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“88 घंटे में पाकिस्तान की रीढ़ तोड़ने वाले ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा! टॉप ऑफिसर ने बताई पूरी कहानी”

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88 घंटे में पाकिस्तान की कमर तोड़ने वाला ऑपरेशन सिंदूर! एक टॉप ऑफिसर ने बताया क्या हुआ था असल में

वाह! क्या कहानी सुनाने जा रहा हूँ आपको। भारतीय सेना का वो ऐतिहासिक पल जब हमने सिर्फ़ 88 घंटों में पाकिस्तान को सबक सिखा दिया। CNN-News18 के एक खास कार्यक्रम में एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में ऐसी बातें बताईं जो सुनकर सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। सच कहूँ तो, ये वो कहानी है जिसे सुनने के लिए हर भारतीय बेताब रहा होगा।

अब सवाल ये है कि आखिर ये ऑपरेशन हुआ क्यों? देखिए, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तो चलता ही रहता है। लेकिन इस बार शायद पाकिस्तान ने कोई ऐसी हरकत की थी जिसका जवाब देने के लिए हमारी सेना को ये ऐतिहासिक कदम उठाना पड़ा। और सबसे खास बात? ये पूरा ऑपरेशन थल सेना, वायु सेना और नौसेना का बेहतरीन तालमेल था। जैसे कोई पर्फेक्ट ऑर्केस्ट्रा हो!

एयर मार्शल साहब ने जो बताया, वो सुनकर लगता है जैसे कोई फिल्मी सीन देख रहे हों। मात्र 88 घंटे! इतने कम समय में इतनी बड़ी सफलता? है न कमाल की बात! हमारे जवानों ने precision strikes के जरिए पाकिस्तान के अहम ठिकानों को निशाना बनाया। तकनीकी बढ़त और चालाक रणनीति का ऐसा कॉम्बिनेशन कि सामने वाला कुछ बोल ही न पाए। मानो चेस का कोई मास्टरस्ट्रोक हो।

अब इस खुलासे के बाद क्या हुआ? भारत में तो जश्न का माहौल है। रक्षा विशेषज्ञ इसे “गेम-चेंजर” बता रहे हैं। मजे की बात ये कि पाकिस्तानी मीडिया तो चुप्पी साधे बैठा है, लेकिन उनके अपने सूत्रों ने नुकसान मान लिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर? वो तो हमेशा की तरह “शांति-शांति” रटते रह गए।

अब सबसे बड़ा सवाल – आगे क्या? मेरी निजी राय? पाकिस्तान शायद हिम्मत न जुटा पाए। लेकिन हमारी सेना तो हर स्थिति के लिए तैयार है। जैसे कोई शेर अपने शिकार पर नज़र गड़ाए बैठा हो।

सच कहूँ तो, ऑपरेशन सिंदूर साबित करता है कि हमारी सेना दुनिया की बेस्ट में से एक है। ये सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, एक संदेश है। और वो संदेश है – “भारत अब वो नहीं जो पहले था!” जैसे-जैसे और डिटेल्स आएंगे, ये कहानी और भी दिलचस्प होती जाएगी। क्या आप तैयार हैं इसके अगले चैप्टर के लिए?

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Operation Sindhuर आखिर था क्या? और कब हुआ ये ऑपरेशन?

देखिए, ये कोई सामान्य मिलिट्री ऑपरेशन नहीं था। भारतीय सेना ने सिर्फ 88 घंटों में पाकिस्तान को वो सबक सिखाया जिसकी उसे सबसे ज्यादा जरूरत थी। Exact तारीख? वो तो classified है, लेकिन जब टॉप ऑफिसर्स खुद इसके बारे में बात कर रहे हैं, तो समझ लीजिए ये कितना बड़ा डील था। एकदम धमाकेदार!

इस पूरे ऑपरेशन का मकसद क्या था?

सीधी बात करें तो – पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना। आतंकी गुटों को उनके घर में घुसकर सबक सिखाना। हमारे जवानों ने न सिर्फ उनके अहम टारगेट्स को ध्वस्त किया, बल्कि उनकी पूरी रणनीति ही चकनाचूर कर दी। कुछ वैसा ही जैसे शतरंज में चेकमेट दिया जाता है।

क्या हमारे किसी जवान को इस ऑपरेशन में नुकसान हुआ?

यही तो इस ऑपरेशन की सबसे खास बात है! जीरो कैजुअल्टी। हां, आपने सही सुना – एक भी जवान को खरोंच तक नहीं आई। इतना precise planning, इतना accurate execution… सच में, हमारी सेना के लिए ये कोई नई बात नहीं है। पर गर्व तो होता है न?

‘सिंदूर’ नाम क्यों? कोई खास वजह?

अरे भाई, सिंदूर सिर्फ एक रंग नहीं है। ये तो हमारी संस्कृति में वीरता का प्रतीक है। जैसे सिंदूर की लाली कभी फीकी नहीं पड़ती, वैसे ही हमारे जवानों का जोश। नाम में ही छिपा है पूरा मैसेज – हमारी ताकत, हमारा शौर्य, और वो दृढ़ संकल्प जो दुश्मनों को हिलाकर रख देता है। सोचिए, क्या कोई और नाम इतना परफेक्ट हो सकता था?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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