Perplexity का Comet AI ब्राउज़र Chrome को टक्कर दे रहा है – क्या यह सच में बेहतर है?
भाई, ब्राउज़र की दुनिया में तो हर दिन कुछ न कुछ नया आता रहता है। लेकिन Perplexity का यह Comet AI Browser सच में कुछ अलग लग रहा है। सोचो जरा – एक ब्राउज़र जो AI की ताकत से लैस है और Chrome जैसे दिग्गजों को चुनौती देने का दावा कर रहा है। मैंने इसे ट्राई किया और आज आपको बताऊंगा कि यह सच में खास है या सिर्फ एक और ओवरहाइप्ड प्रोडक्ट।
डिज़ाइन: सादा पर स्टाइलिश
पहली बार खोलते ही यह ब्राउज़र अपने क्लीन लुक से इंप्रेस करता है। ऐसा लगता है जैसे कोई स्मार्टफोन का लेटेस्ट मॉडल हो – ना ज्यादा भड़कीला, ना बोरिंग। सब कुछ इतना सहज रखा गया है कि नए यूजर्स को भी कोई दिक्कत नहीं होती। पर सच कहूं? मुझे तो Chrome का इंटरफेस अभी भी ज्यादा आदत वाला लगता है।
एक बात और – यह Windows, Mac और मोबाइल सभी पर बराबर अच्छा चलता है। मेरे पुराने लैपटॉप पर भी यह Chrome से ज्यादा स्मूद चला। हैरानी की बात है न?
डिस्प्ले: आंखों को आराम
अगर आप भी मेरी तरह रात भर फोन चलाते हैं तो आप समझेंगे – डार्क मोड जिंदगी बचाता है! यह ब्राउज़र डार्क और लाइट दोनों मोड देता है। और उसका रीडिंग मोड? बिल्कुल वैसा ही जैसे किसी अच्छी ई-रीडर ऐप में होता है। फॉन्ट साइज बदलो, बैकग्राउंड कलर सेट करो – सब मिलता है।
लेकिन असली मजा तो उसके AI विजुअल्स में है। सर्च करो और सामने आएं रिलेवेंट इमेजेस और ग्राफ। जानकारी समझने में बहुत मदद मिलती है। हालांकि कभी-कभी यह थोड़ा ज्यादा ही हो जाता है – जैसे कोई जरूरत से ज्यादा हेल्पफुल दोस्त!
स्पीड: चलता है रॉकेट की तरह
यहीं पर यह ब्राउज़र सच में चमकता है। मेरे टेस्ट में यह Chrome से 20-30% तक फास्ट था। वेबपेज तुरंत लोड होते हैं। AI समरी, ट्रांसलेशन जैसे फीचर्स तो बिल्कुल जादू की तरह काम करते हैं। लेकिन एक कमी है – एक्सटेंशन्स। Chrome के मुकाबले यहां विकल्प कम हैं। अगर आप किसी खास एक्सटेंशन के आदी हैं तो परेशानी हो सकती है।
AI कैमरा: देखो और जानो
यह फीचर मुझे सबसे ज्यादा पसंद आया। किसी भी चीज की फोटो खींचो और तुरंत उसकी जानकारी मिल जाती है। किताब का कवर स्कैन किया – बम! पूरी डिटेल्स सामने। रेस्टोरेंट का मेनू स्कैन किया – न्यूट्रिशनल इन्फो तक मिल गया। लेकिन कभी-कभी यह गलतियां भी कर देता है – जैसे मेरे कुत्ते को वोल्फडॉग समझ बैठा!
बैटरी लाइफ: चार्ज बचाओ
अगर आपके फोन की बैटरी दोपहर तक ही चलती है तो यह ब्राउज़र आपका नया बेस्ट फ्रेंड बन सकता है। मेरे टेस्ट में यह Chrome से कम से कम 1-2 घंटे ज्यादा बैटरी देता है। पावर सेविंग मोड तो और भी बेहतर है। लेकिन सच बताऊं? जब तक आप AI फीचर्स का भरपूर उपयोग नहीं करते, तब तक फर्क ज्यादा नहीं पड़ता।
किसके लिए है यह ब्राउज़र?
अगर आप स्टूडेंट हैं, रिसर्चर हैं या टेक्नोलॉजी के दीवाने हैं – यह आपके लिए बनाया गया है। AI टूल्स का जादू आपको पसंद आएगा। लेकिन अगर आप सिर्फ Facebook चलाना और YouTube देखना चाहते हैं तो Chrome ही बेस्ट है।
मेरी राय? एक बार जरूर ट्राई करें। हो सकता है आपकी ब्राउज़िंग की आदतें ही बदल जाएं। वैसे भी, नया ट्राई करने में क्या जाता है? बस एक क्लिक की तो बात है!
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अरे भाई, अगर तुम भी उस पुराने, ढीठ Chrome से बोर हो चुके हो और कुछ fresh, कुछ ज्यादा intelligent चाहते हो, तो मेरी सलाह है – Perplexity का Comet AI browser एक बार ट्राई करके देखो! सच कहूं तो मैंने भी पहले सोचा था कि ये सब नए-नए tools सिर्फ hype हैं… लेकिन यार, ये चीज़ तो Chrome को पीछे छोड़ देती है।
क्या खास है इसमें? सुनो – speed तो ऐसी कि जैसे बिजली कड़की हो, accuracy इतनी sharp कि Google वाले भी पसीने छूट जाएं (हंसी), और features… अरे भई, AI-powered browsing का ये मजा ही कुछ और है! एक बार use करोगे तो पता चलेगा।
मेरा तो ये हाल है कि अब पुराने तरीके से search करना ही बेकार लगता है। तुम भी install करो ना, फिर बताना कैसा लगा। वैसे भी, try करने में क्या जाता है? अगर पसंद नहीं आया तो uninstall कर देना, है न? 😉
Source: ZDNet – AI | Secondary News Source: Pulsivic.com