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NYC का East River Esplanade चौथी गर्मी तक बंद, निवासियों का गुस्सा – ‘न्यूयॉर्क के लिए शर्मनाक’

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NYC का East River Esplanade चौथी गर्मी तक बंद – और लोगों का पारा चढ़ गया है!

अरे भई, न्यूयॉर्क की ये East River Esplanade की कहानी तो अब एक बोरिंग सी रिपीट टेलीकास्ट बन चुकी है। साल दर साल वही ड्रामा – मरम्मत का नाम, नागरिकों का गुस्सा, और प्रशासन के ढेर सारे बहाने। अब तो लोग इसे “न्यूयॉर्क का नया शगुन” कहने लगे हैं – चार साल से लगातार बंद! सच कहूँ तो, ये उतना ही अजीब है जितना कि दिल्ली की गर्मी में कूलर न चलाना।

पूरा माजरा क्या है?

देखिए, East River Esplanade कोई साधारण फुटपाथ तो है नहीं। ये तो मैनहट्टन और ब्रुकलिन के बीच का वो ज़िंदा दिल है जहाँ सुबह के जॉगर्स से लेकर शाम के फ्लर्टी कपल्स तक सभी मिलते थे। पर 2020 के उस शैतान तूफ़ान ने इसे ऐसा पीटा कि अब तक संभल नहीं पाया। और प्रशासन? उनका तो जैसे ‘कल करे सो आज कर’ वाला हाल है।

एक तरफ तो ये सरकारी अफसर कहते हैं कि “सुरक्षा पहले”, वहीं दूसरी तरफ लोगों का सवाल है – भई, चार साल में तो चाँद पर बेस बन जाता, ये तो बस एक वॉकवे है!

2024 Update: फिर से निराशा

अब ताज़ा खबर ये है कि इस साल भी पूरा Esplanade नहीं खुलेगा। कुछ हिस्से… थोड़े समय के लिए… पर शर्तों के साथ! ये वैसा ही है जैसे आपको बताएँ कि AC मिलेगा, पर सिर्फ रात 3 बजे से सुबह 4 बजे तक। असल में, जिन लोगों ने इस रूट को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना रखा था, उनके लिए तो ये personal insult जैसा हो गया है।

लोगों का गुस्सा – और ये गुस्सा जायज़ भी है

एक आंटी जो रोज़ यहाँ वॉक करती थीं, उन्होंने तो मीडिया को खूब लताड़ा – “मेरी तो अब तक कीमोथेरेपी खत्म हो गई, पर ये Esplanade का इलाज चल ही रहा है!” वहीं सिटी काउंसिल के एक सदस्य ने तो सीधे इसे “सरकारी नाकामयाबी का मास्टरक्लास” बता डाला।

और हाँ, अब तो लोगों ने कानूनी नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। ये वो स्टेज है जब ‘please’ और ‘request’ की जगह ‘court’ और ‘case’ शब्द आने लगते हैं। 2025 के चुनावों में ये मुद्दा गरमा सकता है – क्योंकि न्यूयॉर्कवासियों का धैर्य अब टूटने लगा है।

आखिर कब तक?

सच पूछो तो, ये सिर्फ एक पैदल मार्ग के बंद होने की कहानी नहीं रही। ये तो अब सरकार और जनता के बीच के उस गैप को दिखाता है जहाँ वादे और हकीकत का फर्क दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। फिलहाल तो स्थिति ये है कि:

अब देखना ये है कि ये सरकारी तंत्र इस गुस्से को ‘under construction’ साइन लगाकर कब तक टाल पाता है। एक बात तो तय है – अगली गर्मी तक ये मुद्दा ठंडा होने वाला नहीं!

Source: NY Post – US News | Secondary News Source: Pulsivic.com

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