नवी मुंबई एयरपोर्ट का पहला लुक! PHOTOS देखकर मन में सवाल उठा – क्या यह वाकई इतना शानदार होगा?
अरे भाई, मुंबई वालों के लिए तो ये खुशखबरी है न? नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) की जो तस्वीरें आई हैं, उन्हें देखकर लगता है जैसे कोई साउथ इंडियन फिल्म का सेट बना दिया हो! असल में, ये PHOTOS देखकर तो यही लग रहा है कि हमारा छोटा-सा मुंबई अब दुनिया के बड़े एयरपोर्ट्स की लीग में खेलेगा। सुनने में आ रहा है कि 98% काम पूरा हो चुका है, लेकिन मुझे तो अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि हम लोगों को जल्द ही यहाँ से उड़ान भरने को मिलेगी। क्या आपको भी ऐसा ही लगता है?
मुंबई की साँसें फूलने लगी थीं…
सच कहूँ तो, छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट पर जो भीड़ होती है, वो देखकर लगता था जैसे मुंबई सचमुच दम घुटने लगा है। अब इस नए एयरपोर्ट के बारे में सोचिए – CIDCO और Adani Group मिलकर जो कर रहे हैं, वो किसी चमत्कार से कम नहीं। 2024 तक पहला phase शुरू होगा, पर मेरा मानना है कि जैसे हमारे यहाँ काम होते हैं, शायद थोड़ा और टाइम लगे। हालाँकि, एक बात तो तय है – जब ये पूरा हो जाएगा, तो सालाना 9 करोड़ यात्रियों को संभाल पाएगा। यानी हम मुंबईकरों को अब और नहीं सुनना पड़ेगा – “सर, फ्लाइट फुल है।”
तस्वीरें देखकर क्या लगा आपको?
वैसे तो मैं इंजीनियर नहीं हूँ, लेकिन जो latest photos आई हैं, उनमें terminal building का डिज़ाइन देखकर तो मन करता है वहीं जाकर घंटों बैठ जाऊँ! Runways इतने विशाल कि लगता है जैसे किसी ने पूरा फुटबॉल ग्राउंड ही बना दिया हो। और वो air traffic control tower? सच में, आजकल के एयरपोर्ट्स तो किसी साइंस फिक्शन मूवी के सेट लगते हैं। पर सवाल ये है कि क्या ये सब सिर्फ दिखावे के लिए है, या फिर passenger comfort का भी ख्याल रखा गया है? देखना होगा…
कनेक्टिविटी? हाँ, यहाँ मुश्किल होगी!
अब बात करें पहुँच की, तो मुंबई-गोवा highway का विस्तार हो रहा है, metro जोड़ने की बात चल रही है… पर भईया, हम तो जानते हैं न कि मुंबई में किसी भी construction project का क्या हाल होता है। मेट्रो बनने में कितना टाइम लगा, याद है? फिर भी, अगर ये multimodal connectivity सच में काम कर गई, तो न केवल हमारी यात्रा आसान होगी, बल्कि पूरे region की economy को भी पंख लग जाएँगे। पर ये “अगर” वाली बात तो हमेशा बनी रहती है न?
क्या कह रहे हैं लोग?
Adani Group वाले तो अपनी ही तारीफ़ में मस्त हैं – “milestone” यहाँ, “game-changer” वहाँ। सरकारी बाबूजी भी खुश हैं, global aviation hub बनाने की बात कर रहे हैं। पर असली सवाल तो वो है जो एक local resident ने पूछा – “साहब, हमारे बच्चों को नौकरी मिलेगी न इससे?” सच्चाई ये है कि अगर employment के नए अवसर पैदा होंगे और existing airport का दबाव कम होगा, तो ये प्रोजेक्ट वाकई सफल होगा। वरना… वैसे भी हम मुंबईकर तो वादों के आदि हो चुके हैं न?
अब क्या बाकी है?
DGCA की approval का इंतज़ार है, trial flights होंगी… यानी अभी और इंतज़ार करना पड़ेगा। 2025 की पहली तिमाही की बात हो रही है, पर मेरा अनुमान है कि होली तक तो शायद ही शुरू हो पाए। फिर भी, जब ये पूरा हो जाएगा, तो मुंबई देश का पहला शहर बन जाएगा जिसके दो international airports होंगे। सोचिए, कितना गर्व की बात होगी! हालाँकि… एक छोटा सा डर भी है – कहीं ये भी पुराने एयरपोर्ट की तरह overcrowded न हो जाए। क्या आपको भी ऐसा ही लगता है?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com