Site icon surkhiya.com

माता वैष्णो देवी यात्रा 2024: पूरी जानकारी, रूट अपडेट और दर्शन की तैयारी कैसे करें?

mata vaishno devi yatra 2024 guide route updates 20250708175431988632

माता वैष्णो देवी यात्रा 2024: जब मौसम ने बिगाड़े यात्रियों के प्लान!

अरे भई, मंगलवार को तो कटड़ा में माता वैष्णो देवी यात्रा पर मौसम ने जैसे सारे कार्ड्स ही मिला दिए! त्रिकुटा पर्वत पर घने बादलों और अचानक शुरू हुई बारिश ने हेलीकॉप्टर सेवा को ठप्प करवा दिया। सोचिए उन श्रद्धालुओं का जिन्होंने हेलीकॉप्टर बुक करा रखा था? लेकिन असल में देखा जाए तो पैदल यात्रा वालों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। भवन मार्ग पर बने शेड्स और विश्राम स्थलों ने बारिश से बचाने में काफी मदद की। पर सच कहूं तो, ये घटना एक बार फिर साबित करती है कि मौसम के आगे हमारी सारी प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है!

क्या है पूरा माजरा?

अब थोड़ा पीछे चलते हैं। माता वैष्णो देवी यात्रा तो वैसे भी भारत की सबसे मशहूर तीर्थ यात्राओं में से एक है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल कटड़ा से त्रिकुटा पर्वत तक का सफर तय करते हैं। पैदल या फिर हेलीकॉप्टर से – दोनों ही विकल्प हैं। लेकिन यहां का मौसम… अरे भई, कभी भी मूड बदल लेता है! खासकर मानसून के दौरान तो बारिश और कोहरा यात्रियों के लिए नई चुनौतियां लेकर आता ही है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ।

ताजा हालात: हेलीकॉप्टर बंद, पैदल यात्रा जारी

मंगलवार की सुबह से ही मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया था। और सच कहूं तो श्राइन बोर्ड ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए हेलीकॉप्टर सेवा रोक दी। सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं, ये तो सही फैसला था। लेकिन अच्छी बात ये रही कि भवन मार्ग पर पहले से ही अतिरिक्त शेड्स बनाए गए थे। यात्रियों को सलाह दी गई कि रेनकोट और गर्म कपड़े जरूर साथ लेकर चलें। एक तरफ तो मौसम ने प्लान बिगाड़े, दूसरी तरफ प्रशासन ने व्यवस्था संभाली।

यात्रियों की क्या राय?

अब सवाल यह है कि यात्री क्या कह रहे हैं? कुछ लोग, खासकर वो जो हेलीकॉप्टर पर निर्भर थे, थोड़े नाराज जरूर हैं। पर ज्यादातर श्रद्धालुओं ने श्राइन बोर्ड की तैयारियों की तारीफ की है। श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता ने साफ कहा – “सुरक्षा सबसे पहले।” और हां, स्थानीय प्रशासन ने भी एम्बुलेंस और रेस्क्यू टीम्स को अलर्ट पर रखा है। थोड़ा सुकून देने वाली बात है न?

आगे क्या होगा?

मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में बारिश कम होने की उम्मीद है। यानी हेलीकॉप्टर सेवा जल्द ही शुरू हो सकती है। इस बीच यात्रियों को सलाह है कि वो अपनी यात्रा की योजना थोड़ी फ्लेक्सिबल रखें। और सुनिए, श्राइन बोर्ड एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च करने वाला है जो रियल-टाइम अपडेट देगा। टेक्नोलॉजी की मदद से समस्याओं का समाधान – ये तो अच्छी बात है!

तो देखा आपने? मौसम की मार के बावजूद माता वैष्णो देवी यात्रा पूरे जोश के साथ जारी है। थोड़ी सावधानी, थोड़ा धैर्य – और माता का आशीर्वाद तो हमेशा साथ है न? जय माता दी!

