मनसा देवी मंदिर हादसा: क्या सच में ‘अचानक’ टूटी थी रेलिंग? SSP ने बताई पूरी कहानी
अरे भई, हरियाणा के पंचकुला में मनसा देवी मंदिर का वो हादसा तो आपने भी सुना होगा। सोचिए, एक तरफ भक्तों की भीड़, दूसरी तरफ अचानक टूटी रेलिंग… और नतीजा? कई लोग गंभीर रूप से घायल। असल में, ये कोई एक दिन की बात नहीं थी। स्थानीय लोग तो कह रहे हैं कि ये रेलिंग पहले से ही जर्जर हालत में थी – ठीक वैसे ही जैसे हमारे सरकारी दफ्तरों में लगी ‘कृपया धक्का न दें’ वाली नोटिस बोर्ड!
मनसा देवी मंदिर, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, उसकी मुख्य सीढ़ियों पर ये हादसा हुआ। और हैरानी की बात ये कि मंदिर प्रबंधन को पहले ही कई बार चेतावनी मिल चुकी थी। पर सच कहूँ तो, हमारे यहाँ तो तब तक कुछ नहीं होता जब तक बड़ा हादसा न हो जाए। SSP की जाँच ने तो पूरा पोल ही खोल दिया – रेलिंग टूटी नहीं, गिराई गई थी लापरवाही से!
अब सवाल यह है कि आखिर क्यों? SSP की रिपोर्ट के मुताबिक, सालों से रखरखाव की अनदेखी हुई। 10 से ज्यादा लोग घायल, जिनमें 3 की हालत अभी भी नाजुक। और अब? अब तो मरम्मत का काम जोर-शोर से चल रहा है। FIR भी दर्ज हो चुकी है। लेकिन क्या ये सब पर्याप्त है? आप ही बताइए…
लोगों का गुस्सा तो समझ आता है। घायलों के परिजनों का दर्द तो वही जाने जिनके साथ ऐसा हुआ हो। SSP साहब ने साफ कहा – “सुरक्षा मानकों के साथ कोई समझौता नहीं।” पर सच्चाई ये है कि हम तब तक याद नहीं रखते जब तक अगला हादसा न हो जाए। राजनीतिक दलों ने भी मौका नहीं गँवाया – एक तरफ जवाबदेही की माँग, दूसरी तरफ… खैर, आप समझ ही गए होंगे।
अच्छी खबर? प्रशासन ने कुछ कदम उठाए हैं:
– सुरक्षा समीक्षा के लिए कमेटी बनेगी
– घायलों को मुआवजा और इलाज का पूरा खर्च
– राज्य के अन्य मंदिरों की भी जाँच होगी
लेकिन सच पूछो तो, ये सब तो होना ही चाहिए था। बस, देर आयद दुरुस्त आयद वाली कहावत याद आती है। अब देखना ये है कि क्या सच में कोई सबक लिया जाएगा, या फिर ये भी एक और फाइल का मामला बनकर रह जाएगा। आपको क्या लगता है?
मनसा देवी मंदिर का हादसा… सच कहूं तो दिल दहला देने वाला है। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम सच में इससे सीख लेंगे? SSP की जांच से जो सामने आया, वो तो बस वही पुरानी कहानी है – लापरवाही और ‘चलता है’ वाली मानसिकता। अरे भाई, मंदिर हो या मॉल, सुरक्षा तो बेसिक जरूरत है ना?
कहाँ गलती हुई?
एक तरफ तो हम भगवान के दरबार में सिर झुकाते हैं, लेकिन दूसरी तरफ उसी जगह की सुरक्षा को लेकर लापरवाह? थोड़ा अजीब नहीं लगता? जांच रिपोर्ट बताती है कि रखरखाव के नाम पर कुछ खास नहीं हुआ। और यही वजह बनी इस त्रासदी की।
अब आगे क्या?
सच पूछो तो ये घटना एक वेक-अप कॉल है। प्रशासन के लिए तो है ही, लेकिन हम भक्तों के लिए भी। अगली बार जब किसी धार्मिक स्थल पर जाएं, तो सिर्फ प्रसाद लेने या माथा टेकने भर से काम नहीं चलेगा। सुरक्षा पर भी नजर रखनी होगी।
वैसे… अफसोस तो तब होता है जब ऐसी घटनाओं के बाद ही हमें याद आता है कि ‘अरे, ये तो जरूरी था!’ काश कि भविष्य में ऐसी कोई और त्रासदी न हो। लेकिन उम्मीद से ज्यादा, एक्शन की जरूरत है। सख्त कदम। और जिम्मेदारी की भावना।
मनसा देवी मंदिर हादसा: सीढ़ियों के पास रेलिंग में क्या गड़बड़ हुई? – जानिए पूरी कहानी
1. मनसा देवी मंदिर में हादसा हुआ कैसे?
देखिए, बात ये हुई कि मंदिर की सीढ़ियों के पास लगी रेलिंग अचानक टूट गई। और वो भी ऐसे वक्त पर जब devotees की भीड़ सबसे ज्यादा थी। असल में, SSP की जांच से पता चला कि रेलिंग की maintenance लापरवाही से हुई थी। यानी एक तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई गई थीं।
2. इस हादसे में कितने लोगों को चोट आई?
सुनकर दुख हुआ, लेकिन reports के मुताबिक 10-15 लोगों को injuries आईं। हालांकि, अच्छी बात ये रही कि ज्यादातर मामले minor थे। 4-5 लोगों की condition थोड़ी serious थी, लेकिन अच्छी खबर ये कि सभी अब stable हैं। nearby hospital वालों ने अच्छी care की लगती है।
3. अब तक क्या action लिया गया है?
SSP ने तो जैसे मंदिर प्रशासन को खूब लताड़ा है! negligence के साथ-साथ guidelines भी जारी कर दी हैं। मतलब साफ है – अब safety measures को upgrade करना ही होगा। वरना… आप समझ ही गए होंगे।
4. क्या अब मंदिर जाना safe है?
सच कहूं तो हादसे के बाद मंदिर प्रशासन ने काफी सख्त कदम उठाए हैं। सारी रेलिंग्स की जांच हो चुकी है, weak points को ठीक किया जा चुका है। पर मेरा सुझाव? crowded areas में थोड़ा alert रहिएगा। safety first, हमेशा याद रखिए!
एक बात और… ऐसे incidents से सीख लेनी चाहिए। क्या पता कब कहां क्या हो जाए। सावधानी हटी, दुर्घटना घटी वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com