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ऑपरेशन सिंदूर और राइजिंग लायन: भारत-इजरायल की जबरदस्त साझेदारी ने पाकिस्तान-ईरान को कैसे धोया पानी?

Operation Sindoor और Rising Lion: भारत-इजरायल की जोड़ी ने पाक-ईरान को कैसे पटखनी दी?

अरे भाई, क्या बात है! भारत और इजरायल ने मिलकर ऐसा धमाल मचाया कि पूरी दुनिया का ध्यान खिंच गया। Operation Sindoor और Rising Lion के दौरान इन दोनों देशों ने जो किया, वो किसी एक्शन मूवी से कम नहीं था। सच कहूं तो, पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम तो जैसे पूरी तरह धरा का धरा रह गया। और ईरान? उनके 80 से ज़्यादा रडार सिस्टम को इजरायल ने ताश के पत्तों की तरह बिखेर दिया। ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है, बल्कि एक साफ संदेश है कि अब गेम बदल गया है।

पूरी कहानी क्या है?

देखिए, भारत और इजरायल का ये दोस्ती का सिलसिला कोई नया नहीं है। कई सालों से दोनों देश हथियारों से लेकर intelligence sharing तक में साथ काम कर रहे हैं। और ईमानदारी से कहूं तो, इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि पाकिस्तान और ईरान दोनों ही आतंकवाद को पालने का काम करते रहे हैं। ISI हो या Revolutionary Guard, ये लोग तो जैसे आतंकवाद की नर्सरी चला रहे हैं!

इसी बीच Operation Sindoor सामने आया – भारत की वो चुपके से की गई सैन्य कार्रवाई जिसने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया। और इजरायल? उन्होंने तो Rising Lion के तहत ईरान पर ऐसा हमला बोला कि उनके रडार सिस्टम बस ‘game over’ हो गए। सच तो ये है कि आजकल युद्ध सिर्फ जमीन या हवा में नहीं, बल्कि साइबर स्पेस में भी लड़ा जाता है। और ये दोनों ऑपरेशन इसका जीता-जागता सबूत हैं।

क्या-क्या हुआ असल में?

Operation Sindoor में भारत ने पाकिस्तान को तीन तरफा झटका दिया। पहले तो उनके एयर डिफेंस सिस्टम को हैक करके बेकार कर दिया। फिर इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम को जाम कर दिया – जिसके बाद पाकिस्तानी सेना एक-दूसरे से बात तक नहीं कर पाई! और तो और, साइबर हमलों से उनकी खुफिया एजेंसियों का सारा डेटा लीक हो गया। क्या बात है न?

इजरायल ने तो अपने हिस्से में और भी ज़ोरदार प्रहार किया। ईरान के 80 से ज़्यादा रडार? ध्वस्त। S-300 जैसे एडवांस्ड मिसाइल सिस्टम? नेस्तनाबूत। और सबसे बड़ी बात – उन्होंने ईरानी परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा को भी कमजोर कर दिया। यानी सीधे-सीधे उनकी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर वार। एकदम मास्टरस्ट्रोक!

अब आगे क्या?

इस पूरे मामले पर दुनिया भर के एक्सपर्ट्स की क्या राय है? भारतीय विशेषज्ञ तो खुशी से झूम रहे हैं – “ये हमारी बढ़ती साइबर क्षमता को दिखाता है।” इजरायल का कहना है कि ये ईरान को सबक सिखाने के लिए जरूरी था। और पाकिस्तान-ईरान? वो तो UN में रोने चले गए! मजे की बात ये है कि अब इन दोनों को अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सोचना पड़ेगा।

आने वाले दिनों में भारत और इजरायल की ये जोड़ी और मजबूत होगी – खासकर साइबर सुरक्षा और ड्रोन टेक्नोलॉजी में। और पाकिस्तान-ईरान? उन्हें अब समझ आ गया होगा कि आतंकवाद को पालने का खेल अब महंगा पड़ सकता है। सीधी सी बात है – जैसा करोगे, वैसा भरोगे!

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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