मोदी-शी मुलाकात से पहले चीन का ट्रंप को करंट! जिनपिंग के दूत बोले – ‘बदमाश’

मोदी-शी मुलाकात से पहले चीन का ट्रंप को करंट! जिनपिंग के दूत बोले – ‘बदमाश’

अंतरराष्ट्रीय राजनीति का ये खेल कभी थमता ही नहीं! और इस बार फिर चीन और अमेरिका के बीच तनाव की बात सामने आई है। असल में, मामला है Donald Trump की उन trade policies का, जिन्होंने चीन को खासा नाराज कर दिया है। इतना नाराज कि चीन के राजदूत ने तो social media पर ही Trump को ‘बदमाश’ तक कह डाला। X (पहले का Twitter) पर ये विवादित टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब भारत और चीन के बीच Modi-Xi की मुलाकात की चर्चा जोरों पर है। क्या ये टिप्पणी इन वार्ताओं पर असर डालेगी? देखना दिलचस्प होगा।

ट्रंप की नीतियों ने बढ़ाई तल्खी

ये पूरा विवाद तो 2017-2021 से चला आ रहा है, जब Trump ने अपनी ‘America First’ policy के तहत चीन और भारत जैसे देशों पर tariffs बढ़ा दिए थे। सीधे शब्दों में कहें तो – अमेरिका ने दूसरे देशों के सामान महंगे कर दिए। Global trade पर इसका ऐसा असर हुआ कि चीन-भारत को WTO तक शिकायत करनी पड़ी। अब जब Trump फिर से चुनावी रिंग में उतरने वाले हैं, चीन ने अपना गुस्सा खुलकर दिखा दिया है। क्या ये सही वक्त था? शायद नहीं, खासकर तब जब भारत-चीन वार्ता की तैयारी चल रही हो।

चीनी राजदूत का विस्फोटक बयान

अब ये देखिए न! एक चीनी राजनयिक ने X पर Trump को लेकर क्या लिखा – “बदमाश को एक इंच दो, तो मील भर ले लेता है।” वाह! राजनीति में इतनी सीधी भाषा? ये तो Trump की उसी negotiation style पर सीधा प्रहार है, जिसमें वो maximum pressure डालकर deal करते हैं। पर सवाल ये है कि क्या ऐसे बयानों से कूटनीति में कोई फायदा होता है? ईमानदारी से कहूं तो, ये तो बस और तनाव बढ़ाता है। खासकर तब, जब आप किसी पूर्व राष्ट्रपति को सीधे निशाना बना रहे हों।

मोदी-शी वार्ता पर संभावित प्रभाव

अब सोचिए, ये सब तब हो रहा है जब Modi और Xi के बीच meeting की तैयारी चल रही है। कुछ experts का कहना है कि ये मुद्दा उनकी चर्चा में शामिल हो सकता है। क्यों? क्योंकि अगर Trump फिर से सत्ता में आते हैं, तो भारत और चीन दोनों को economic challenges का सामना करना पड़ेगा। है न मजेदार बात – जहां भारत और चीन ज्यादातर मुद्दों पर अलग-अलग खड़े होते हैं, वहीं Trump की policies दोनों को एक मंच पर ला सकती हैं। पर क्या ये संभव है? ये तो वक्त ही बताएगा।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

इस बयान ने तो हलचल मचा दी! भारत सरकार ने अभी तक कुछ नहीं कहा, पर analysts का मानना है कि diplomatic channels पर इस पर चर्चा हो सकती है। वहीं चीन के state-run media ने तो अपने राजदूत की बात को “साहसिक” तक बता डाला। अमेरिकी तरफ से कोई formal response नहीं आया है, हालांकि Trump supporters इसे चीन की “frustration” बता रहे हैं। एक तरफ तो चीन का ये बयान असामान्य है, पर दूसरी तरफ ये उनकी बढ़ती चिंता को भी दिखाता है।

भविष्य की दिशा

ये पूरा मामला भारत-चीन-अमेरिका के relations में नया twist डाल रहा है। अगर Trump 2024 में जीत जाते हैं, तो global trade का पूरा समीकरण बदल सकता है। भारत और चीन दोनों को अपनी economic strategies पर फिर से सोचना पड़ सकता है। कुछ experts तो ये भी कह रहे हैं कि ये भारत के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है – जहां वो इस स्थिति का फायदा उठाकर अपने हितों को आगे बढ़ा सके। पर सच कहूं तो, अभी सब कुछ अनिश्चितता के घेरे में है।

इस पूरे विवाद से एक बात तो साफ है – international politics में शब्दों का चुनाव कितना महत्वपूर्ण होता है। चीन का ये बयान न सिर्फ Trump के प्रति उनकी नाराजगी दिखाता है, बल्कि भारत-चीन relations में भी नई जटिलताएं जोड़ सकता है। अब देखना ये है कि ये verbal war और आगे बढ़ेगी या फिर diplomacy के रास्ते कोई हल निकलेगा। एक बात तय है – आने वाले दिनों में ये कहानी और रोमांचक होने वाली है!

मोदी-शी मुलाकात और चीन-ट्रंप विवाद: जानिए क्या हो रहा है असल में?

1. मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात कब होने वाली है?

असल में देखा जाए तो official date अभी तक पक्की नहीं हुई है। पर अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि यह मुलाकात इसी महीने हो सकती है – शायद अगले हफ्ते तक। और सच कहूं तो, यह कोई सामान्य बैठक नहीं होगी। दोनों leaders के बीच जो बातचीत होगी, उसमें सीमा विवाद से लेकर trade तक – सबकुछ शामिल हो सकता है। बस, official confirmation का इंतज़ार है।

2. चीन ने ट्रंप को ‘बदमाश’ क्यों कहा? सच में?

हां, सच में! चीन के एक senior diplomat ने ट्रंप के recent statements पर गुस्से में यह शब्द use किया। अब सवाल यह है कि ऐसा क्यों हुआ? दरअसल, पिछले कुछ महीनों से US-China trade war और Taiwan को लेकर तनाव चरम पर है। ट्रंप जी ने कुछ ऐसे बयान दिए जिन पर चीन को बुरा लगा… और फिर यह reaction आया। राजनीति है भाई, गरमा-गरम बयानबाजी तो चलती रहेगी।

3. क्या मोदी-शी मुलाकात में यह विवाद भी discuss होगा?

ईमानदारी से कहूं तो – हो सकता है! क्योंकि India इस पूरे मामले में बिल्कुल neutral नहीं रह सकता। हमारे लिए US और China दोनों के साथ relations बहुत मायने रखते हैं। पर एक बात clear है – official agenda में शायद यह topic सीधे-सीधे शामिल न हो। फिर भी, informal talks में ज़रूर छू लेंगे। आखिरकार, यह मुद्दा पूरी दुनिया की चिंता का विषय बना हुआ है।

4. इस पूरे situation का India पर क्या impact पड़ सकता है? असली सवाल यही है!

देखिए, यहां हमें बहुत ही careful रहना होगा। एक तरफ तो US के साथ हमारे defense और technology के बड़े deals हैं। दूसरी तरफ, China के साथ trade और manufacturing में गहरे connections। ऐसे में, हमें ठीक वैसा ही balance बनाना होगा जैसे कोई तंग रस्सी पर चल रहा हो। थोड़ी सी भी गड़बड़ी और… समझदारी ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है इस situation में।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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