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पाकिस्तान की अबाबील मिसाइल फ्लॉप! अग्नि-5 की नकल करने में शहबाज के वैज्ञानिकों को मिली बड़ी हार, ऑपरेशन सिंदूर में हुआ खुलासा

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पाकिस्तान की अबाबील मिसाइल – एक और फ्लॉप स्टोरी? अग्नि-5 की नकल करने की कोशिश में शहबाज़ शरीफ़ के वैज्ञानिकों को मिली झटके की हार!

दोस्तों, सच कहूँ तो पाकिस्तान का अग्नि-5 जैसी मिसाइल बनाने का सपना फिर से धरा का धरा रह गया। ऑपरेशन सिंदूर के ताज़ा टेस्ट में तो उनकी अबाबील मिसाइल ने बिल्कुल बेकार परफॉर्म किया। मतलब साफ है – नकल करना आसान है, पर असली टेक्नोलॉजी विकसित करना? वो अलग बात है। ये घटना साबित करती है कि पाकिस्तानी डिफेंस सिस्टम सिर्फ चीन से उधार ली हुई टेक्नोलॉजी पर ही क्यों टिका है।

पूरा माजरा क्या है?

असल में देखा जाए तो पाकिस्तान को ICBM बनाने की जल्दी क्यों है? वो तो सालों से अग्नि-5 जैसी मिसाइल बनाने के चक्कर में हैं। पर सच ये है कि उनकी ये अबाबील मिसाइल भी चीन की ही दी हुई टेक्नोलॉजी से बनी है। है न मजेदार बात? अपनी खुद की कोई टेक्नोलॉजी नहीं, बस दूसरों पर निर्भरता। और फिर जब टेस्ट फेल हो जाए तो शर्मिंदगी तो होगी ही ना!

ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ असल में?

तो सीन बदलकर अब ऑपरेशन सिंदूर पर आते हैं। यहाँ तीन मुख्य बातें सामने आईं:
1. अबाबील मिसाइल ने टारगेट को मिस कर दिया – बिल्कुल फ्लॉप शो!
2. भारतीय इंटेलिजेंस ने पकड़ लिया कि पाकिस्तानी मिसाइल प्रोग्राम कितना कमजोर है
3. सबसे बड़ा झटका? चीन की दी हुई टेक्नोलॉजी भी पूरी तरह भरोसेमंद नहीं निकली। अब ये तो डबल ट्रबल हो गया ना?

एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?

हमारे भारतीय डिफेंस एक्सपर्ट्स तो मानो मुस्कुरा ही रहे हैं। उनका कहना है – “जब आपके पास अपनी कोई मूल तकनीक ही नहीं, तो नकल से कब तक चलोगे?” दिलचस्प बात ये कि पाकिस्तानी मीडिया ने इस फेलियर को पूरी तरह इग्नोर किया है। पर वहाँ के विपक्षी नेताओं ने सेना पर सवाल उठा दिए हैं। इंटरनेशनल लेवल पर भी यही कहा जा रहा है कि चीन की मदद पर निर्भर रहकर पाकिस्तान कभी आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा।

अब आगे क्या?

अब सवाल ये उठता है कि पाकिस्तान के लिए रास्ता क्या है? चीन की टेक्नोलॉजी भी फेल हो रही है, और खुद विकसित करने की क्षमता नहीं। वहीं भारत के लिए ये वार्निंग साइन है कि हमें अपनी BMD को और मजबूत करना होगा। अग्नि-6 जैसी नई मिसाइलों पर काम तेज करना होगा। ग्लोबल लेवल पर पाकिस्तान की डिफेंस पॉलिसी पर सवाल तो उठेंगे ही। सच कहूँ तो ये उनकी इमेज के लिए एक और झटका है।

कुल मिलाकर? नकल से काम नहीं चलता दोस्तों! असली टेक्नोलॉजी अपनी होनी चाहिए। वरना ऐसे ही फ्लॉप शो देखने को मिलते रहेंगे।

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पाकिस्तान की अबाबील मिसाइल फ्लॉप – सारे सवाल, सारे जवाब!

1. अबाबील मिसाइल: नकल करने की कोशिश और बड़ा फेल?

देखिए, अबाबील मिसाइल पाकिस्तान का वो ‘मास्टरपीस’ है जिसे बनाते वक्त उन्होंने हमारी अग्नि-5 को कॉपी करने की पूरी कोशिश की। पर सच तो ये है कि नकल में भी उस्ताद होना पड़ता है! ऑपरेशन सिंदूर में ये साफ हो गया कि ये मिसाइल अपने टारगेट तक पहुँचने में फेल हो गई। सच कहूँ तो, जबसे ये खबर आई है, मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही सवाल घूम रहा है – इतने सालों की रिसर्च और फंडिंग के बाद ये हाल?

2. ऑपरेशन सिंदूर: वो गुप्त मिशन जिसने खोल दिया पाकिस्तान का कार्ड

असल में बात ये है कि ऑपरेशन सिंदूर हमारी इंटेलिजेंस की एक शानदार कामयाबी थी। इसी के जरिए पता चला कि पाकिस्तानी वैज्ञानिकों को अग्नि-5 की नकल करने में कितनी मुश्किलें आईं। एक तरफ तो हमारी मिसाइल टेक्नोलॉजी… और दूसरी तरफ उनकी कोशिशें। अंतर साफ दिख रहा था। है न मजेदार बात?

3. क्या ये फ्लॉप पाकिस्तान के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित होगा?

ईमानदारी से कहूँ तो, ये पाकिस्तान के लिए सिर्फ झटका नहीं, एक बड़ा सबक है। उनकी मिसाइल टेक्नोलॉजी की कमजोरी अब छुपाने लायक नहीं रही। और हाँ, इसने अग्नि-5 की श्रेष्ठता को और भी साबित कर दिया है। पर सवाल ये उठता है कि क्या वो इससे सीखेंगे? या फिर…?

4. क्या अबाबील मिसाइल का ‘सेकंड चांस’ मिल पाएगा?

हालांकि पाकिस्तान इसे दोबारा डेवलप करने की कोशिश कर सकता है, पर समस्या ये है कि टेक्नोलॉजी में सुधार करना कोई मजाक तो है नहीं! फिलहाल तो ये फ्लॉप ही है। और मेरा मानना है कि… अगर नकल ही करनी है तो कम से कम अच्छी तरह से करो! वैसे भी, असली टैलेंट तो ओरिजिनल चीजें बनाने में होता है। सही कहा न?

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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