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ऑपरेशन सिंदूर में भारत की बड़ी चूक! पाकिस्तान और चीन के साथ प्रॉक्सी वॉर की चुनौती

Operation Sindhuर में भारत की गलती? पाकिस्तान और चीन ने खेला ‘Proxy War’ का खेल!

देखिए, ‘Operation Sindhuर’ तो भारतीय सेना के लिए एक बड़ा मिशन था – लेकिन क्या हमने कुछ चूकें कीं? सच कहूं तो, पाकिस्तान और चीन ने हमारी इन्हीं गलतियों का फायदा उठाया। असल में, आजकल युद्ध सिर्फ जमीन पर नहीं लड़ा जाता। Information Warfare और Proxy War की इस नई दुनिया में हम थोड़े पीछे रह गए।

अब सवाल यह है कि क्या हुआ था? चीन ने international forums पर हमारी छवि खराब करने के लिए fake news फैलाई, वहीं पाकिस्तान ने तो बिना शर्म के यहां तक दावा कर दिया कि उन्होंने हमारे Rafale को मार गिराया! मजे की बात यह कि ये दोनों ही दावे झूठे निकले। लेकिन नुकसान? हो चुका था। यह पूरा मामला हमें एक बड़ी सीख दे गया – आज के दौर में सूचनाओं की लड़ाई उतनी ही अहम है जितनी कि जमीन पर लड़ाई।

पूरा माजरा क्या है?

Operation Sindhuर का मकसद तो साफ था – सीमा पार के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करना। पर समस्या यह हुई कि हम इसके साथ-साथ social media और international diplomacy की लड़ाई भूल गए। चीन-पाकिस्तान की जोड़ी ने इसका पूरा फायदा उठाया।

एक तरफ चीन ने हमारे खिलाफ systematic disinformation campaign चलाया, तो दूसरी ओर पाकिस्तान ने बिना किसी सबूत के Rafale वाला झूठा दावा कर दिया। सच तो यह है कि आजकल युद्ध में media management उतना ही जरूरी हो गया है जितना कि actual combat। हमें यह समझ में देर से आया।

Latest Updates: अब तक क्या हुआ?

इस पूरे घटनाक्रम में कुछ बातें बेहद चौंकाने वाली रहीं:

1. चीन ने international media को गलत जानकारी देकर हमारी छवि धूमिल करने की कोशिश की। बिल्कुल planned तरीके से!

2. पाकिस्तान का वो झूठा दावा – जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने हमारा Rafale मार गिराया। बाद में पता चला कि सब झूठ था।

हालांकि, हमारे रक्षा मंत्रालय ने सबूतों के साथ जवाब दिया, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। यह पूरा मामला हमारे information management system में खामियों को उजागर कर गया।

किसने क्या कहा?

इस मामले पर reactions काफी दिलचस्प रहे:

– भारतीय सेना ने साफ कहा – “हमारे पास सबूत हैं कि पाकिस्तान और चीन ने जानबूझकर गलत जानकारी फैलाई।”

– Defence experts का कहना है कि यह हमारे लिए एक wake-up call है। आजकल cyber security और information warfare उतना ही जरूरी है जितना कि traditional warfare।

– International media ने भी चीन-पाकिस्तान के इन हरकतों को expose किया, जिससे हमें कुछ राहत मिली।

अब आगे क्या?

तो अब सवाल यह है कि भविष्य में हम क्या करेंगे? मेरी निजी राय में:

1. हमें अपने information warfare capabilities को मजबूत करना होगा। बिल्कुल Israel या America जैसा system बनाना होगा।

2. Social media monitoring और quick response system develop करना होगा।

3. Cyber security को top priority देनी होगी – क्योंकि आजकल यही असली युद्ध का मैदान है।

एक बात तो तय है – Operation Sindhuर ने हमें कड़वी लेकिन जरूरी सीख दी है। अब हमें अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा।

Final Thoughts

देखिए, यह पूरा मामला हमें एक बड़ा सबक दे गया है। आज के दौर में युद्ध सिर्फ सीमा पर नहीं लड़ा जाता। Information, media और cyber space – ये सभी नए युद्ध के मैदान हैं। Operation Sindhuर की यह घटना हमारे लिए एक reality check थी।

अच्छी बात यह है कि हमें अपनी गलतियों का एहसास हुआ है। अब हमें अपनी information warfare capabilities को उसी तरह मजबूत करना होगा जैसे हमने अपनी military को मजबूत किया है। क्योंकि अगला युद्ध keyboard पर लड़ा जाएगा, सिर्फ border पर नहीं।

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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