nashik flood ramkund submerged godavari river fury viral vid 20250706075222374594

नासिक बाढ़ का भयावह नज़ारा: रामकुंड डूबा, गोदावरी नदी उफान पर – देखें वायरल वीडियो

नासिक बाढ़: गोदावरी का कहर और रामकुंड का डूबना

अभी कल की ही बात है जब नासिक में लोग सामान्य दिनचर्या में व्यस्त थे, और आज? पूरा शहर पानी-पानी हो चुका है। मॉनसून ने इस बार जो रौद्र रूप दिखाया है, वो सचमुच डरावना है। गोदावरी नदी, जो आमतौर पर शांत बहती है, आज किसी राक्षसी शक्ति की तरह उफान पर है। और सबसे दुखद? रामकुंड जैसा पवित्र स्थल पूरी तरह जलमग्न हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो देखकर तो लगता ही नहीं कि यह वही जगह है जहाँ कुंभ मेले के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

असल में, ये सब तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश का नतीजा है। मौसम विभाग की रिपोर्ट तो और डरावनी है – गोदावरी का पानी डेंजर मार्क को पार कर चुका है! आप सोच रहे होंगे कि ये सब कैसे हुआ? दरअसल, गंगापुर डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ने के बाद तो स्थिति और भी बिगड़ गई। अब तो मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे और बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।

तो अब क्या हो रहा है? स्थिति वाकई गंभीर है। निचले इलाकों में तो पानी घुस चुका है – घर, दुकानें, सब डूब चुके हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है, लेकिन कई लोगों के लिए तो बहुत देर हो चुकी है। सड़कें? भूल ही जाइए! पूरा यातायात व्यवस्था ठप पड़ा है। NDRF की टीमें मौके पर पहुँच गई हैं, पर क्या वे इस प्रलय से निपट पाएँगी?

स्थानीय लोगों की कहानियाँ तो और भी दिल दहला देने वाली हैं। मीना पाटिल जैसी महिलाएँ, जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है, बता रही हैं कि उन्होंने ऐसी बाढ़ कभी नहीं देखी। और विशेषज्ञ? डॉ. राजेश कपूर जैसे मौसम वैज्ञानिक तो सीधे जलवायु परिवर्तन को दोष दे रहे हैं। उनका कहना है कि आने वाले समय में ऐसी घटनाएँ और बढ़ेंगी। सच कहूँ तो, ये सोचकर ही डर लगता है।

अब सवाल यह है कि आगे क्या? अगर बारिश जारी रही (और ऐसा लग रहा है कि रहेगी), तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, पर क्या ये काफी होगा? लंबे समय में तो हमें बाढ़ प्रबंधन व्यवस्था को मजबूत करना ही होगा। वरना… रामकुंड जैसे धार्मिक स्थलों को दोबारा तैयार करने में तो महीनों लग जाएँगे।

एक बात तो तय है – नासिक की यह त्रासदी हम सभी के लिए एक सबक है। जलवायु परिवर्तन अब सिर्फ वैज्ञानिकों की चिंता नहीं रहा, यह हमारे दरवाज़े तक आ पहुँचा है। अब वक्त आ गया है कि हम सचेत हों, तैयार हों… वरना अगली बार शायद हमारा शहर हो।

यह भी पढ़ें:

नासिक बाढ़ और गोदावरी नदी का कहर – जानिए सबकुछ विस्तार से

अभी कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर नासिक की तस्वीरें देखकर दिल दहल जाता है। गोदावरी नदी ने जैसे अपना रौद्र रूप दिखा दिया है। तो चलिए, इस पूरे हालात को समझते हैं…

1. आखिर क्यों डूब रहा है नासिक?

देखिए, असल में बात सिर्फ बारिश की नहीं है। हां, भारी बारिश तो हुई है – लेकिन सच ये है कि गोदावरी नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि रामकुंड जैसी जगहें पानी में समा गईं। कुछ लोग कह रहे हैं कि ये पिछले 30 सालों का सबसे भयावह नज़ारा है।

2. रामकुंड का हाल? सच में इतना बुरा है?

अरे भई, वो वीडियो देखा आपने? जिसमें पूरा रामकुंड पानी में डूबा दिख रहा है। सच कहूं तो मैंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा। सोशल मीडिया पर तो हर कोई इन तस्वीरों को शेयर कर रहा है – और हैरानी की बात ये कि ये सब सिर्फ 24 घंटे में हुआ!

3. गोदावरी नदी अभी कितनी खतरनाक है?

समझिए यूं – नदी अभी शांत होने का नाम ही नहीं ले रही। जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अधिकारियों ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मेरे एक दोस्त ने तो बताया कि उनके इलाके में पानी छत तक पहुंच गया है। स्थिति वाकई गंभीर है।

4. राहत और बचाव के क्या इंतजाम हैं?

अच्छी बात ये है कि NDRF की टीमें मैदान में उतर चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय है। लेकिन यहां एक दिक्कत ये है कि कुछ इलाकों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। फिर भी, अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। राहत सामग्री का वितरण भी जारी है।

एक बात और – अगर आप वहां किसी रिश्तेदार या दोस्त की मदद कर सकते हैं, तो ज़रूर करें। ऐसे वक्त में हर हाथ की ज़रूरत होती है।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

More From Author

iran supreme leader ali khamenei first public appearance aft 20250706072821999051

ईरान-इजरायल युद्ध के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखे सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई

गोपाल खेमका हत्या: लाइव मर्डर देखने वाला बदमाश कौन? पटना में कारोबारी की गोली मारकर हत्या

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Comments