उत्तर कोरिया का नया नौसेना विध्वंसक: क्या यह सच में ‘गेम चेंजर’ है या सिर्फ दिखावा?
किम जोंग उन फिर सुर्खियों में हैं! और इस बार उन्होंने अपनी नौसेना को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है – 5,000 टन का तीसरा विध्वंसक जहाज़ बनाने जा रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या यह सच में कोई बड़ी बात है? ख़ास तब जब इसी साल के शुरू में दो जहाज़ लॉन्च कर चुके हैं, और उनमें से एक तो… हाल ही में प्रक्षेपण समारोह में ही पलट गया था! बेचारे किम, शायद यही वजह है कि इस बार ज़्यादा ‘परफेक्ट’ जहाज़ बनाने की बात कर रहे हैं।
नौसेना बढ़ाने की ज़िद: क्यों और कितना?
असल में देखा जाए तो पिछले कुछ सालों से उत्तर कोरिया अपनी नौसेना पर ख़ासा पैसा और मेहनत लगा रहा है। इसी साल जनवरी और मार्च में दो नए जहाज़ पानी में उतारे गए। लेकिन दूसरा वाला? वो तो लॉन्चिंग के वक्त ही उलट गया था – ट्विटर पर मीम्स बनने से बच गया शायद! फिर भी, किम जोंग उन इन्हें “राष्ट्रीय सुरक्षा की गारंटी” बता रहे हैं। सच कहूँ तो, मुझे लगता है ये सब अमेरिका को मैसेज देने का तरीका है।
नए जहाज़ में क्या ख़ास होगा?
अब इस तीसरे जहाज़ को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें पहले वालों से बेहतर तकनीक और हथियार होंगे। पर सवाल यह है कि क्या वाकई? क्योंकि पिछले जहाज़ का हाल तो आप जानते ही हैं। फिर भी, इसे ‘राष्ट्रीय प्राथमिकता’ घोषित कर दिया गया है। मतलब साफ है – समुद्री सीमा की सुरक्षा उनके लिए अब टॉप प्रायोरिटी है। शायद चीन से प्रेरणा ले रहे हों!
दुनिया की क्या प्रतिक्रिया है?
दक्षिण कोरिया तो पहले से ही परेशान है। उनका कहना है कि यह कदम “क्षेत्र में तनाव बढ़ाएगा”। वहीं अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह अमेरिका को दिया जा रहा एक साफ़ संदेश है। और उत्तर कोरिया की मीडिया? वो तो इस जहाज़ को “शत्रुओं को मुंहतोड़ जवाब देने वाला” बता रही है। थोड़ा ओवर द टॉप नहीं लगा?
आगे क्या होगा?
एक तरफ तो यह कदम पूर्वी एशिया में तनाव बढ़ा सकता है। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका शायद नए प्रतिबंधों की बात करें। पर क्या वाकई प्रतिबंधों से किम जोंग उन रुकने वाले हैं? मुझे तो नहीं लगता। आने वाले समय में और नौसैनिक परीक्षण देखने को मिलेंगे – यह तय है।
अंत में बस इतना कि उत्तर कोरिया की यह घोषणा उसकी सैन्य महत्वाकांक्षाओं का सिर्फ एक हिस्सा है। पर सच पूछो तो, क्या यह सब करके वो वाकई सुरक्षित महसूस कर पाएगा? या फिर यह सिर्फ एक ऐसा खेल है जिसमें पूरी दुनिया को उलझाए रखना चाहते हैं। आपको क्या लगता है?
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Source: DW News | Secondary News Source: Pulsivic.com