Operation Mahadev के असली हीरो: वो ‘बाज नजर’ कमांडो जिनसे डरते हैं आतंकी
दोस्तों, कभी-कभी हमारे सुरक्षा बल ऐसे कारनामे कर जाते हैं जो सुनकर गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में Operation Mahadev की कहानी कुछ ऐसी ही है। सोचिए, रात के अंधेरे में… ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों पर… और सामने बंदूकधारी आतंकवादी। लेकिन हमारे जवानों ने तो मानो बाज की तरह झपट्टा मारा – हाशिम मूसा समेत तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। सच कहूं तो ये कोई सामान्य ऑपरेशन नहीं था, बल्कि एक साफ संदेश था कि भारत अब आधे-अधूरे समाधानों पर नहीं रुकेगा।
पूरी बात समझने के लिए थोड़ा पीछे चलते हैं। पहलगाम हमले में जो निर्दोष लोग मारे गए थे, उनकी फैमिली का दर्द शायद हम कभी समझ नहीं पाएंगे। और हाशिम मूसा? वो कोई छोटा-मोटा आतंकी नहीं था, बल्कि Lashkar-e-Taiba का बड़ा ठेकेदार था। उसका सफाया… ये तो वैसा ही है जैसे किसी सीरियल के मुख्य विलेन को ही खत्म कर दिया जाए। असल में, हमारे कमांडोज ने जिस तरह से उस पहाड़ी इलाके में उनका पीछा किया, वो किसी एक्शन मूवी से कम नहीं था। बिना किसी अपने जवान को नुकसान पहुंचाए मिशन पूरा करना? ये तो उनकी ट्रेनिंग और हिम्मत का कमाल है।
अब सवाल ये कि ये सब हुआ कैसे? दरअसल, यहां intelligence की भूमिका बहुत अहम थी। हमारी एजेंसियों को पता चला कि ये लोग कहां छिपे हैं… किस रास्ते से भागने की कोशिश करेंगे… सब कुछ! फिर रात के 2 बजे… जब ये आतंकी सो रहे होंगे कि अब तो सुरक्षा है… तभी हमारे कमांडोज ने सर्जिकल स्ट्राइक कर दी। एकदम ज़बरदस्त। सच में।
इस ऑपरेशन ने राजनीतिक हल्कों में भी खूब हलचल मचाई है। LG मनोज सिन्हा से लेकर केंद्र सरकार तक सब इन जवानों की तारीफ कर रहे हैं। पर मुझे तो सबसे ज्यादा खुशी उन स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया से हुई जो अब थोड़ा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हालांकि, अभी पूरी तरह से रिलैक्स करने का वक्त नहीं आया है। आतंकी संगठन नाराज तो होंगे ही, इसलिए अब security और भी टाइट की जाएगी।
तो कुल मिलाकर क्या? Operation Mahadev ने साबित कर दिया कि हमारे सुरक्षा बलों के पास दम है, दिल है और दिमाग भी है। वो सिर्फ बंदूकें नहीं चलाते… बल्कि चालाकी से प्लान करते हैं और फिर पूरी ताकत से हमला करते हैं। और हां, ये मैसेज तो साफ हो गया – भारत अब आतंकवाद के सामने घुटने नहीं टेकेगा। क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे जांबाजों पर हम सभी को गर्व होना चाहिए?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com