पानीपत की लड़कियों के वीडियो को AI से बदलकर अश्लील बनाने वाला पकड़ा गया – जानिए पूरा मामला
अरे भाई, सुनो एक झटका देने वाली खबर! पानीपत साइबर पुलिस ने हिसार के एक शख्स को पकड़ा है जो तीन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर लड़कियों के साधारण वीडियो को AI टेक्नोलॉजी से गलत तरीके से एडिट कर रहा था। सोचिए, आपकी बेटी या बहन का वीडियो कोई ऐसे ही बदल दे तो कैसा लगेगा? पीड़ित लड़कियों ने जब ये मैनीपुलेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर फैलते देखे, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को बुला लिया। और पुलिस ने तो कमाल कर दिया – टेक्निकल ट्रेसिंग से झट से आरोपी को ढूंढ़ निकाला!
अब थोड़ा पीछे चलते हैं। ये तीनों लड़कियां पानीपत की हैं जो Instagram और YouTube पर काफी एक्टिव हैं। मतलब हमारे आस-पास की ही लड़कियां। और ये आरोपी? इसने तो पूरा ही गेम खराब कर दिया – इनके नॉर्मल वीडियो को AI और डीपफेक टेक्नोलॉजी से अश्लील बना डाला! सच कहूं तो ये टेक्नोलॉजी का सबसे घिनौना इस्तेमाल है। ये वीडियो WhatsApp और Telegram पर जंगल की आग की तरह फैले, और इन लड़कियों को सोशल बुलिंग से लेकर मेंटल ट्रॉमा तक झेलना पड़ा। बेचारियों की क्या गलती थी?
अब खबर ये है कि पुलिस ने हिसार से इस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। IT एक्ट की कड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है। और तो और, पता चला है कि इसने एडवांस्ड AI सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके ये गंदा काम किया था। अभी तो पुलिस इसके फोन और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच कर रही है – शायद और भी सबूत मिल जाएं।
अब सवाल ये उठता है – आखिर इस मामले में लोग क्या कह रहे हैं? पीड़ित लड़कियों का कहना है, “हमारी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया है। हम चाहती हैं कि ऐसे लोगों को सख्त सजा मिले।” वहीं पुलिस वालों ने कहा, “हम AI के गलत इस्तेमाल करने वालों को बिल्कुल नहीं छोड़ेंगे।” और सच कहूं तो साइबर एक्सपर्ट्स की बात भी सही लगती है – डीपफेक टेक्नोलॉजी को रेगुलेट करने के नए कानून बनाने की जरूरत है।
तो अब आगे क्या? आरोपी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस डिजिटल सबूतों को मजबूत करने में जुटी है। और अच्छी बात ये है कि पुलिस शायद एक अवेयरनेस कैंपेन भी चलाए – जिसमें लोगों को AI के गलत इस्तेमाल से बचने के टिप्स दिए जाएंगे। एक तरफ तो ये टेक्नोलॉजी वरदान है, लेकिन दूसरी तरफ… देखिए ना कैसे लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं!
आखिर में बस इतना कहूंगा – ये केस AI टेक्नोलॉजी के डार्क साइड को दिखाता है। हमें टेक्नोलॉजी के साथ-साथ उसकी एथिक्स पर भी ध्यान देना होगा। वरना… अरे भई, सोचिए अगर कोई आपके साथ ऐसा करे तो? डर लगता है ना?
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पानीपत का AI-एडिटेड वीडियो केस: सारे सवाल, सारे जवाब
1. पानीपत में हुआ क्या है असल में?
सुनकर हैरानी होगी – पानीपत की तीन युवतियों के सामान्य वीडियो को AI की मदद से अश्लील बना दिया गया! जी हाँ, ये कोई फिल्मी प्लॉट नहीं, बल्कि सच्ची घटना है। आरोपी हिसार का है, और पुलिस अभी जांच में जुटी हुई है। सोचिए, technology का इस्तेमाल किस दिशा में हो रहा है?
2. आरोपी पर कौन-कौन सी धाराएं लग सकती हैं?
देखा जाए तो यह केस कई कानूनों को छूता है। IT Act की धारा 67 (अश्लील सामग्री फैलाना) तो लगनी ही है। साथ ही IPC की 354D (स्टॉकिंग) भी। और अगर लड़कियों की उम्र 18 से कम निकली तो POCSO Act भी आ जाएगा। मतलब साफ है – आरोपी के लिए मुसीबत कम नहीं है।
3. क्या AI से वीडियो एडिट करना वाकई इतना बड़ा अपराध है?
सुनने में शायद मामूली लगे, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो ये गंभीर अपराध है। कोई भी सॉफ्टवेयर हो – AI हो या Photoshop – अगर आप किसी का अश्लील कंटेंट बना रहे हैं, तो भारत में इसकी सजा का प्रावधान है। IT Act से लेकर IPC तक – सब लागू होगा। सोचिए, अगर आपकी बहन या बेटी के साथ ऐसा होता तो?
4. पीड़ित लड़कियां अब क्या कर सकती हैं?
पहला तो ये कि घबराएं नहीं। सीधे साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं। फटाफट। इसके अलावा, महिला हेल्पलाइन (1091) या साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर तुरंत संपर्क करें। कोर्ट जाकर वीडियो को हटवाने के लिए भी अर्जी दी जा सकती है। याद रखिए – चुप रहना समस्या का हल नहीं है।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com