मुहर्रम जुलूस में हिंसा और बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की आज सुनवाई – ताजा अपडेट

मुहर्रम जुलूस में हिंसा और बिहार वोटर लिस्ट विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

क्या आपने कल का वो वायरल वीडियो देखा जहाँ मुहर्रम के जुलूस के दौरान पथराव हो रहा था? दिल दहल देने वाली तस्वीरें थीं। और सिर्फ एक ही जगह नहीं – देश के कई शहरों में ऐसी ही हिंसक झड़पों की खबर आई। असल में, ये सिर्फ कानून-व्यवस्था का मसला नहीं, बल्कि हमारे साम्प्रदायिक सद्भाव पर एक बड़ा सवाल है। और इसी बीच बिहार में वोटर लिस्ट को लेकर जो राजनीतिक भूचाल आया है, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने आज कुछ ऐसी बातें कहीं जो आने वाले दिनों में गेम-चेंजर साबित हो सकती हैं।

पूरा मामला समझिए

ये कोई पहली बार नहीं जब मुहर्रम के दौरान तनाव हुआ हो। पिछले कुछ सालों से ये एक पैटर्न सा बन गया है। लेकिन इस बार हालात कुछ ज्यादा ही बिगड़े – पथराव, आगजनी, और वो भी कई शहरों में एक साथ। दूसरी तरफ बिहार का वोटर लिस्ट ड्रामा… अरे भई, मजा आ गया! सरकार कह रही है सुधार कर रही है, विपक्ष चिल्ला रहा है कि ये जनसांख्यिकीय हेरफेर है। और अब तो सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में कूद पड़ा है।

आज का बड़ा अपडेट

सुप्रीम कोर्ट ने आज बिहार सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। जज साहब ने साफ कहा – “तीन दिन के अंदर जवाब दो, वरना…” वरना क्या? ये तो अगली सुनवाई में पता चलेगा। वहीं मुहर्रम हिंसा के बाद प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ये सिर्फ एक अस्थायी समाधान है? केंद्र सरकार ने तो बस फॉर्मलिटी के तौर पर निंदा कर दी, लेकिन विपक्ष ने सही सवाल उठाया है – आखिर ये हिंसा रुकेगी कैसे?

राजनीति का गर्मा-गर्म खेल

भाजपा और RJD का तो मानो मुकाबला ही चल रहा है। एक तरफ “चुनावी हेराफेरी” के आरोप, दूसरी तरफ “पारदर्शिता” के दावे। सच कहूँ तो दोनों ही पार्टियाँ इस मौके का पूरा पूरा राजनीतिक फायदा उठा रही हैं। धार्मिक नेताओं ने शांति की अपील की है, लेकिन क्या ये अपीलें जमीनी स्तर पर काम कर रही हैं? बेंगलुरु के जातीय भेदभाव मामले में तो हालात और भी गंभीर हैं – वहाँ के दलित समुदाय की पीड़ा सुनकर दिल दुख जाता है।

अब आगे क्या?

तीन दिन बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा जो शायद बिहार की राजनीति का रुख ही बदल दे। मुहर्रम हिंसा की जांच के लिए बनी SIT कितनी “स्वतंत्र” होगी, ये तो वक्त ही बताएगा। और महाराष्ट्र व बेंगलुरु के मुद्दे? अरे, ये तो अगले चुनावों में धमाल मचा देंगे! एक बात तो तय है – ये सभी घटनाएं हमारे सामाजिक ताने-बाने को किसी न किसी तरह प्रभावित करेंगी। आपका क्या ख्याल है? कमेंट में जरूर बताइएगा।

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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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