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“F-35 जेट्स नहीं मिलेंगे भारत को! पाकिस्तानी एयर चीफ की ट्रंप से गिड़गिड़ाहट, क्या मानेंगे अमेरिका?”

F-35 जेट्स पर पाकिस्तान की गिड़गिड़ाहट: क्या अमेरिका सुनेंगे सिद्धू की बात?

देखिए न, मजे की बात हो गई! पाकिस्तान एयर फोर्स के चीफ जहीर अहमद बाबर सिद्धू अमेरिका गए और वहाँ उन्होंने क्या किया? भारत को F-35 स्टील्थ जेट्स न देने की भीख मांग डाली। सच कहूँ तो ये कोई नई बात नहीं – पाकिस्तान की पुरानी आदत है भारत की तरक्की में लाठी डालने की। इनकी मुलाकात तो अमेरिकी एयरफोर्स चीफ और कुछ सांसदों से भी हुई, जहाँ ये अपना राग अलापते रहे।

अब थोड़ा पीछे चलते हैं। पिछले 10 साल में भारत और अमेरिका के रिश्ते कितने मजबूत हुए हैं, ये तो सब जानते हैं। F-35 जैसे जेट्स तो हमारे लिए आँखों का तारा हैं – दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों में से एक। और पाकिस्तान? वो तो बस चीन के साथ मिलकर भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने में लगा रहता है। सिद्धू की यह अपील भी उसी सिलसिले की एक कड़ी है।

असल मामला क्या है? पाकिस्तानी एयर चीफ ने अमेरिका के सामने ये तर्क दिया कि F-35 मिलने से दक्षिण एशिया में “असंतुलन” आ जाएगा। हालांकि, अमेरिका ने अभी तक कुछ नहीं कहा। और हम? हम तो पहले ही रूस से सुखोई और फ्रांस से राफेल लेकर अपनी ताकत बढ़ा चुके हैं। एकदम ज़बरदस्त!

अब सवाल यह है कि किसकी चलेगी? भारतीय एक्सपर्ट्स तो कह रहे हैं कि ये पाकिस्तान की फूट डालो राजनीति है। वहीं पाकिस्तानी मीडिया इसे अपनी “बड़ी जीत” बता रहा है। मजेदार बात ये कि अमेरिकी विश्लेषक भी मानते हैं कि भारत को F-35 मिलने के चांस काफी हैं, क्योंकि इंडो-पैसिफिक में हमारी अहमियत दिन-ब-दिन बढ़ रही है।

तो अब क्या होगा? अमेरिका का फैसला सिर्फ भारत-पाकिस्तान को ही नहीं, पूरे एशिया को प्रभावित करेगा। अगर हमें F-35 मिले, तो पाकिस्तान चीन से और हथियार माँगेगा – और तनाव बढ़ेगा। नहीं मिले, तो हम रूस या फ्रांस के दरवाजे खटखटाएँगे। गेम थ्योरी समझिए!

आखिर में एक बात साफ है – ये मामला भारत, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक नया चेस बोर्ड बना देगा। और अमेरिका का फैसला… वो तो पूरे एशिया की राजनीति को ही बदल सकता है। क्या आपको नहीं लगता?

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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