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OpenAI CEO सैम अल्टमैन ने चेतावनी दी: बैंकिंग क्षेत्र में आने वाला है AI धोखाधड़ी का ‘संकट’

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OpenAI CEO सैम अल्टमैन ने दी चेतावनी: बैंकिंग में AI फ्रॉड का तूफ़ान आने वाला है!

अरे भाई, सुनो ज़रा! वाशिंगटन D.C. में हाल ही में Federal Reserve के एक कार्यक्रम में OpenAI के मुखिया सैम अल्टमैन ने जो बात कही, वो सचमुच चौंकाने वाली है। मानो कोई साइंस फिक्शन मूवी की प्लॉट लाइन हो – पर ये असलियत है। उनका कहना है कि AI की वजह से बैंकिंग सेक्टर में फ्रॉड और साइबर क्राइम एक बड़े संकट का रूप लेने वाला है। और सबसे हैरानी की बात? उन्होंने तुरंत एक्शन लेने की मांग की। मतलब अभी नहीं तो कभी नहीं वाली स्थिति!

अब सवाल यह है कि आखिर यह चेतावनी इतनी अहम क्यों है? दरअसल, पिछले कुछ सालों में AI ने जिस तरह की छलांगें लगाई हैं, वो किसी से छिपी नहीं। पर जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, वैसे ही इस तकनीक का गलत इस्तेमाल भी बढ़ रहा है। बैंकिंग सेक्टर तो पहले से ही साइबर अटैक्स का शिकार रहा है, लेकिन AI ने इन अपराधों को एक नए लेवल पर पहुंचा दिया है। सच कहूं तो, यह कोई छोटी-मोटी चेतावनी नहीं है – यह तो जैसे आने वाले तूफ़ान की पहली आहट है।

अल्टमैन ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि कैसे आजकल हैकर्स AI का इस्तेमाल करके बैंकिंग सिस्टम्स को हैक करने के नए-नए तरीके ईजाद कर रहे हैं। Deepfake और Phishing Attacks जैसी टेक्नोलॉजी तो अब बस शुरुआत भर है। असल मुसीबत तो अभी आनी बाकी है! उनका सीधा-सा सुझाव था कि Federal Reserve और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स को अपनी सुरक्षा व्यवस्था में AI बेस्ड सॉल्यूशन्स पर भारी निवेश करना होगा। नहीं तो? फिर तो हालात हाथ से निकल जाएंगे।

अब विशेषज्ञों की क्या राय है? देखिए, ज़्यादातर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अल्टमैन की यह चेतावनी बिल्कुल सही वक्त पर आई है। साइबर सिक्योरिटी वालों का तो कहना है कि अब “AI से ही AI को मात देनी होगी” – मतलब फ्रॉड रोकने के लिए खुद AI टेक्नोलॉजी का ही सहारा लेना होगा। हालांकि, कुछ लोगों को लगता है कि शायद अल्टमैन ने थोड़ा डर का माहौल बना दिया है। पर सच तो यह है कि सतर्क रहने में ही भलाई है।

तो आगे क्या? मेरी निजी राय में, Federal Reserve और दूसरे रेगुलेटरी बॉडीज को AI से जुड़े रिस्क्स पर नई गाइडलाइन्स बनानी होंगी। बैंकों और FinTech कंपनियों को अपनी सुरक्षा पर पैसा खर्च करने में कोताही नहीं बरतनी चाहिए। सबसे बड़ी बात? सरकारों और टेक कंपनियों को मिलकर काम करना होगा। क्योंकि AI की दुनिया में जहां एक तरफ अनंत संभावनाएं हैं, वहीं डार्क साइड भी उतना ही बड़ा है। यह बहस अभी लंबी चलने वाली है – और हम सभी को इसके लिए तैयार रहना होगा।

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Source: Livemint – AI | Secondary News Source: Pulsivic.com

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