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म्यांमार में ULFआ कैंप पर ड्रोन हमला: भारतीय सेना ने दिया ये बड़ा जवाब!

म्यांमार में ULFA कैंप पर ड्रोन हमला: क्या भारतीय सेना ने दिया ये जबरदस्त जवाब?

अरे भाई, क्या बताऊं… हाल ही में म्यांमार में ULFA-I के ठिकाने पर हुए ड्रोन हमले ने तो पूरे नॉर्थईस्ट को हिला कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर तो बवाल मचा हुआ है – ULFA का दावा है कि भारतीय सेना के ड्रोन ने उनके 19 लोगों को ढेर कर दिया। लेकिन यहाँ दिलचस्प बात ये है कि हमारी आर्मी इन सारे आरोपों को खारिज कर रही है। कह रही है – “हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं”। सच क्या है? पता नहीं… लेकिन इतना तो तय है कि ये पूरा मामला असम और नॉर्थईस्ट की सुरक्षा को लेकर फिर से बहस छेड़ देगा।

पूरा माजरा समझिए

देखिए, ULFA-I (यानी United Liberation Front of Assam) का किस्सा तो पुराना है। ये लोग असम में सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। सालों से। और सबसे बड़ी मुसीबत ये है कि ये लोग म्यांमार बॉर्डर के पास अपने कैंप बनाकर बैठे हैं। हमारी सेना के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। सरकार ने कई बार ऑपरेशन किए, म्यांमार सरकार के साथ मिलकर… पर ये लोग फिर भी सक्रिय हैं। क्यों? क्योंकि म्यांमार की सीमा का जो जंगली इलाका है ना, वो इन्हें छुपने में मदद करता है। बिल्कुल जैसे कोई चूहा दीवार के छेद में घुस जाए।

अभी क्या चल रहा है?

तो कल की बात है – ULFA के किसी प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि भारतीय ड्रोन ने उन पर हमला बोल दिया। 19 लोग मारे गए। और इन्होंने तो सीधे भारत सरकार पर आरोप लगा दिए – “ये international borders का उल्लंघन है!” लेकिन हमारे आर्मी वालों ने तुरंत जवाब दिया – “ये सब बकवास है। हमने कोई ऑपरेशन नहीं किया।” सबसे मजेदार बात? म्यांमार सरकार अभी तक चुप्पी साधे हुए है। मतलब कंफ्यूजन का पूरा खेल चल रहा है। आपको नहीं लगता कि ये सब कुछ जानबूझकर किया जा रहा है?

कौन क्या बोल रहा है?

इस पूरे मामले में तो हर कोई अपना-अपना राग अलाप रहा है। ULFA वाले रो रहे हैं – “भारत सरकार हमें खत्म करना चाहती है!” हमारे आर्मी वाले कह रहे हैं – “हम सीमा पार कुछ नहीं करते।” एक्सपर्ट्स की राय? अगर ये हमला सच में हुआ है, तो शायद ये हमारी ‘Act East’ policy का हिस्सा हो सकता है। वो जिसमें हम आतंकियों के ठिकानों पर सीधे वार करते हैं। कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि ये 2016 के surgical strikes जैसा ही कुछ है, बस इस बार ड्रोन का इस्तेमाल हुआ है। पर सच क्या है? वो तो समय ही बताएगा।

आगे क्या होगा?

अब सबकी नजर म्यांमार सरकार पर है। वो क्या कहती है? क्योंकि अगर ये सच में भारत का कोई ऑपरेशन था, तो ये दोनों देशों के रिश्तों पर असर डाल सकता है। और हाँ… अगर ULFA ने फिर से कोई हरकत की, तो भारत सरकार और सख्त कार्रवाई कर सकती है। कुछ एक्सपर्ट्स तो ये भी कह रहे हैं कि ये हमारी नई सुरक्षा नीति का हिस्सा हो सकता है – जहाँ हम technology का इस्तेमाल करके सीमा पार के खतरों से निपट रहे हैं। सोचिए… ड्रोन से सर्जिकल स्ट्राइक? क्या ये नया ट्रेंड बन सकता है?

तो दोस्तों, अभी तो ये पूरा मामला रहस्य में घिरा हुआ है। लेकिन एक बात तो तय है – ये घटना हमें दिखा देती है कि नॉर्थईस्ट की सुरक्षा अभी भी कितनी बड़ी चुनौती है। अब देखना ये है कि आने वाले दिनों में सरकार किस रास्ते पर चलती है – क्या वो और आक्रामक होगी या फिर diplomacy के रास्ते पर आगे बढ़ेगी? आपकी राय क्या है? कमेंट में जरूर बताइएगा!

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ये ड्रोन हमला और फिर भारतीय सेना का जवाब… देखिए, एक बात तो साफ है – हमारी सरहद की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होने वाला। और होना भी नहीं चाहिए, है न? ULFआ कैंप पर हुई ये पूरी घटना, हमने आप तक सबसे पहले पहुंचाने की कोशिश की। क्या पता, शायद आपके लिए ये जानकारी काम की साबित हो। वैसे, असल में तो ये सिर्फ शुरुआत है – और अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहिएगा। क्योंकि जब बात सुरक्षा की हो, तो हर खबर मायने रखती है। सच कहूं तो!

(Note: The rewritten version introduces more conversational elements, rhetorical questions, and a personal touch while keeping the core information intact. The English term “ULFआ” is preserved as per instructions.)

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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