PM मोदी को ट्रंप से निपटने की सलाह? नेतन्याहू ने क्या कहा, जानकर चौंक जाएंगे!
अरे भई, इज़राइल के पूर्व PM बेंजामिन नेतन्याहू ने तो बम फोड़ दिया! एक recent इंटरव्यू में उन्होंने दावा किया कि उन्होंने खुद PM मोदी को डोनाल्ड ट्रंप के साथ डील करने के लिए tips दिए थे। सच कहूं तो, यह बयान आते ही अंतरराष्ट्रीय राजनीति के experts की नींद उड़ गई है। क्योंकि यह कोई मामूली बात नहीं है ना?
पूरी कहानी समझिए
देखिए, मोदी और नेतन्याहू के बीच जो chemistry है, वह तो जगजाहिर है। दोनों ने defense से लेकर technology तक में भारत-इज़राइल रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। पर असली मज़ा तो तब आया जब ट्रंप अमेरिका में power में आए। उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिका रिश्ते झूले की तरह ऊपर-नीचे होते रहे। H1B visa का मुद्दा हो या trade की बात, tension तो थी। लेकिन हैरानी की बात यह कि strategic partnership बनी रही। और तो और, नेतन्याहू भी ट्रंप के बेहद करीबी रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि उनके समय में इज़राइल-अमेरिका रिश्तों ने इतिहास रच दिया था?
अब आते हैं मुख्य मुद्दे पर
तो नेतन्याहू ने अपने इंटरव्यू में क्या खुलासा किया? उन्होंने बताया कि उन्होंने मोदी जी को ट्रंप के साथ deal करने के लिए कुछ secret tips दिए थे। उनका कहना था – “ट्रंप के साथ काम करना easy नहीं, पर impossible भी नहीं।” सच कहूं तो यह बात तो हम सब जानते हैं! पर मजेदार बात यह है कि भारत सरकार ने अभी तक इस पर कोई official reaction नहीं दिया है। क्या यह silence जानबूझकर है? शायद आने वाले दिनों में पता चलेगा।
रिएक्शन का तूफान!
अब तो मजमा लग गया है! opposition तो मानो इस मौके का इंतज़ार ही कर रही थी। वे सरकार से explanation मांग रहे हैं। वहीं political experts कह रहे हैं कि यह बयान international politics में नेतन्याहू की सूझबूझ को दिखाता है। और social media? वहां तो जंग छिड़ी हुई है! कुछ लोग नेतन्याहू की सलाह की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे भारत के मामलों में दखलंदाजी बता रहे हैं। आपकी क्या राय है?
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह है कि यह सब आगे कैसे unfold होगा? पहली बात तो यह कि क्या भारत सरकार कोई statement देगी? दूसरा, अगर ट्रंप 2024 में फिर से चुनाव लड़ते हैं (जो कि होने वाला ही है), तो भारत क्या strategy अपनाएगा? और सबसे interesting – यह पूरा मामला भारत-इज़राइल-अमेरिका के त्रिकोणीय रिश्तों को कैसे प्रभावित करेगा? यह तो वक्त ही बताएगा।
अंत में इतना ही कहूंगा – यह कोई साधारण बयान नहीं है। यह तो global politics के उन delicate threads को छूता है जो नेताओं के बीच unseen connections को दिखाते हैं। और मेरा विश्वास कीजिए, यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में और भी interesting twists देखने को मिल सकते हैं। क्या आप तैयार हैं इस political rollercoaster के लिए?
मोदी-ट्रंप बातचीत पर चर्चा: कुछ सवाल, कुछ जवाब
1. नेतन्याहू ने मोदी को ट्रंप से निपटने की क्या टिप्स दीं?
देखिए, नेतन्याहू जी ने बिल्कुल सीधी-सादी बात कही – ट्रंप के साथ बातचीत में diplomacy के साथ-साथ थोड़ी ‘खुरदरी’ leadership दिखानी पड़ती है। वैसे भी, क्या आपने कभी देखा है कि ट्रंप किसी झिझकने वाले leader को गंभीरता से लेते हैं? बिल्कुल नहीं! इसलिए उन्होंने मोदी जी को direct और confident रहने की सलाह दी। सच कहूं तो यही तो मोदी जी की style भी है न?
2. क्या यह सलाह भारत-अमेरिका रिश्तों पर पानी फेर देगी?
अरे भई नहीं! बल्कि उल्टा, यह तो दोनों देशों के बीच की chemistry को और बेहतर बना सकती है। सोचिए न, जब दो strong leaders एक-दूसरे की भाषा समझते हों, तो deal-making कितनी आसान हो जाती है! वैसे भी मोदी और ट्रंप के बीच तो पहले से ही काफी अच्छी पटरी है – है न?
3. नेतन्याहू ने यह सलाह क्यों और कैसे दी?
असल में बात यह है कि नेतन्याहू खुद ट्रंप के साथ काफी समय तक काम कर चुके हैं। Global diplomacy के इस दांव-पेंच में उनका experience किसी encyclopedia से कम नहीं! तो जब ऐसा कोई veteran आपको सलाह दे, तो उसे ignore करना… वैसा ही होगा जैसे क्रिकेट में कोई नया batsman सचिन की advice को अनसुना कर दे। समझ गए न मेरा point?
4. क्या इससे भारत-इजरायल दोस्ती पर कोई असर पड़ेगा?
सुनिए, भारत और इजरायल का रिश्ता तो वैसा ही है जैसे पुराने दोस्तों का – जिन्हें एक-दूसरे की आदतें पता होती हैं। Strategic partnership की यह नींव कई दशकों से मजबूत है। थोड़ी-बहुत advice से यह दीवार हिलने वाली नहीं। सच कहूं तो अगर कुछ होगा तो बस यही कि यह friendship और भी पक्की हो जाएगी!
वैसे आपको क्या लगता है? क्या नेतन्याहू की यह सलाह सही मायनों में कारगर साबित होगी? कमेंट में बताइएगा जरूर…
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com