PIB ने पाकिस्तान की फर्ज़ी चाल पकड़ी! सेना के नाम पर झूठ फैलाने की कोशिश हुई नाकाम
अरे भाई, भारत और पाकिस्तान के बीच यह सूचना का युद्ध तो जैसे नया क्रिकेट मैच बन गया है। हर दिन कुछ न कुछ! अभी हाल ही में PIB ने पाकिस्तानी मीडिया की एक बेहूदा कोशिश को पकड़ा है – भारतीय सेना के डिप्टी आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह के नाम पर फर्ज़ी बयान फैलाने की साजिश। सच बताऊँ? मजाक तो तब हुआ जब पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि जनरल सिंह ने उनकी सेना की तारीफ की! असलियत? उल्टा था भाई। जनरल साहब तो चीन की विस्तारवादी नीतियों और पाकिस्तान की उसके आगे “गुलामी” पर सवाल उठा रहे थे। इसे कहते हैं झूठ को पलट देना!
ये झूठ फैला कैसे? पूरी कहानी
देखिए न, पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर एक बयान वायरल हो रहा था। कह रहे थे कि भारतीय सेना के डिप्टी चीफ ने पाकिस्तानी सेना की तारीफ की है। मज़े की बात? ये बयान एक असली भाषण से चुराया गया था, जिसमें जनरल सिंह चीन की विदेश नीति और पाकिस्तान पर उसके आर्थिक दबाव की आलोचना कर रहे थे। PIB की Fact Check टीम ने जब इसकी जाँच की तो सारा खेल खुल गया। सच्चाई का पता चलते ही पाकिस्तानी मीडिया का पूरा नंगा नाच सामने आ गया।
PIB और सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
झूठ सामने आते ही PIB ने तुरंत अपने आधिकारिक हैंडल पर इसका खंडन किया। भारतीय सेना ने भी इसे सेना की छवि खराब करने की सोची-समझी साजिश बताया। सच कहूँ तो, यह कोई नई बात नहीं है। पाकिस्तानी मीडिया का यह पुराना शगल है – जानबूझकर गलत सूचना फैलाना। लेकिन इस बार उनकी चाल फेल हो गई। एकदम धोखाधड़ी!
देश-विदेश में मची हलचल
भारतीय अधिकारियों ने इस पर साफ़ कहा – यह पाकिस्तान की पुरानी आदत है। रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह उनकी “Hybrid Warfare” रणनीति का हिस्सा है। सोशल मीडिया पर तो #PakFakeNews और #PIBFactCheck ट्रेंड करने लगे। लोग खुलकर पाकिस्तान की इस हरकत की निंदा कर रहे हैं। सच बात तो यह है कि अब जमाना बदल गया है – झूठ ज्यादा देर तक नहीं चलता!
आगे की राह: झूठी खबरों से कैसे लड़ें?
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि Fact-Checking कितनी ज़रूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को ऐसे मामलों में और सख्त होना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान के इस प्रोपेगैंडा को उजागर करना होगा। और हाँ, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी बढ़ाने की भी ज़रूरत है। क्योंकि युद्ध अब सिर्फ़ सीमा पर नहीं, Online भी लड़ा जाता है।
सच तो यह है कि आज के दौर में सूचना का युद्ध उतना ही अहम हो गया है जितना कि असल युद्ध। PIB की इस त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ा झूठ तो रोक दिया, लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। आने वाले दिनों में ऐसे और प्रयास हो सकते हैं। हमें हर स्तर पर सतर्क रहना होगा – क्योंकि सच ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। है न?
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PIB ने एक बार फिर पाकिस्तान की फर्ज़ी खेल को पकड़ लिया है। सच कहूं तो, ये कोई नई बात नहीं – हर बार की तरह इस बार भी उनकी चाल बेनकाब हो गई। सेना के नाम पर झूठ फैलाना? सच में, इतनी हिमाकत सिर्फ़ वही कर सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि कब तक?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की विश्वसनीयता… हालांकि, थोड़ा मुश्किल है कि जिस चीज़ का अस्तित्व ही नहीं, उस पर बात करें। मज़ाक कर रहा हूं? नहीं। सच्चाई यही है।
और देखिए न, ये पूरा मामला हमें एक बार फिर याद दिला देता है – सच की जीत तो होनी ही है। झूठ की इमारत कितनी भी ऊंची क्यों न बना लो, ज़मीन हमेशा कमज़ोर ही रहती है। भारत की बात करें तो, हमारी ताकत ही यही है – सच्चाई और पारदर्शिता। बिना झूठ के, बिना दिखावे के।
एकदम साफ़।
PIB ने पाकिस्तान की Fake News पकड़ी – अब क्या?
PIB ने आखिर कौन सी Fake News उजागर की?
देखिए, PIB (Press Information Bureau) ने हाल ही में पाकिस्तान की एक बड़ी चाल को पकड़ा है। वो भी ऐसे मामले में जहां भारतीय सेना का नाम गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था। सच कहूं तो, ये खबरें पूरी तरह से बनावटी थीं, और PIB ने सबूतों के साथ इसे साबित भी कर दिया। एकदम साफ-साफ।
सवाल यह है कि पाकिस्तान ऐसा क्यों कर रहा है?
असल में बात ये है कि पाकिस्तान को हमेशा से ही भारत की छवि खराब करने की आदत रही है। International Level पर हमें बदनाम करना, देश में तनाव फैलाना – ये सब उनकी पुरानी रणनीति है। लेकिन इस बार? इस बार तो उनकी पोल खुल गई!
PIB ने ये खेल कैसे पकड़ा?
तो यहां दिलचस्प बात ये है कि PIB ने आधुनिक Fact-Checking Tools और अपने विश्वसनीय स्रोतों की मदद से इस झूठ को पकड़ा। Social Media पर सबूतों के साथ इसे Expose किया। और सच कहूं? पाकिस्तान की ये चाल बिल्कुल फेल हो गई।
हम आम लोग क्या कर सकते हैं?
सुनिए, इससे बचने का सबसे आसान तरीका है – थोड़ा सतर्क रहना। किसी भी खबर को बिना जांचे मान लेना ठीक नहीं। Official Sources से जानकारी लें, Trusted News Channels पर भरोसा करें। वायरल हो रही हर चीज़ पर भरोसा न करें। और हां, PIB की Fact-Checking Website तो है ही – उसका भी फायदा उठाएं। समझ गए न?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com