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“मोर बना अजगर का शिकार! गांववालों की सांसें थम गईं जब आंगन में हुई यह ‘ग्रैंड एंट्री'”

मोर बन गया अजगर का निवाला! जब गांव के आंगन में हुई ये ‘Grand Entry’, लोगों के होश उड़ गए

सोचिए, एक शांत दोपहर… और अचानक आपके आंगन में 12 फीट का अजगर घुस आए! डूंगरपुर के हथाई गांव के लोगों के साथ ऐसा ही हुआ। वो भी तब, जब ये जंगली मेहमान अपने मुंह में एक मोर दबाए हुए था। सच कहूं तो, ये नज़ारा देखकर तो मेरी भी रूह कांप जाती। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि गांववालों ने डर पर काबू पाकर न सिर्फ अजगर को बचाया, बल्कि उसे सुरक्षित जंगल तक पहुंचाया। बात हो गई न कमाल की?

अब सवाल ये उठता है कि आखिर अजगर गांव तक कैसे पहुंचा? दरअसल, हथाई गांव जंगलों के बीच बसा है, जहां जानवरों का आना-जाना लगा रहता है। पर इतने बड़े अजगर का आंगन में दाखिल हो जाना? ये तो किसी सिनेमा सीन जैसा था! और सच्चाई ये है कि मोर, जिसे हम अपना राष्ट्रीय पक्षी मानते हैं, अजगरों के लिए एक स्वादिष्ट भोजन से कम नहीं। क्रूर लगता है न? लेकिन यही तो प्रकृति का नियम है – एक का नुकसान, दूसरे का फायदा।

ग्रामीणों की मानें तो अजगर ने मोर को निगल तो लिया था, पर खाने के बाद की आलस ने उसे आंगन में ही सुस्ता लिया। वन विभाग को खबर की गई, मगर rescue टीम के आने से पहले ही गांव के लोगों ने खुद ही कमाल कर दिखाया। अजगर को बोरे में बंद किया, और हैरानी की बात – उसके मुंह से मोर को भी सावधानी से निकाल लिया! ये सब पढ़कर लगता है जैसे कोई वाइल्डलाइफ डॉक्यूमेंट्री देख रहे हों, है न?

इस पूरे वाकये पर लोगों की प्रतिक्रियाएं क्या रहीं? गांव का एक युवक बताता है, “भैया, पहली बार इतना बड़ा अजगर देखा था! डर तो बहुत लगा, पर हमें पता था कि उसे मारना गलत होगा।” वहीं वन विभाग वाले भी ग्रामीणों की तारीफ किए बिना नहीं रह पाए। उन्होंने बिल्कुल सही कदम उठाया – न अजगर को चोट पहुंची, न ही कोई हंगामा हुआ। एकदम फिल्मी स्टाइल में happy ending!

अब क्या होगा आगे? वन विभाग ने patrolling बढ़ाने का फैसला लिया है। साथ ही awareness program भी चलाया जाएगा, ताकि लोग ऐसी स्थितियों में समझदारी से काम लें। पर सच तो ये है कि जंगल कम हो रहे हैं, और हम उनके इलाकों में घुसते जा रहे हैं। नतीजा? ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी ही।

हथाई गांव की ये कहानी सिखाती है कि इंसान और जंगली जीव साथ-साथ रह सकते हैं। जब ग्रामीणों ने डर के बावजूद अजगर को बचाया, तो उन्होंने साबित कर दिया कि संवेदनशीलता और समझदारी ही असली हल है। वैसे भी, प्रकृति के साथ लड़ाई में आखिरकार हार तो इंसान की ही होती है, है न?

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मोर बन गया अजगर का निवाला! – जानिए इस rare घटना से जुड़े सवाल-जवाब

1. ये हैरान कर देने वाली घटना कहाँ हुई थी?

सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन ये सब एक छोटे से गाँव के आंगन में ही हुआ! सोचिए, जहाँ बच्चे खेलते हैं, वहीं एक अजगर ने मोर को अपना शिकार बना लिया। असल में exact location तो नहीं बता सकते – privacy का मामला है ना। लेकिन इतना ज़रूर कहूँगा कि ये उत्तर भारत का कोई गाँव था।

2. क्या ऐसा पहले भी होता रहा है? मोर और अजगर की लड़ाई?

अरे नहीं भाई! ये तो बिल्कुल ही rare case है। देखिए, अजगर तो आमतौर पर छोटे-मोटे जानवरों को ही पकड़ते हैं। लेकिन कभी-कभार… बहुत ही कम… वो मोर जैसे बड़े पक्षी पर भी हमला कर देते हैं। ऐसा शायद ही सुना होगा आपने। है ना?

3. गाँव वालों ने इस अजीबोगरीब हालात में क्या किया?

तो सुनिए… गाँव वालों ने समझदारी दिखाई। सबसे पहले तो उन्होंने forest department को फ़ोन किया। फिर experts आए, और उनकी मदद से अजगर को सही-सलामत जंगल में छोड़ दिया गया। अच्छी बात ये रही कि किसी को भी चोट नहीं आई – न इंसानों को, न ही मोर को। पूरा operation बड़े smoothly हुआ।

4. ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या कर सकते हैं?

असल में ये बहुत practical सवाल है। देखिए, अगर आपके इलाके में जंगली जानवर आते-जाते रहते हैं, तो कुछ simple precautions ले सकते हैं:

थोड़ी सी सावधानी बरतने से बड़ी मुसीबत टल सकती है। सही कहा ना?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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