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“कॉलेज कैंपस का बदमाश: मनोजित की शर्मनाक प्रपोज करने की सनक – पूरी कहानी!”

कॉलेज कैंपस का वो बदमाश: जब “मैंगो” ने शर्मनाक हरकत से बर्बाद कर दिया एक लड़की की ज़िंदगी!

कोलकाता के एक नामी कॉलेज में हुई ये घटना सुनकर मेरा तो दिमाग ही सुन्न हो गया। मनोजित मिश्रा यानी कैंपस में मशहूर “मैंगो”… इस नाम से जाने जाने वाले इस लड़के पर एक लड़की के साथ बलात्कार का गंभीर आरोप लगा है। पर ये कोई अचानक हुई घटना नहीं थी। पीड़ित लड़की बताती है कि ये शख्स महीनों से उसे परेशान कर रहा था – messages भेजना, रास्ते में रोकना, जबरदस्ती propose करना… और फिर एक दिन उसने हद ही पार कर दी। सच कहूँ तो, ये केवल एक criminal case नहीं है – ये तो हमारे education system की उस कड़वी सच्चाई को दिखाता है जहाँ लड़कियों की safety को लेकर अभी भी बहुत कुछ करने की ज़रूरत है।

पीछे की कहानी: जब complaints को किया गया ignore

असल में बात ये है कि ये मैंगो कोई पहली बार ऐसा करने वाला नहीं था। कैंपस की कई लड़कियों ने बताया कि ये लड़का regularly girls को harass करता था – कभी गंदे comments, तो कभी जबरन उनका हाथ पकड़ लेना। सबसे हैरानी की बात? पीड़िता ने कॉलेज प्रशासन को कई बार complain किया, police station तक गई… पर हुआ क्या? जैसे दीवार से टकराकर आवाज़ वापस आ जाती है, वैसे ही उसकी आवाज़ अनसुनी कर दी गई। और आखिरकार ये लापरवाही किस बड़े अपराध का कारण बनी, वो तो आप जानते ही हैं।

जब social media पर viral हुआ मामला – फिर क्या हुआ?

तो कहानी का turning point आया जब पीड़िता ने अपनी पूरी कहानी social media पर share की। और फिर क्या? पूरा इंटरनेट आग बबूला हो गया! Students union से लेकर women rights activists तक सब सड़कों पर उतर आए। देखते ही देखते pressure इतना बढ़ा कि police को finally case दर्ज करना पड़ा और मैंगो को arrest कर लिया गया। पीड़िता के शब्द आज भी मुझे झकझोर देते हैं: “मैंने help माँगी, पर किसी ने सुना तक नहीं… अब मैं justice चाहती हूँ।” सुनकर दिल दहल जाता है, है ना?

College administration की खोखली बातें vs ground reality

अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर college authorities ने इतने serious matter को ignore क्यों किया? एक तरफ तो वो कहते हैं कि “हम मामले की गंभीरता को समझते हैं”, दूसरी तरफ students का कहना है कि ये पूरे system की failure है। एक student leader ने सही कहा – “ये कोई isolated case नहीं है… हमारे campuses में safety measures practically zero हैं!” सच कहूँ तो, ये सिर्फ एक case नहीं, पूरी system की खामियों का mirror है।

अब क्या? Justice की उम्मीद और system में बदलाव?

तो अब सबकी निगाहें court पर टिकी हैं। Police investigation चल रही है, chargesheet filing की प्रक्रिया होगी। पर सिर्फ़ यही काफी नहीं है। College को अब strict guidelines बनाने होंगे – better security, faster complaint redressal, gender sensitivity workshops… वरना ये केस भी files के ढेर में दबकर रह जाएगा। सच तो ये है कि ये incident एक wake-up call है हम सभी के लिए।

आखिर में, मैं यही कहूँगा – ये सिर्फ एक criminal case नहीं, बल्कि हमारे समाज का वो कड़वा सच है जिससे हम अक्सर आँखें चुरा लेते हैं। सवाल ये है कि क्या हम इसके बाद भी चुप रहेंगे? या फिर इस case को एक turning point बनाकर real change लाएँगे? आपकी क्या राय है?

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कॉलेज कैंपस का वो शर्मनाक मंजर: जब मनोजित ने ‘प्रपोजल’ के नाम पर किया हद पार!

सच कहूँ तो आजकल के कुछ लड़कों को ‘नॉर्मल’ तरीके से प्रपोज करना आता ही नहीं। लेकिन मनोजित ने तो हद ही कर दी – कॉलेज कैंपस में publicly एक लड़की को शर्मिंदा करने की हिमाकत!

1. क्या हुआ था असल में?

सीन ऐसा था जैसे किसी चीप साउथ इंडियन मूवी से उठा लिया गया हो। मनोजित ने बीच कैंपस में ही लड़की को घेर लिया, झुककर प्रपोज किया… और तब तक नहीं माना जब तक पूरा ग्रुप उसे रिकॉर्ड नहीं करने लगा। बस फिर क्या था – एक तरफ लड़की की बेइज्जती, दूसरी तरफ मनोजित की ‘हीरो’ बनने की फ़िल्मी ख्वाहिश!

2. वायरल होने की कहानी

अब सोचिए, आजकल कौन सा ऐसा शर्मनाक वाक्या है जो सोशल मीडिया पर नहीं पहुँचता? किसी ‘दोस्त’ ने वीडियो बनाया, किसी और ने शेयर किया… और देखते ही देखते ये ट्रेंडिंग बन गया। लोगों के reactions देखने लायक थे – कोई मनोजित को गालियाँ दे रहा था, तो कोई लड़की के सब्र की तारीफ़।

3. क्या मिली सजा?

कॉलेज वालों ने तो जैसे फौरन एक्शन लिया। मनोजित को सस्पेंड कर दिया गया। सुनने में आया कि पुलिस केस भी दर्ज हुआ। पर सच पूछो तो – क्या ये काफी है? ऐसे लोगों के लिए सख्त सबक की ज़रूरत होती है, वरना दोबारा ऐसी हरकत करने से नहीं चूकते।

4. लड़की ने कैसे संभाला?

यहाँ लड़की की समझदारी की दाद देनी पड़ेगी। उसने न तो ड्रामा किया, न ही मनोजित को attention दिया। बस शांति से इग्नोर करके सीधे कॉलेज प्रशासन के पास पहुँची। असल में ऐसे लोगों को जवाब देने का यही सही तरीका है – न कोई झगड़ा, बस proper चैनल से कार्रवाई!

फाइनल वर्ड? मनोजित जैसे लोगों को समझना चाहिए – प्रपोजल और परेशान करने में फर्क होता है। वरना सस्पेंशन और पुलिस केस तो बस शुरुआत है…

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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