पाकिस्तान की ‘फूट डालो’ वाली चाल फेल! ईरानी दूतावास ने किया बड़ा खुलासा
अरे भई, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में तो मजा आ गया! ईरानी दूतावास ने आज जो बयान दिया है, उसने पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी। सच कहूँ तो, ये खबर सुनकर मुझे हैरानी नहीं हुई – आखिर हम पाकिस्तान के ‘करतूतों’ से वाकिफ तो हैं न? मगर इस बार उनकी साजिश का स्केल कुछ ज्यादा ही बड़ा था।
क्या हुआ असल में?
देखिए न, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ईरान-भारत को लेकर कुछ ज्यादा ही गरमागरम बहस चल रही थी। है ना? मगर असल माजरा कुछ और ही था। ईरानी अधिकारियों ने जब पड़ताल की तो पता चला – अरे बाप रे! ये तो पाकिस्तानी IPs से चल रहे fake accounts थे जो जानबूझकर दोनों देशों के बीच आग लगाने की कोशिश कर रहे थे।
और सबसे मजेदार बात? ये सब चल रहा था तब, जब भारत और ईरान चाबहार पोर्ट जैसे प्रोजेक्ट्स पर मिलकर काम कर रहे हैं। समझ गए ना पाकिस्तान को क्यों जलन हो रही थी?
Technical पकड़ कैसे हुई?
अब आप सोच रहे होंगे – भई ये पता कैसे चला? तो सुनिए, ईरानी साइबर एक्सपर्ट्स ने इन accounts का forensic analysis किया। और क्या मिला? सारे निशान पाकिस्तान की तरफ जा रहे थे। IP addresses तो थे ही, साथ ही posting का पैटर्न भी वही पुराना ढर्रा – जैसे ISI के पिछले propaganda campaigns में देखा था।
भारत सरकार ने भी अब इस मामले में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। साइबर सेल वाले तो जैसे रात-दिन एक कर दिए हैं। और हाँ, Twitter और Facebook को भी अलर्ट कर दिया गया है।
क्या कह रहे हैं दोनों देश?
ईरानी दूतावास का बयान तो बहुत साफ था – “ये कोई आम गलतफहमी नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है।” उधर भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी diplomatic language में कह दिया है कि वो इस तरह की ‘गंदी चालों’ को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
एक साइबर एक्सपर्ट ने तो मुझसे कहा – “यार, ये तो क्लासिक पाकिस्तानी स्टाइल है। जब खुद कुछ करना नहीं आता, तो दूसरों को लड़वाने की कोशिश!” सच कहूँ, मैं भी यही सोच रहा था।
अब आगे क्या?
तो अब सवाल यह है कि इसके बाद क्या होगा? मेरी राय में तो दो बातें तय हैं:
1. भारत-ईरान का साइबर सिक्योरिटी कोऑपरेशन बढ़ेगा
2. सोशल मीडिया कंपनियों पर fake accounts हटाने का दबाव बढ़ेगा
मगर असली सवाल तो ये है कि क्या पाकिस्तान सीखेगा? मतलब, इतनी बार धरे जाने के बाद भी? मुझे तो लगता है उनके लिए ‘पुरानी आदतें जाती नहीं’ वाली कहावत सही बैठती है। आपको क्या लगता है?
एक बात तो तय है – इस बार उनकी चाल फेल हुई है। और वो भी बुरी तरह! ईरान और भारत दोनों ही इस मामले में बहुत समझदारी से काम ले रहे हैं। देखते हैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका क्या असर होता है।
क्या आपको लगता है पाकिस्तान फिर कोई नई चाल चलेगा? कमेंट में बताइएगा जरूर!
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पाकिस्तान की वो साजिश जिसमें ईरान-भारत को लड़ाना था – आपके सवाल, हमारे जवाब
1. ये साजिश क्या थी और क्यों बनी चर्चा का विषय?
अरे भई, सुनो तो सही! ईरानी दूतावास ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। मामला कुछ यूं है कि पाकिस्तान ने चुपके से ईरान और भारत के बीच आग लगाने की कोशिश की थी। वो भी कैसे? झूठी खबरें फैलाकर, propaganda चलाकर… मगर अच्छा हुआ ये साजिश पानी नहीं पा सकी। सच कहूं तो ऐसी कोशिशें तो अक्सर होती रहती हैं, लेकिन इस बार बात थोड़ी गंभीर थी।
2. ईरान को इसकी भनक कैसे लगी? कोई स्मार्ट moves हुईं क्या?
देखिए, ईरानी लोग भी कोई कम नहीं! उन्होंने अपने intelligence sources और diplomatic network की मदद से पूरी पोल खोल दी। असल में पाकिस्तानी एजेंसियां जो fake news बना रही थीं, जो misleading information फैला रही थीं – सबका सच सामने आ गया। एक तरह से कहें तो उनकी चाल उल्टी पड़ गई। बिल्कुल वैसे ही जैसे कोई शतरंज में गलत चाल चल दे!
3. क्या इससे भारत-ईरान के रिश्तों पर कोई असर पड़ा?
असर? बिल्कुल उल्टा पड़ा! हैरानी की बात ये है कि इस घटना ने दोनों देशों को और करीब ला दिया। स्थिति ऐसी है जैसे कोई तीसरा बच्चों को लड़ाने की कोशिश करे और वो उल्टे और अच्छे दोस्त बन जाएं। भारत और ईरान ने न सिर्फ इस साजिश को नाकाम किया, बल्कि अपने strategic ties को और मजबूत कर लिया। क्या बात है न?
4. क्या ये पाकिस्तान की पहली कोशिश थी या उनकी आदत सी बन गई है?
अरे भाई, ये तो उनका पुराना शगल है! पाकिस्तान ने तो इससे पहले भी कई बार भारत और उसके पड़ोसियों के बीच ऐसी आग लगाने की कोशिश की है। तरीके? वही पुराने ढर्रे – fake news का तूफान, terrorism का सहारा, diplomatic pressure… लेकिन सच तो ये है कि अब इन चालों का असर कम होता जा रहा है। जैसे कोई बार-बार वही चुटकुला सुनाए और लोग हंसना बंद कर दें!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com