि BJP वाले तिलमिला उठे। सोचो जरा – हर बूथ (क्लब) को 10 लाख रुपये और दुर्गा पूजा पंडालों को 1.1 लाख? ये तो वाकई में बड़ी बात है। और वो भी 2026 के चुनाव से ठीक पहले? BJP तो इसे सीधे-सीधे “चुनावी रिश्वत” बता रही है। वहीं TMC वाले कह रहे हैं कि ये तो जनता की भलाई के लिए है। अब आप ही बताइए, कौन सही है?
देखिए, बंगाल में दुर्गा पूजा सिर्फ पूजा नहीं, ये तो एक बड़ा सांस्कृतिक मेला होता है। और यहाँ तो राजनीति भी पूजा पंडालों से ही शुरू होती है। TMC पहले भी पंडालों को पैसे देती रही है, लेकिन इस बार का फिगर तो सच में हैरान करने वाला है। 2021 के चुनाव में जो टकराव हुआ था TMC-BJP में, उसके बाद से तो ये मामला और भी गरमा गया है। सच कहूँ तो, ये घोषणा एक तरह से राजनीतिक बमबारी जैसी है।
असल में ममता दीदी के इस फैसले के दो पहलू हैं। पहला – बूथ क्लब्स को पैसा, जिसे वो खेल और सामाजिक कामों के नाम पर दे रही हैं। दूसरा – पूजा पंडालों को अनुदान, जिसे सांस्कृतिक विकास कहा जा रहा है। लेकिन BJP तो इसे साफ-साफ “वोट खरीदने की चाल” बता रही है। उनका कहना है, “ये तो धर्म के नाम पर राजनीति है!” वहीं TMC वाले कहते हैं कि ये तो जनता की मांग पूरी करने जैसा है। सच तो ये है कि दोनों ही पार्टियां अपने-अपने तरीके से इसे भुनाने की कोशिश में हैं।
अब स्थिति ये है कि BJP ने तो पूरे मामले को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव आयोग में शिकायत की बात चल रही है। और TMC? वो तो जल्द से जल्द इस योजना को लागू करने में जुट गई है। 2026 से पहले जनता का दिल जीतने की रेस शुरू हो चुकी है। लोगों की राय? कुछ खुश हैं, कुछ इसे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति मान रहे हैं। सच तो ये है कि बंगाल की सियासत में ये नया ट्विस्ट आने वाले दिनों में कई नए विवादों को जन्म दे सकता है।
तो अब सवाल ये है कि आगे क्या? चुनाव आयोग और कोर्ट-कचहरी का रोल अहम हो सकता है। अगर BJP वाकई में शिकायत दर्ज कराती है, तो मामला और भी गंभीर हो जाएगा। और TMC के लिए? ये तो असल में चुनौती ही है – एक तरफ योजना को सही से लागू करना, दूसरी तरफ जनता का भरोसा जीतना। फिलहाल तो सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि अगला चाल क्या होगा। क्या आपको नहीं लगता कि बंगाल की राजनीति में अब और भी मसाला बढ़ने वाला है?
BJP vs TMC विवाद: बूथ और पंडाल फंडिंग पर जंग – आपके लिए सारी जानकारी एक जगह
1. बंगाल में यह बूथ-पंडाल विवाद क्या है, असल में?
देखिए, ममता बनर्जी सरकार ने बूथ के लिए 10 लाख और पूजा पंडाल के लिए 1.1 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। अब BJP इस पर आगबबूला है – उनका कहना है कि ये टैक्सपेयर्स के पैसे की बर्बादी है। और तो और, इसे वो TMC की ‘वोट बैंक पॉलिटिक्स’ बता रहे हैं। सच कहूं तो, ये आरोप-प्रत्यारोप का खेल तो चलता रहता है, लेकिन इस बार मामला गरमा गया है।
2. BJP ने इस पर क्या रिएक्ट किया? असली बात!
अरे भई, BJP तो मानो आग लगा बैठी! उनके नेताओं ने इसे सीधे-सीधे ‘चुनावी चाल’ बताया है। एक तरफ तो वो कह रहे हैं कि ये ‘सरकारी खजाने की लूट’ है, वहीं दूसरी तरफ ‘हिंदू भावनाओं के साथ खिलवाड़’ का आरोप भी लगा दिया। है न दिलचस्प? पर सवाल ये उठता है कि क्या ये सब सिर्फ राजनीति है, या फिर कोई सच्चाई भी है?
3. क्या ये फंडिंग सच में सिर्फ TMC वाले इलाकों तक सीमित है?
BJP वालों का दावा तो यही है – कि पैसा ज्यादातर TMC के गढ़ वाले एरियाज में जा रहा है। लेकिन सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि ये तो एक समान नीति है, और सभी धर्मों के त्योहारों को सपोर्ट किया जाता है। अब यहां सच क्या है? शायद जमीन पर हालात देखने से ही पता चलेगा।
4. आगे क्या होगा? क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
BJP ने तो धमकी दे दी है कि वो इस मामले को कोर्ट और चुनाव आयोग तक ले जाएंगे। और विश्लेषकों का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ये मुद्दा और गरमा सकता है। सच तो ये है कि बंगाल की राजनीति में ये नया ट्विस्ट जोड़ देगा। देखते हैं, आगे क्या होता है!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com