कश्मीर में अजीबोगरीब बीमारी का कहर! 18 लोग अस्पताल में, 2 की हालत बेहद खराब
ये कहानी है राजौरी जिले के एक छोटे से गाँव धार सकरी की, जहाँ पिछले कुछ दिनों से एक अजीब सी बीमारी ने लोगों को परेशान कर रखा है। अभी तक 18 लोगों को तो अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है, और इनमें से 2 मरीजों की हालत तो इतनी गंभीर है कि उन्हें ICU में रखा गया है। सरकारी अधिकारियों को शक है कि ये E. coli बैक्टीरिया की वजह से हो रहा होगा, इसलिए गाँव के पानी के स्रोतों की जाँच शुरू हो चुकी है। स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा हुआ है – ऐसे लक्षण तो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे!
पूरा माजरा क्या है?
देखिए, पिछले दो दिनों में ही ये सारे मामले सामने आए हैं। लोगों को उल्टी-दस्त के साथ-साथ तेज बुखार और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएँ हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग वाले कह रहे हैं कि शायद ये गंदे पानी या खराब खाने की वजह से फैला होगा। मतलब साफ है न? E. coli जैसे बैक्टीरिया तो आमतौर पर ऐसे ही फैलते हैं। हैरानी की बात ये है कि इस इलाके में ऐसा कुछ पहले कभी नहीं हुआ, इसीलिए तो प्रशासन भी सकते में आ गया है।
ताजा अपडेट क्या है?
अभी राजौरी के सरकारी अस्पताल में 18 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से दो की हालत बेहद नाजुक है। अस्पताल वाले तो पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन स्थिति गंभीर है। स्वास्थ्य टीमें गाँव में दवाइयाँ और ORS पाउच जैसी जरूरी चीजें पहुँचा रही हैं। सबसे बड़ी बात – पानी के नमूने जाँच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं। अब इंतज़ार है रिपोर्ट का, तब पता चलेगा कि आखिर ये सब हो क्या रहा है।
लोग क्या कह रहे हैं?
गाँव वाले तो बुरी तरह डरे हुए हैं। एक बुजुर्ग महिला ने बताया, “हमें डर लग रहा है कि कहीं ये बीमारी और न फैल जाए। सरकार को कुछ करना चाहिए!” वहीं स्वास्थ्य अधिकारी कह रहे हैं कि अभी E. coli की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सभी जाँचें की जा रही हैं। जिला प्रशासन ने भी हाथ-पैर मारना शुरू कर दिया है – कह रहे हैं कि गाँव में साफ पानी की व्यवस्था जल्द ही कर देंगे।
अब आगे क्या?
सच कहूँ तो पानी की जाँच रिपोर्ट आने तक सब कुछ अंधेरे में है। अगर E. coli की पुष्टि होती है, तो फिर तो पूरे इलाके में सफाई अभियान चलाना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग ने आस-पास के गाँवों में भी निगरानी बढ़ा दी है। सरकार वादा कर रही है कि प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद मिलेगी।
ये पूरा मामला एक बार फिर गाँवों में साफ पानी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को उजागर करता है। हालाँकि प्रशासन की तेजी से कार्रवाई से उम्मीद है कि हालात जल्द सुधरेंगे। पर सवाल ये है कि क्या ये समस्या सुलझने के बाद फिर से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई स्थायी इंतज़ाम किया जाएगा? वक्त ही बताएगा।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com