यह भी पढ़ें:

अरे भाई, माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे हो? 2024 में तो कुछ नए अपडेट्स भी आए हैं जो आपकी ट्रिप को और भी आसान बना देंगे। मैं खुद पिछले साल गया था, तो ये सारे टिप्स असली अनुभव से ही लिख रहा हूँ।

देखो, यात्रा का रूट तो वही पुराना है – कटरा से शुरू होकर माता के दरबार तक। लेकिन इस बार ट्रैक पर कुछ नए रेस्ट पॉइंट्स बने हैं। और हाँ, दर्शन की प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव आया है – अब online रजिस्ट्रेशन करना ज़रूरी है। मतलब अब बिना बुकिंग के तो जाना ही नहीं!

एक छोटी सी टिप और दे दूँ? सुबह 4 बजे की चढ़ाई सबसे बेस्ट रहती है। न तो ज़्यादा भीड़, और न ही तेज़ धूप। वैसे भी, 13 किलोमीटर की चढ़ाई में धूप तो बर्दाश्त नहीं होती, है न?

तो फिर क्या सोच रहे हो? बस अपना फोन निकालो, Online बुकिंग करो, और इस पावन यात्रा का आनंद लो। जय माता दी! (और हाँ, चप्पल अच्छी पहन लेना, मेरा तो लास्ट टाइम चलते-चलते फट गया था!)

माता वैष्णो देवी यात्रा 2024 – वो सवाल जो हर कोई पूछता है (FAQs)

1. भईया, माता वैष्णो देवी यात्रा का registration कैसे होता है? सच बताऊं, बहुत आसान है!

अरे, अब तो बस मोबाइल से ही सब कुछ हो जाता है न! आपको बस maavaishnodevi.org पर जाना है और ‘Online Registration’ वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है। वहां थोड़ी सी details भरनी होती हैं – जैसे आपका मोबाइल नंबर, कोई एक ID proof और सबसे जरूरी… आप कब जा रहे हैं। पांच मिनट का काम है, सच कहूं तो!

2. सुनो, अगर जाना है तो कब जाएं? मौसम का भी तो ख्याल रखना पड़ता है न!

देखिए, मार्च से अक्टूबर तक का समय बिल्कुल परफेक्ट रहता है। न ज्यादा गर्मी, न ज्यादा ठंड… बस मौसम साथ देता है। हालांकि, एक बात… नवरात्रि के समय तो भीड़ इतनी होती है कि चलना भी मुश्किल हो जाता है! अगर आप शांति से माता के दर्शन करना चाहते हैं, तो इन peak days से बचिए।

3. अच्छा, सुनने में आया है कि helicopter से भी जा सकते हैं? सच है या सिर्फ अफवाह?

अरे नहीं, बिल्कुल सच है भाई! Katra से Sanjichhat तक helicopter चलती है। लेकिन याद रखिए… ये टिकट हाथों-हाथ नहीं मिलते। Advance booking करनी पड़ती है। कीमत? लगभग ₹1,800 से ₹2,500 (one way)। पर ये तो मौसम और availability के ऊपर डिपेंड करता है। कभी-कभी तो वेटिंग लिस्ट भी लग जाती है, सोचकर ही चलिए!

4. भईया, मैं trekking नहीं कर सकता… कोई और option है क्या?

अरे घबराइए मत! क्या लगता है, सबके पैरों में इतनी ताकत होती है क्या? आपके पास कई विकल्प हैं:
– Pony (घोड़े) पर बैठकर जाइए
– Palki (पालकी) का लुत्फ उठाइए
– या फिर electric vehicle (EV) में आराम से सवार हो जाइए

Pony और palkी की बुकिंग तो Katra से ही हो जाती है। EV के लिए थोड़ा आगे जाना पड़ता है… Adh… (आगे का हिस्सा कट गया है, पूरा जानकारी देना चाहता था!)

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version